29/10/2025
भारत ने गुजरात के किनारे पर ब्रह्मोस मिसाइलों का ऐसा जाल बिछा दिया है कि पाकिस्तान के नौसेना वाले अब अरब सागर में घुसने से पहले तीन बार सोचेंगे। 800 किलोमीटर का ये 'स्ट्राइक बबल' कराची से लेकर ग्वादर तक, पाक के सारे बंदरगाह, जहाज बनाने की फैक्टरियां और तेल के टैंक सबको निशाने पर ले लेगा। ये सीधी चेतावनी है: "आओ तो, लेकिन लाशें ले जाना!
अगर पाक का जहाज समंदर में तैर रहा है और खुश हो रहा है कि अब हमला करेंगे। तब गुजरात से ब्रह्मोस सुपरसोनिक स्पीड वाली रॉकेट, जो 800 किमी दूर भी चुटकी में पहुंच जाएगी। ये मिसाइलें सिर्फ एक-दो नहीं, पूरा नेटवर्क है – रडार, सैटेलाइट, ड्रोन सब जुड़े हुए।
पाक के JF-17 जैसे पुराने फाइटर जेट्स? जो समंदर पर ज्यादा देर टिक ही नहीं पाते, पेलोड कम, रेंज कम – बस नाम की हवा में उड़ेंगे और गिरेंगे। हमारी ब्रह्मोस तो जमीन से ही उनके बेड़े को चूर-चूर कर देगी, बिना एक भी भारतीय जहाज समंदर में उतारे!
पाक के जहाज किनारे से दूर भागेंगे, उनके एयर डिफेंस का कवच टूट जाएगा। फिर हमारी लॉन्ग-रेंज स्ट्राइक्स – बम, मिसाइल – उन्हें चावल की तरह बिखेर देंगे।
पाक नेवी का ब्लू-वॉटर सपना? खत्म, भाई! अब तो लिटोरल वॉटर्स में घुसना ही जोखिम भरा हो गया – रिसप्लाई, रिपेयर, सब मुश्किल है।
कराची, ग्वादर के पोर्ट, तेल टर्मिनल, गोला-बारूद के गोदाम सब रेड जोन में हैं पाक को अब लाखों रुपये खर्च करके इन्हें मजबूत बनाना पड़ेगा, बिखेरना पड़ेगा। लेकिन सच कहूं? वो कहां करेंगे ये? बस बहाने बनाएंगे, जैसे हमेशा करते हैं! जमीन से ही सैल वॉली दर्जनों मिसाइलें एक साथ पाक के वॉरशिप्स को डुबो देंगी। फ्लीट का ऑपरेशन ठप, सी कंट्रोल गया। कोई चांस ही नहीं बचने का!
ये ब्रह्मोस सिर्फ हथियार नहीं, डिटरेंस है। पाक को सोचना पड़ेगा – हमला किया तो क्या होगा? एस्केलेशन का खेल उल्टा पड़ेगा। भारत ने सस्ते में हाई-इफेक्ट वाला तीर चला दिया, नेवल एडवेंचर का खर्चा इतना बढ़ा दिया कि पाक की जेब फट जाएगी
ये बैटरी मोबाइल हैं, छिपी हुईं, कमांड सेंटर मजबूत हैं। फिक्स्ड नहीं हैं तो प्री-एम्प्टिव स्ट्राइक से बचेंगी।
गुजरात को लेयर्ड स्ट्राइक जोन बना रहे हैं, मतलब अरब सागर में भारत का एक़ छत्र राज। पाक की आजादी छिन जाएगी, हर नौसेना स्टंट का भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। ये कमजोर पड़ोसी को सबक है – सीमा पार मत सोचना, वरना ब्रह्मोस की आग में जल जाओगे!
#नोट: ये सिर्फ एनालिसिस है, हिंसा की अपील नहीं। मिलिट्री कैपेबिलिटी समझाने के लिए, सिविलियन टारगेट या हमले का समर्थन नहीं। कोई फोर्स यूज इंटरनेशनल लॉ और ह्यूमैनिटेरियन रूल्स के खिलाफ है।