16/07/2024
सतगुरुदेवजी संदेश
परमात्मा कबीर जी असीम रजा हुई है आप पर कि आपको अपने सच्चे भगवान का और सच्चे स्थान का ज्ञान हुआ जहाँ जाकर हम सदा सुखी रहेंगे।
आपने महाभारत में कथा सुनी है कि टटेरी एक पक्षी होता है उसको भी भगवान की याद होती है, उस पर आपत्ति आई उसने महाभारत के मैदान में अंडे उत्पन्न कर दिए थे और उसी दौरान कौरव-पांडवों का युद्ध होने के लिए सेना इकट्ठी हो गयी थी, उसने उस समय परमात्मा को याद किया कि हे परमात्मा मेरी रक्षा करो। वहां परमात्मा ने उसकी पुकार पर अंडों की रक्षा की।
ना तो वह किसी भगवान को जानती थी, ना ही उसने किसी नाम जाप किया था, वहाँ उसके बच्चों की रक्षा हुई, क्यों हुई क्योंकि उसने पिछले जन्मों में शुभ कर्म कर रखे थे।
*तो बच्चों इस प्रकार आज आप जो सेवा कर रहे हो भगवान के चरणों में, ये आपके साथ रहेगी और भक्ति कर रहे हो तो कभी आपत्ति आती है तो ऐसे कुछ करने से ही उसका फल मिलेगा, बिना किए किसी को नहीं मिलेगा।*
बच्चों परमात्मा ने आप पर यह विशेष कृपा की है *आपको यह विशेष अवसर भी दिया, हौसला भी दिया और प्रेरणा की। आप काम छोड़कर इतनी दूर आकर सेवा कर रहे हो, कोई बुरा बोल रहा है कोई गाली दे रहा है उसकी परवाह ना करते हुए अपने उद्देश्य को पूरा कर रहे हो तो इन बातों से भगवान प्रसन्न होता है।*🙏🏻
कहते है नुक्ते ऊपर रीझेगा रे,
कोटि कर्म जल जाए तुम्हारे।।
*जैसे आप परमार्थ के लिए आए हो तो इनका लेखा होता है भगवान की गुड बुक्स में।*
नर संसारी लगन में, दुख सुख सहे करोड़ा।
सतगुरु सेवा और भक्ति में, जो सहे सो थोड़ा।।
हम अपने पेट के लिए न जाने कितने कष्ट उठाते हैं कहां-कहां जाते हैं फिर भी सफल नहीं होते तो इसी प्रकार हम भगवान के लिए सेवा करते हैं तो जितना करे और कष्ट आवे तो थोड़ा ही समझो।
*बच्चों तप यह है जो आप कर रहे हो। अपने धर्म के पालन में, अपने धर्म के प्रचार में, धार्मिकता को आगे बढ़ाने के लिए सच्चा ज्ञान जनता तक पहुंचाने के लिए जो क्रिया की जाती है वो धर्म कहलाता है।* 🙏🏻
बच्चों यह समय ना जाने आपका कहां बर्बाद हो जाता अस्पताल में पडे होते टेंशन होती खर्चा होता और काम भी छूट जाता।
*परमात्मा का शुक्र मनाओ कि परमात्मा ने इस मार्ग के लिए आपको चुना है जो शुभ कर्म आपके आज बना रहे है, ये बनवा भी वही रहा है, आपको प्रेरणा भी वही कर रहा है।*
करै करावै साईयां, मन में लह