
20/10/2025
.........सम्यक समाधि – ध्यान की परम अवस्था......
सम्यक समाधि वह अवस्था है, जब मन पूरी तरह स्थिर, निर्मल और एकाग्र हो जाता है।
यह न केवल मानसिक शांति है, बल्कि आध्यात्मिक जागरूकता का उच्चतम रूप भी है।
इस अवस्था की विशेषताएँ:
🪷 मन की पूर्ण एकाग्रता – कोई विक्षेप या अशुद्ध विचार नहीं।
🪷 आंतरिक शांति – दुःख और तनाव से मुक्ति का अनुभव।
🪷 सत्य का प्रत्यक्ष अनुभव – वस्तुओं और आत्मा की वास्तविक प्रकृति को जानना।
🪷 निर्वाण की ओर मार्ग – यह ध्यान और अष्टांगिक मार्ग का अंतिम लक्ष्य है।
सम्यक समाधि का अभ्यास करने वाला व्यक्ति मन और चेतना में गहन शांति अनुभव करता है और जीवन में सच्ची समझ और संतुलन लाता है।
✨ #युवा_मैत्रेय_समिति_आमला ✨
#धम्ममार्ग
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Nand Kishor Patel