31/08/2025
माननीय इन्द्र देव जी
मानव कल्याण एवं वर्षा मंत्रालय के माननीय अध्यक्ष
स्वर्ग लोक।
विषय : लगातार हो रही बरसात को कुछ समय हेतु रोकने की प्रार्थना।
महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि आपकी कृपा से इस वर्ष धरती पर भरपूर वर्षा हुई है। नदियाँ कल-कल करती बह रही हैं, तालाब लबालब भर चुके हैं और खेतों की प्यास भी बुझ गई है। इसके लिए हम सब आपके आभारी हैं।
किन्तु, पिछले कई दिनों से निरंतर वर्षा होने के कारण अब स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है। गलियाँ नदियों में बदल चुकी हैं, घरों के आँगन झीलों का रूप ले चुके हैं और विशाल भूमि पर मानव एवं प्रकृति दोनों का संतुलन बुरी तरह विचलित हो रहा है और दुख की बात है कि इस भीषण बरसात ने अब तक भारी जन-धन की हानि भी कर दी है।
क्षमा करें देव, लेकिन आपके विभाग की लगातार ड्यूटी अब जनता के लिए परेशानी का कारण बन रही है। यदि समय रहते आप थोड़ी धूप की व्यवस्था कर दें, तो धरतीवासी न केवल राहत पाएँगे बल्कि आपके न्यायपूर्ण निर्णय के लिए और भी कृतज्ञ होंगे।
अतः आपसे करबद्ध निवेदन है कि कृपया वर्षा मंत्रालय के बादलों का नल थोड़ी देर के लिए बंद कर दें और उन्हें आराम का आदेश दें। जब समय उचित होगा, तब पुनः आपसे बरसने की प्रार्थना हम कर ही लेंगे।
आपकी दिव्य कृपा और संरक्षण की प्रतीक्षा में,
भवदीय,
धरती का भीगा हुआ नागरिक
पता : कीचड़ वाली गली,
छत से टपकते कमरे का मोहल्ला।