25/09/2025
सिंगरौली के अडानी कोल ब्लॉक में 1000 करोड़ का मुआवजे का घोटाला भू अर्जन अधिकारी राजेश ने किया : विनोद, कुंवर
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विनोद शर्मा और पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष किसान नेता कुंवर सिंह पटेल ने एसपी आर्थिक अपराध ब्यूरो रीवा से मिलकर जानकारी दी कि सिंगरौली जिले में पदस्थ संयुक्त कलेक्टर भू अर्जन अधिकारी राजेश शुक्ला के द्वारा व्यापक भ्रष्टाचार किया गया है तथा भू अर्जन के मामले में ग्राम वासीबेरदह की आराजी क्रमांक 956/1 व 956/2 जो भूमि स्वामी आदिवासी प्रवर्ग से हैं उनकी भूमि पर अन्नू पटेल पिता शशि भूषण पटेल द्वारा मकान बनाया गया था जिनका मुआवजा 77 लाख 85000 दिया गया है लेकिन इसी प्रकार 132 आदिवासियों का मुआवजा यह कहकर निरस्त कर दिया गया कि आदिवासियों की भूमि अन्यत्र प्रवर्ग के लोगों का घर है। यह राजेश शुक्ला वही हैं जो सरकारी भूमि की रजिस्ट्री को दिखाकर मुआवजा का निर्धारण किया था, उपरोक्त जमीन 998 नंबर ग्राम वासीबेरदह की थी यह वही राजेश शुक्ला है जिनका स्थानांतरण होने के पश्चात भी नहीं जा रहे हैं तथा कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला व राजेश शुक्ला दोनों आपस में साढू भाई है। इस तरह लगभग जमीनों में 1000 करोड रुपए का घोटाला राजेश शुक्ला और चंद्रशेखर शुक्ला सहित तमाम अधिकारी कर्मचारियों ने किया है।
कुंवर सिंह और विनोद शर्मा ने बताया कि उपरोक्त मुआवजा वितरण में कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला, संयुक्त कलेक्टर राजेश शुक्ला एवं नायब तहसीलदार अमित मिश्रा सहित पूरी टीम है जो स्थल में कुछ और तथा कागज में कुछ और अंकित करके मुआवजा में हेर फेर कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था सिंगरौली को सिंगापुर बनाएंगे लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव और मुख्य सचिव अनुराग जैन ने कसम खा ली है कि अब सिंगरौली सिंगापुर की बजाय सिंगुर बनने ने जा रहा है जिस तरह से प्रशासनिक हमले में यह हवा दी गई थी की मुख्य सचिव अनुराग जैन ईमानदार है लेकिन ठीक इसके विपरीत सिंगरौली जाकर यह सारी ईमानदारी कहां चल जाती है जिसका कोई हिसाब किताब नहीं है।
कुंवर और विनोद ने कहा कि उपरोक्त मामला मध्य प्रदेश की विधानसभा में भी गूंजा था जिसमें याचिका मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार द्वारा लगाई गई थी और उस याचिका के माध्यम से हुआ। कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य कमलेश्वर पटेल भी धिरौली कोल ब्लॉक की समस्याओं को सुनने के लिए मौके स्थल पर जाकर आदिवासी भाइयों का साथ दिया था।