25/04/2025
मेरी आईडी में जो मुस्लिम हैं वो इस बात को लेकर चिढ़ रहे हैं की हम लोग नफरत फैला रहे... मतलब हद्द है. आपके धर्म का नाम लेकर कलमा पढ़वाकर हिन्दूओं को मारा गया.. ये किसी से छिपा नहीं, अलग अलग राज्यों से गये हिन्दू मृत पर्यटको के घर वाले, बीवी बच्चे सबके सामने बोल रहे हैं की धर्म पूछकर मारा, कलमा पढ़वाया....लेकिन इसपर तुम्हारी सबकी जुबान सिली है...
और हम घटना का विवरण भी कर दें तो हम नफरती, तुम्हारे धर्म का नाम लेकर मरने वालो के दुख और पीड़ा का जिक्र भी करें तो हम नफरती.. और तुम सब इस घटना को महज आतंकवादी बताकर पल्ला झाड लो और होंठ सिल लो तुम सच्चे... ये दोगलापन नहीं चलेगा...दो चार को छोड़ कर एक भी ये नहीं कह रहा की, हाँ, हमारे अल्लाह के नाम पर किया है, धर्म के नाम पर किया है, और हम इसे स्वीकारते हुए इसकी ईमानदार आलोचना करते हैं..
हमारे यहाँ जयपुर में रामगंज एरिया है.. वहां हमेशा दंगा निरोधी वाहन और एक्स्ट्रा पुलिस फाॅर्स हमेशा रहती है, चाहे कांग्रेस की सरकार हो या बीजेपी की... क्यों भाई?? हिन्दू बहुल इलाको में क्यों नहीं.. वही ऐसी क्या प्रॉब्लम है.... आप यकीन मानिये.. आप सही से चल नहीं सकते वहां... वहां रोड पर कोई ट्रैफ़िक नियम नहीं माने जाते, कोई साफ सफाई नहीं, एक बाइक पर चार चार मुस्लिम लड़के तेज गाड़ी चलाते हैं.. किसी की गलती से गाड़ी भिड़ जाए तो पुलिस के सामने लिंचिंग कर देते है.. क्या ये भय और अराजकता का माहौल नहीं बनाया जाता...??
पूरी दुनिया से हमें मतलब नहीं, हम इतना कहेंगे की भारतीय मुसलमानों के लिए ये वक़्त आत्मचिंतन का है... सोचिये आपके धर्म के नाम पर किस तरह नरसंहार किया गया है निरापराधों का.. वक़्त है की बदल डालिये ऐसे सिद्धांत को जो तुम्हे दुनिया की नजर में गुनहगार सिद्ध करे...
करने से होगा, चुप रहने से नहीं...
बाकि जिसको मेरी बात से दिक्कत है वो लिस्ट छोड़ सकता है.