04/06/2025
27 मई की रात विक्रम सिंह और राजन मिश्रा एक साथ सिंगरौली महोत्सव देखने के लिए गए थे, अगले दिन सुबह विक्रम सिंह की लाश मिली और राजन मिश्रा गंभीर घायल अवस्था में नवानगर मेंन रोड पर मिले।
राजन मिश्रा के भाई के अनुसार 28 मई की सुबह दो लोग स्कूटी में सवार होकर राजन मिश्रा के घर पहुंचते हैं और राजन मिश्रा के भाई से बोलते हैं कि हम तुम्हारे भाई को मार दिए हैं नवानगर में बॉडी पड़ी जाकर ले जाओ छोटे भाई को भरोसा नहीं होता है बोला कि भैया हमारे सो रहे हैं लेकिन यह सुनिश्चित करने के लिए वह राजन मिश्रा के कमरे पर गया तो पता चला की बिस्तर खाली था मतलब राजन मिश्रा में घर में नहीं थे, आनन फानन भाई नीचे उतरा तो देखा स्कूटी सवार दोनों लड़के जा चुके थे। छोटे भाई को कुछ समझ नहीं आया वह सीधे नवानगर चौराहे पहुंचा और राजन मिश्रा पर कॉल किया तो कोई लड़का उठाया और देवेंद्र सोनी अपना नाम बताया और बोला कि पुराने सब्जी मंडी नहीं नई सब्जी मंडी के पास तुम्हारा भाई है,उसको ले जाओ।भाइयों के द्वारा गंभीर अवस्था में राजन मिश्रा को नेहरू अस्पताल ले जाया जाता है जहां डॉक्टर द्वारा उसे संजय गांधी अस्पताल रीवा रेफर कर दिया जाता है, एक सप्ताह के इलाज के बाद अब राजन मिश्रा की स्थिति में काफी सुधार है, हम राजन मिश्रा के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
हालांकि इस मामले में पुलिस ने अभी तक खुलासा नहीं किया है लेकिन जहां तक हमारी बात चित हुई है उसके अनुसार पुलिस से कहना है की प्रथम दृष्ट्या में विक्रम सिंह की मौत सड़क दुर्घटना के वजह से हुई है, बांकी अभी जांच चल रही है जांच पूरी होने के बाद ही मौत की वजह बता पाएंगे।
विक्रम सिंह के परिवार के अनुसार विक्रम से उनके पिता की आखिरी बात रात 12:55 पर हुई थी,जिसमें विक्रम ने बताया था कि लेट हो जाएगा घर नहीं आ पाएंगे,गनियारी दिलीप के यहां रुक जाएंगे।विक्रम के परिवार वालों का आरोप है कि विक्रम की हत्या की गई है।अगर एक्सीडेंट होता तो सर के पीछे नुकीली चीज से चोट कैसे लगती और पीठ में काले काले बेल्ट के जैसे निशान भी दिख रहे।विक्रम सिंह के परिवार का कहना है कि जो चला गया वो नहीं आ सकता लेकिन हमें हर हाल में न्याय चाहिए और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई चाहिए।क्योंकि फिर किसी के घर का चिराग न बुझे।
ब्राह्मण कुलावंत संगठन हर परिस्थित में पीड़ित परिवार के साथ है,जब तक न्याय नहीं मिल जाता तब तक ये लड़ाई जारी रहेगी फिर न्याय के लिए चाहे जिस जिस स्तर पर हमें जाना पड़े।
सिंगरौली पुलिस से आग्रह है कि अविलंब मौत की वजह सामने करे एक्सीडेंट या सड़क दुर्घटना...
प्रमाण के साथ परिवार को संतुष्ट करें।
कुछ अनसुलझे सवाल
1 अगर विक्रम सिंह की मौत सड़क दुर्घटना में हुई तो शरीर के कपड़े कहां गए।
2 पुलिस के अनुसार विक्रम सिंह का मोबाइल नवानगर में मिला,तो नवानगर मोबाइल कैसे पहुंचा।
3 राजन मिश्रा घायल अवस्था में नवानगर तक कैसे पहुंचा।
4 देवेंद्र सोनी और सूरज वर्मा कौन है जिनका नाम विक्रम और राजन के परिवार वाले ले रहे है।
5 कोतवाली से 500 मीटर दूरी पर मिली लाश का अभी तक क्यों नहीं हो पाया खुलासा।
6 आखिर कब होगी राजन मिश्रा से पूछताछ।
7 देवेंद्र सोनी और सूरज वर्मा अभी कहा है,इनकी गिरफ्तारी अभी तक क्यों नहीं की गई।जबकि इस केस में इन दोनों का रोल अहम है।
8 राजन मिश्रा के होश में आने के बावजूद अभी तक क्यों नहीं लिया गया बयान।
9 अभी तक विक्रम और राजन के कॉल डिटेल क्यों नहीं निकाला गया।
10 विक्रम सिंह के सर के पीछे दो जगह दाएं और बाएं तरफ नुकीली चीज जैसे चोट के निशान हैं,और पीठ पर भी चोंट के निशान हैं जिसको क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है।
11 हर घटना के दो पहलू होते हैं पुलिस सिर्फ इसे एक पहलू पर सड़क दुर्घटना मानकर जांच क्यों कर रही है।
12 जो दो लड़के राजन के घर सूचना देने गए थे,वो कहा है और कौन है।
13 शहर के चौराहों के कैमरे क्यों नहीं देखे गए।
14 जब दोनों एक साथ घर से निकले तो सुबह अलग अलग जगह पर एक मृत और एक घायल अवस्था में क्यों मिला।
15 जिस बेरहमी से राजन मिश्रा को मारा गया है उसके पीछे की वजह क्या थी और वह कौन लोग थे।
और अपराधों के हौसले इतने बुलंद कैसे हो गए कि मारने के बाद घर में सूचना देने पहुंच गए।या ये मान ले कि कानून व्यवस्था का डर अपराधियों के के मन से निकल गया है।या वो निश्चिंत है कि कोई उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए सिंगरौली पुलिस से आग्रह है कि मामले की निष्पक्ष, अभिलंब जांच किया जाए। कल कोतवाली थाना जाकर क्षत्रिय कुलावंत परिवार द्वारा तीन दिवस का समय दिया जाएगा अगर इस 3 दिनों में विक्रम सिंह की मौत की असली वजह प्रमाण के साथ सामने नहीं आई तो क्षत्रिय कुलावंत संगठन द्वारा कोतवाली थाना या एसपी ऑफिस का घेराव किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जवाबदेही जिला प्रशासन या पुलिस प्रशासन होगी।