
13/05/2025
शिवहर में सब-रजिस्टार नीरज कुमार के योगदान से रजिस्ट्री राजस्व में रिकॉर्ड वृद्धि, 4.20 करोड़ की बढ़ोतरी
शिवहर :- शिवहर जिला रजिस्ट्री कार्यालय में कार्यभार संभालने के बाद वर्तमान सब-रजिस्टार नीरज कुमार के कुशल प्रबंधन और पारदर्शी कार्यशैली के चलते वित्तीय वर्ष 2024-25 में राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, जमीन रजिस्ट्री से हुए राजस्व में 4 करोड़ 20 लाख रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड माना जा रहा है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 में शिवहर जिले से भूमि रजिस्ट्री के माध्यम से कुल 29 करोड़ 14 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। वहीं, नये वित्तीय वर्ष 2024-25 में यह आंकड़ा बढ़कर 33 करोड़ 34 लाख रुपये तक पहुंच गया है। खास बात यह है कि यह बढ़ोतरी किसी भी सरकारी रजिस्ट्री दर में बदलाव किए बिना हुई है। इसका श्रेय कार्यालय की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता, जवाबदेही और कुशल संचालन को दिया जा रहा है।
मामलों पर सब-रजिस्टार का जवाब – RTI के आरोपों को बताया निराधार
हाल ही में रजिस्ट्री कार्यालय से जुड़ी कुछ शिकायतें और आरोप सार्वजनिक रूप से सामने आए थे, जिनमें RTI के माध्यम से जानकारी नहीं मिलने की बात कही गई थी। इस संबंध में सब-रजिस्टार नीरज कुमार ने स्पष्ट किया कि यह पूरा मामला निराधार है। उन्होंने बताया कि RTI से मांगी गई जानकारी पहले से ही रजिस्ट्री कार्यालय के सूचना पट पर सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित है।
नीरज कुमार ने यह भी बताया कि प्रत्येक मौजा के अनुसार जमीन की न्यूनतम मूल्य निर्धारण एमवीआर की जानकारी ऑनलाइन पोर्टल पर भी उपलब्ध है, जिससे कोई भी नागरिक आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकता है।
सरकार द्वारा तय शुल्क दरों की पूर्ण पालना
राजस्व वृद्धि के बावजूद निबंधन शुल्क और स्टांप शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 6% स्टांप शुल्क और 2% निबंधन शुल्क तथा शहरी क्षेत्रों के लिए 8% स्टांप शुल्क और 2% निबंधन शुल्क निर्धारित हैं, जिसे पूरी पारदर्शिता के साथ लागू किया जा रहा है। इन दरों की सूचना भी रजिस्ट्री कार्यालय में स्पष्ट रूप से प्रदर्शित की गई है।
जनहित में उठाया गया कदम
सब-रजिस्टार नीरज कुमार द्वारा अपनाई गई कार्यशैली से आम जनता में विश्वास बढ़ा है और कार्यालय में पारदर्शिता को लेकर सकारात्मक संदेश गया है। रजिस्ट्री कार्यालय की यह राजस्व वृद्धि शासन-प्रशासन के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बन चुकी है।
तिरहुत लाइव संवाददाता राकेश चौधरी की रिपोर्ट