27/06/2025
गुजरात के अहमदाबाद में 9 दिन पहले (12 जून 2025) हुए एयर इंडिया के भयावह विमान हा"दसे ने देश को स्तब्ध कर दिया। बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, जो अहमदाबाद से लंदन के गैटविक जा रहा था, उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 280 लोगों की जा"न चली गई।
अब नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सख्त कार्रवाई करते हुए एयर इंडिया के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को चालक दल की शेड्यूलिंग और रोस्टरिंग में लापरवाही का जिम्मेदार ठहराया। इनमें से एक नाम है पायल अरोड़ा, जो एयर इंडिया में क्रू शेड्यूलिंग-प्लानिंग विभाग में कार्यरत थीं। डीजीसीए के आदेश के बाद पायल ने लिंक्डइन पर 'ओपन टू वर्क' स्टेटस अपडेट किया, जो दर्शाता है कि वह अब नई नौकरी की तलाश में हैं। आखिर कौन हैं पायल अरोड़ा, और क्यों उन पर गिरी इस हादसे की गाज? आइए, जानते हैं पूरी कहानी...
डीजीसीए की सख्ती: तीन अधिकारियों पर कार्रवाई
चूरा सिंह (डिवीजनल वाइस प्रेसिडेंट)
पिंकी मित्तल (चीफ मैनेजर, क्रू शेड्यूलिंग)
पायल अरोड़ा (क्रू शेड्यूलिंग-प्लानिंग)
डीजीसीए ने एयर इंडिया को इन तीनों को तत्काल रोस्टरिंग से जुड़ी जिम्मेदारियों से हटाने और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया। साथ ही, इन अधिकारियों को गैर-परिचालन भूमिकाओं में स्थानांतरित करने और कार्रवाई की रिपोर्ट 10 दिनों में जमा करने को कहा गया।
Who is Payal Arora: कौन हैं पायल अरोड़ा?
पायल अरोड़ा एयर इंडिया में वरिष्ठ सहयोगी (प्रशिक्षण अनुपालन और ऑडिट) के पद पर कार्यरत थीं। वह गुरुग्राम, हरियाणा से ऑपरेट करती थीं और विमानन उद्योग में सात साल से अधिक का अनुभव रखती हैं। पायल ने क्रू शेड्यूलिंग, प्रशिक्षण अनुपालन, और लाइसेंसिंग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में काम किया है।
एक नजर पायल की प्रोफेशनल जर्नी पर...
एयर इंडिया लिमिटेड (नवंबर 2024 - वर्तमान): वरिष्ठ सहयोगी, प्रशिक्षण अनुपालन और ऑडिट, गुरुग्राम।
1- डीजीसीए-अनुपालक प्रशिक्षण कार्यक्रमों का नेतृत्व किया, जिससे संगठन की प्रक्रियाएं सुव्यवस्थित हुईं।
2- बड़े पैमाने पर ऑडिट किए, जिनसे अनुपालन में खामियां सामने आईं और समाधान किए गए। इससे प्रशिक्षण पूर्णता दर में 30% की वृद्धि और अनुपालन-संबंधी घटनाओं में 25% की कमी आई।
3- नियामक अपडेट्स के लिए सक्रिय दृष्टिकोण अपनाया, जिससे प्रशिक्षण सामग्री को हमेशा अपडेट रखा गया।
विस्तारा - टाटा एसआईए एयरलाइंस लिमिटेड (मई 2018 - नवंबर 2024):
1- वरिष्ठ सहयोगी, प्रशिक्षण और लाइसेंसिंग - कॉकपिट क्रू (जुलाई 2023 - नवंबर 2024): कॉकपिट क्रू के प्रशिक्षण और लाइसेंसिंग का नेतृत्व किया। ईजीसीए लाइसेंस नवीनीकरण प्रक्रिया को सुधारा और 200+ कॉकपिट क्रू सदस्यों को डीजीसीए-अनुमोदित प्रशिक्षण दिया।
2- अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट अटेंडेंट (मई 2018 - जुलाई 2023): 80+ अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों में नेतृत्व और संकट प्रबंधन का प्रदर्शन किया। चिकित्सा आपात स्थिति और सुरक्षा खतरों को कुशलता से संभाला। 500+ प्री-फ्लाइट सुरक्षा ब्रीफिंग्स का नेतृत्व किया, जिसमें कोई घटना दर्ज नहीं हुई।
पायल ने अपने करियर में संगठनात्मक नेतृत्व, जोखिम प्रबंधन, और संकट प्रबंधन जैसे कौशलों में महारत हासिल की है। वह मजबूत संचारक हैं और जटिल जानकारी को सरलता से प्रस्तुत करने में सक्षम हैं।
Payal Arora पर क्यों गिरी DGCA की गाज?
