
01/09/2025
खितौला बैंक डकैती कांड : मास्टरमाइंड समेत दो गिरफ्तार, 3 किलो सोना बरामद
जबलपुर ज़िले के खितौला स्थित इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में हुई बड़ी डकैती का खुलासा करते हुए पुलिस ने मुख्य सरगना राजेश दास (38) और उसके सहयोगी इंद्रजीत दास (26) को बिहार के गया से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों के पास से तीन किलो सोना भी जब्त किया गया है।
पुलिस टीम दोनों आरोपियों को सोमवार सुबह गया से जबलपुर लेकर पहुँची। उनसे अब शेष 11 किलो 800 ग्राम सोने और करीब पाँच लाख रुपये नकद के बारे में पूछताछ की जा रही है।
15 किलो सोना और नकद की लूट
ज्ञात हो कि 11 अगस्त की सुबह हथियारबंद बदमाशों ने हेलमेट पहनकर बैंक पर धावा बोला था। महज़ 15 मिनट में लगभग 14 किलो 800 ग्राम सोना और 5 लाख 70 हज़ार रुपये नकद लेकर आरोपी फरार हो गए थे। अब तक पुलिस मास्टरमाइंड सहित कुल छह लोगों को पकड़ चुकी है।
तीन राज्यों की संयुक्त कार्रवाई
इस कांड के मास्टरमाइंड राजेश दास की तलाश में मध्यप्रदेश पुलिस ने बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश पुलिस को अलर्ट किया था। सूचना मिलने पर गया ज़िले में दबिश दी गई और संयुक्त कार्रवाई में सरगना राजेश को दबोचा गया। इसके पहले पुलिस ने रईस लोधी समेत कई अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
अंतरराज्यीय गिरोह का सरगना
राजेश दास कुख्यात ‘दास गैंग’ का लीडर बताया जा रहा है। उस पर 2011 से लेकर अब तक बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के 12 ज़िलों में बैंक डकैती व लूट के मामले दर्ज हैं। वह रायगढ़ जेल से जून 2025 में छूटा था, जहाँ उसकी मुलाकात जबलपुर के रईस लोधी से हुई और यहीं से खितौला बैंक डकैती की साज़िश रची गई।
खेत में छिपाया गया सोना
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि लूट के सोने और नकदी को आपस में बाँट लिया गया था। राजेश दास को 3 किलो सोना और 50 हज़ार रुपये मिले थे। उसने जेवर एक खेत में छिपाए थे, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। बाक़ी लूटा गया सोना और नकदी अन्य आरोपी लेकर फरार बताए जा रहे हैं।
इनाम घोषित
डकैती मामले में पुलिस की कई टीमें लगातार सक्रिय थीं। मुख्य सरगना की गिरफ्तारी पर आईजी प्रमोद वर्मा ने 30 हज़ार रुपये का इनाम भी घोषित किया था।