21/07/2025
142 सडक़ें बंद, 1023 करोड़ गर्क, बाढ़-भूस्खलन से हुआ नुकसान, 40 पेयजल योजनाएं भी ठप
राज्य में इस आपदा के दौरान रविवार तक प्रदेश को 1023 करोड़ 57 लाख रुपए तक का नुकसान हो चुका है। रविवार को केन्द्र सरकार की टीम में मंडी जिला के थुनाग व जंजैहली के साथ कुछ अन्य प्रभावित क्षेत्रों का भी दौरा किया है और सोमवार को यह टीम कुल्लू के सैंज और मंडी के करसोग का दौरा करेगी। इन सभी इलाकों में भारी आपदा आई है। सोमवार शाम को केंद्रीय टीम वापस दिल्ली लौटेगी, जो गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। प्रदेश में अभी भी 142 सडक़ें बंद पड़ी हुई हैं, जबकि 26 बिजली ट्रांसफार्मर व 40 पेयजल योजनाएं पूरी तरह से बाधित पड़ी हैं। रविवार सुबह मंडी-पठानकोट रोड भारी बारिश के चलते गिरे पेड़ की वजह से बाधित हो गया था, जिसे दोपहर बाद सुचारू कर दिया गया। वहीं, कांगड़ा जिला में अभी भी नौ सडक़ें बंद हंै, जबकि कुल्लू में 33 सडक़ों पर आवाजाही नहीं हो पा रही है।
इसी तरह से मंडी जिला में सबसे अधिक सडक़ें बाधित हुई थीं। हालांकि कई सडक़ों को खोल दिया गया है, लेकिन फिर भी यहां पर अभी 91 सडक़ें बाधित हैं, जिनको खोलने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। रविवार को यहां तीन सडक़ों को खोला जा सका है। सिरमौर में तीन सडक़ों पर आवाजाही नहीं हो पा रही है, वहीं बिलासपुर में एक सडक़ बंद है, तो ऊना में भी तीन और सोलन में दो सडक़ें बंद चल रही हैं। सोलन जिला में रविवार को दो सडक़ें बंद होने की सूचना है।