
20/06/2025
दादरा एवं नगर हवेली और दमन-दीव भाजपा शासन में अपराधियों का अड्डा बनता जा रहा है: प्रभु टोकिया (कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष)
स्वदेशी कलम, सिलवासा। दादरा नगर हवेली कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रभु टोकिया ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि दादरा एवं नगर हवेली और दमन-दीव में भारतीय जनता पार्टी के संरक्षण में अवैध और आपराधिक गतिविधियों को खुला समर्थन मिल रहा है। प्रदेश में जब-जब कोई गंभीर अपराधिक मामला सामने आता है, तो उसमें भाजपा नेताओं और असामाजिक तत्वों के बीच सीधा या परोक्ष संबंध सामने आता है।
स्क्रैप माफिया, हफ्ता वसूली और अवैध कारोबार — ये सब ऐसे लोग चला रहे हैं जिन्हें भाजपा के बड़े नेता संरक्षण देते हैं। औद्योगिक इकाइयों में स्क्रैप से जुड़े मामलों में भाजपा नेताओं द्वारा हफ्ता वसूली करवाई जा रही है।
कुणाल प्रसाद हत्याकांड इसका ताजा उदाहरण है। इस घटना में जिन असामाजिक तत्वों के नाम सामने आए हैं, वे भाजपा की नगर पालिका प्रमुख रजनी शेट्टी के नजदीकी माने जाते हैं। यही नहीं, कुछ समय पहले इन्हें भाजपा में शामिल कर खेस पहनाकर सम्मानित भी किया गया था। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपेश टांडेल और प्रभारी दुष्यंत पटेल ने स्वयं प्रेस नोट जारी कर इनकी पार्टी में एंट्री की पुष्टि की थी। अब जब इनका नाम हत्या में सामने आया, तो पार्टी ने उन्हें दिखावटी रूप से निष्कासित कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है।
प्रशासक प्रफुल पटेल मंच से दावे तो बहुत करते हैं- कि प्रदेश से गुंडागर्दी, अवैध धंधे और असामाजिक गतिविधियाँ समाप्त हो चुकी हैं — लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही है। भाजपा के पिछले 11 वर्षों के तथाकथित "सुशासन" की हकीकत इस एक मामले ने ही खोलकर रख दी है।
प्रदेश में अपराध बढ़ने का एक मुख्य कारण भाजपा के सांसद, जिला प्रमुख, नगर पालिका प्रमुख और पंचायत प्रतिनिधियों की निष्क्रियता है। जब कोई अवैध कार्य सामने आता है — जैसे अवैध शराब, अवैध खनन, जमीन कब्जा, हथियार रखना, धमकी देना, या हत्या की साजिश — उसमें भाजपा नेताओं से किसी न किसी रूप में कनेक्शन सामने आते हैं।
पिछले 10–11 वर्षों में अपराधियों के हौसले इसलिए भी बुलंद हुए हैं, क्योंकि प्रदेश में आने वाले दिल्ली-गुजरात के बड़े अधिकारियों का यहां के अपराधियों से सामाजिक या जिला स्तर का जुड़ाव रहता है, जिससे जांचें कमजोर होती हैं और अपराधियों को संरक्षण मिलता है।
भाजपा शासन में कानून-व्यवस्था चरमराई हुई है। न भ्रष्टाचार पर काबू है, न अधिकारियों की मनमानी पर, और न ही असामाजिक तत्वों पर लगाम है। प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध है, लेकिन उससे कहीं ज़्यादा ज़िम्मेदार भाजपा के जनप्रतिनिधि हैं जो भ्रष्टाचार और अपराध की जड़ में शामिल हैं।
हमारा प्रदेश गंभीर संकट से गुजर रहा है। प्रशासन और भाजपा के कुछ बड़े नेता भ्रष्टाचार में इतने लिप्त हो गए हैं कि जनता की सुरक्षा ही भूल गए हैं।
मैं प्रदेशवासियों से अपील करता हूँ कि अब समय आ गया है कि जनता अपनी सुरक्षा और अधिकारों की लड़ाई के लिए एकजुट हो। अगर हम अब भी नहीं जागे, तो दादरा एवं नगर हवेली भी उन राज्यों की तरह बन जाएगा जहां रोज़ हत्या, लूट, अपहरण जैसी घटनाएं आम हो चुकी हैं।
हमने बार-बार प्रशासन से आग्रह किया है कि पिछले 15–20 वर्षों में बाहर से जो लोग यहाँ आकर बसे हैं या नौकरी/व्यवसाय कर रहे हैं, उनका पुलिस वेरिफिकेशन और एनओसी अनिवार्य किया जाए।
कुणाल प्रसाद की जिस तरह खुलेआम अगवा करके हत्या की गई, वह प्रदेश के लिए बहुत बड़ी चेतावनी है। यह आने वाले समय में बढ़ते खतरे की घंटी है।
कांग्रेस पार्टी इस लड़ाई में जनता के साथ है। जनता जागे, संगठित हो, और अपराधियों तथा भ्रष्टाचारियों के खिलाफ आवाज़ उठाए।