05/09/2024
*05 सितम्बर रिपोर्ट...
भाजपा टिकट वितरण लिस्ट जारी : हरियाणा में BJP की पहली लिस्ट जारी, 67 नाम : CM लाडवा से लड़ेंगे ; 25 नए चेहरे, 8 मंत्री रिपीट, 2 मंत्री-9 विधायकों का टिकट कटा*
*हरियाणा में BJP ने बुधवार,4 सितंबर को 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। इनमें 8 मंत्रियों को दोबारा टिकट मिला है। 25 नए चेहरे हैं। 9 विधायकों की टिकट काटी गई है। लिस्ट में 8 महिलाएं हैं।*
*CM नायब सैनी करनाल की जगह कुरूक्षेत्र की लाडवा सीट से चुनाव लड़ेंगे। अनिल विज को अंबाला कैंट से ही टिकट दी गई है।*
*हरियाणा की सभी 90 सीटों पर एक फेज में 5 अक्टूबर को मतदान होगा। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। विधानसभा चुनाव 2019 में भाजपा और जननायक जनता पार्टी के गठबंधन ने राज्य में सरकार बनाई थी।*
*लिस्ट की 6 खास बातें*
भाजपा में शामिल हुए JJP के विधायक देवेंद्र बबली, राज कुमार गौतम और अनूप धानक को भी टिकट दी गई है।
तीन दिन पहले भाजपा में शामिल हुईं अंबाला की मेयर शक्ति रानी शर्मा को कालका से उम्मीदवार बनाया गया है।
रतिया सीट से पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को टिकट दी गई है। लोकसभा चुनाव में सिरसा से उनकी टिकट काट दी गई थी।
भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक हुड्डा को महम सीट टिकट दी गई है।
5 नेताओं के परिवार को टिकट दी गई है। इनमें कुलदीप बिश्नोई के विधायक बेटे भव्य बिश्नोई, किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी, केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव, सतपाल सांगवान के बेटे सुनील सांगवान और विनोद शर्मा की पत्नी शक्ति रानी शर्मा को टिकट दी गई है।
एक राज्यसभा सांसद कृष्ण पाल पंवार को भी भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है।
पहली लिस्ट में 25 नए चेहरे
BJP की लिस्ट में 25 नए हैं। शाहबाद (SC) से सुभाष कलसाना नए चेहरे हैं। इन्हें ABVP कोटे से टिकट दिया गया है। पिहोवा से पूर्व मंत्री संदीप सिंह की टिकट काट कर पहली बार सरदार कमलजीत सिंह अजराना को चुनाव मैदान में उतारा गया है। करनाल विधानसभा सीट से जगमोहन आनंद को पहली बार टिकट दी गई है।
समालखा से मोहन भड़ाना, खरखौदा (अजा) से पवन खरखौदा, सोनीपत से निखिल मदान, रतिया (SC) से सुनीता दुग्गल, कालावली (अजा) से राजिंदर देसुजोधा, रानिया से शीशपाल कंबोज, नलवा से रणधीर सिंह पनिहार को उम्मीदवार बनाया गया है।
बाढड़ा से उमेद पासुवास, तोशाम से श्रुति चौधरी, दादरी से सुनील सांगवान, बवानी खेड़ा (SC) कपूर वाल्मीकि, महम से दीपक हुड्डा, गढ़ी सापला किलोई से मंजू हुड्डा, कलानौर (SC) से रेनू डाबला, बहादुरगढ़ से दिनेश कौशिक, झज्जर (SC) कप्तान बिरधाना, बेरी से संजय कबलाना, अटेली से आरती राव, कोसली से अनिल डहिना, गुरुग्राम से मुकेश शर्मा, पलवल से गौरव गौतम को पहली बार बीजेपी ने टिकट दी है।
*सिरसा सीट कांडा के लिए छोड़ने के संकेत*
भाजपा ने पहली लिस्ट में सिरसा सीट पर उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया। सिरसा से हरियाणा लोकहित पार्टी (हलोपा) के गोपाल कांडा 2019 में जीते थे। इस समय हलोपा NDA का हिस्सा है। हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी कह चुके हैं कि विधानसभा चुनाव कांडा के साथ मिलकर लड़ा जा सकता है।
हलोपा नेता गोपाल कांडा, जिनकी पार्टी से भाजपा ने गठबंधन किया है।
हलोपा नेता गोपाल कांडा, जिनकी पार्टी से भाजपा ने गठबंधन किया है।
*इन सीटों पर टिकट होल्ड*
भाजपा ने इन 23 सीटों पर टिकट होल्ड कर ली है। इनमें नारायणगढ़, पुंडरी, असंध, गन्नौर, राई, बरौदा, जुलाना, नरवाना (SC), डबवाली, सिरसा, ऐलनाबाद, रोहतक, महेंद्रगढ़, नारनौल, बावल (SC), पटौदी (SC), नूंह, फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना, हथीन, होडल (SC), फरीदाबाद एनआईटी और बड़खल शामिल हैं।
*नूंह की तीनों सीटें होल्ड*
भाजपा ने पहली लिस्ट में मुस्लिम बाहुल्य नूंह जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर टिकट होल्ड कर लिए। 2019 में यहां की तीनों सीटों पर कांग्रेस जीती थी। जुलाई 2023 में हुई हिंसा के बाद नूंह जिले में भाजपा को लेकर लोगों में खासी नाराजगी है। लोकसभा चुनाव में भी यहां की तीनों सीटों पर कांग्रेस को बढ़त मिली थी।
*2 टर्म से भाजपा सरकार, एंटी इनकंबेंसी का खतरा*
राज्य में 2 टर्म से भाजपा की सरकार चल रही है। साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल कर सरकार बनाई थी। तब मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके बाद 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा बहुमत से चूक गई। भाजपा ने 10 सीट जीतने वाली जननायक जनता पार्टी (JJP) के साथ गठबंधन की सरकार बनाई। तब मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री और दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम बने।
साल 2024 में लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर भाजपा और जजपा का गठबंधन टूट गया। इसके बाद भाजपा ने मनोहर लाल को बदलकर नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बना दिया। लगातार 2 बार से सरकार बना रही भाजपा के सामने एंटी इनकंबेंसी की चुनौती है
इस लिस्ट को देखने के बाद 3 बड़ी बातें
1-मनोहर लाल खट्टर की नहीं चली
2-परिवारवाद ज़िंदाबाद
3-कांग्रेस को खेल कर जीतने के लिए खुला मैदान, बशर्ते कांग्रेसी आपस में न खेले