अनधिकृत क्रू पेयरिंग: Payal Arora पर आरोप है कि उन्होंने ऐसे चालक दल की जोड़ियाँ बनाई जो नियमों के अनुरूप नहीं थीं। कुछ मामलों में क्रू मेंबर न तो अधिकृत थे और न ही प्रशिक्षित, फिर भी उन्हें उड़ानों के लिए तैनात किया गया।
लाइसेंसिंग और रेस्ट नियमों का उल्लंघन: DGCA की जांच में सामने आया कि कई पायलटों और कैबिन क्रू को नियमानुसार पर्याप्त आराम दिए बिना लगातार फ्लाइट्स में भेजा गया। इससे फ्लाइट सेफ्टी पर गंभीर सवाल खड़े हुए।
प्रणालीगत खामियां: DGCA ने इसे महज़ एक इक्का-दुक्का गलती नहीं, बल्कि एक 'सिस्टमिक फेल्योर' करार दिया है। यानी कि यह समस्या एक या दो चूक नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की कमज़ोरी है-जिसमें Payal Arora भी शामिल पाई गईं।
DGCA ने क्या सजा दी?
Payal Arora को फिलहाल किसी भी ऑपरेशनल या सुरक्षा से जुड़े काम से हटा दिया गया है। उन्हें एक ग़ैर-परिचालन पद (non-operational role) में रखा गया है और एयर इंडिया को निर्देश दिया गया है कि उनके खिलाफ आंतरिक अनुशासनात्मक जांच की जाए।
कितनी पढ़ी-लिखीं पायल?
पायल अरोड़ा की एजुकेशनल बैकग्राउंड उनकी प्रोफेशनल उपलब्धियों को और मजबूती देती है:-
सिम्बायोसिस सेंटर फॉर डिस्टेंस लर्निंग (2019-2021): मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए)।
मोतीलाल नेहरू कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी (2015-2018): बैचलर ऑफ कॉमर्स (बी.कॉम)।
मीट पब्लिक स्कूल (2014-2015): AISSCE (CBSE) - कक्षा XII, 93.6% अंकों के साथ उत्तीर्ण।
उनकी शिक्षा और अनुभव ने उन्हें विमानन उद्योग में एक सक्षम पेशेवर बनाया, लेकिन अहमदाबाद हा"दसे के बाद डीजीसीए ने उनकी शेड्यूलिंग प्रक्रियाओं में लापरवाही को गंभीरता से लिया।
नई नौकरी की तलाश में पायल
डीजीसीए की कार्रवाई के बाद पायल अरोड़ा ने लिंक्डइन पर 'Open to Work' स्टेटस अपडेट किया, जो यह दर्शाता है कि वह अब नई नौकरी की तलाश में हैं। विमानन उद्योग में उनके अनुभव और कौशल को देखते हुए, उनके लिए नई अवसर ढूंढना मुश्किल नहीं होना चाहिए। हालांकि, इस हादसे ने उनकी प्रोफेशनल छवि पर सवाल उठाए हैं।