29/11/2025
कांग्रेस सरकार का विधानसभा छोड़ धरना—संवैधानिक व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न : डॉ. राजीव बिंदल
3 वर्षों में प्रदेश की दुर्दशा, कर्ज, अव्यवस्था और अराजकता को छिपाने के लिए सड़क पर उतरी सरकार—भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
शिमला।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिन्दल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में यह पहला अवसर है, जब मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, मंत्रीगण और सत्ता पक्ष के विधायक अपनी ही सरकार के दौरान आयोजित विधानसभा सत्र को छोड़कर धरने पर बैठ गए। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक परंपराओं के लिए अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और संवैधानिक व्यवस्था पर संकट बताया।
डाॅ. बिन्दल ने कहा कि विधानसभा परिसर में कांग्रेस सरकार का तख्तियां लेकर धरने पर बैठना तथा मंत्रियों का सड़क पर उतर कर नारेबाज़ी करना प्रदेश की बदहाली का जीता-जागता प्रमाण है। सत्ता चलाने वाले स्वयं सत्ता छोड़कर सड़क पर उतर आए—यह साफ संकेत है कि वर्तमान कांग्रेस सरकार यह स्वीकार कर चुकी है कि वे प्रदेश की सरकार चलाने में पूरी तरह असफल हैं।
उन्होंने कहा कि 2022 में हिमाचल की जनता ने जो विश्वास कांग्रेस को देकर सत्ता का दायित्व सौंपा था, उस जनमत के साथ कांग्रेस ने छल किया। झूठ और फरेब के आधार पर सत्ता प्राप्त करने वाली कांग्रेस सरकार ने तीन वर्षों में प्रदेश को आर्थिक और प्रशासनिक रूप से दिवालिया कर दिया है। हजारों वरिष्ठ नागरिक अपने हक़ की लड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं, और विडंबना यह है कि उसी समय सरकार भी सड़कों पर नारे लगाने निकल पड़ी।
डाॅ. बिन्दल ने कहा कि जनता पूछ रही है कि फरियादी तो इसलिए सड़क पर हैं क्योंकि सरकार ही उनका हक मार रही है, लेकिन जो सत्ता का भरपूर आनंद ले रहे हैं, वे भी सड़क पर उतर गए—तो ऐसी सरकार के सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। कांग्रेस की वर्तमान सरकार अपना अस्तित्व खो चुकी है और सत्ता में बने रहने का हक भी।