07/10/2025
कुरुक्षेत्र का महर्षि वाल्मीकि मंदिर बनेगा वाल्मीकि समाज की अंतर्राष्ट्रीय राजधानी:कृष्ण कुमार बेदी
भगवान वाल्मीकि ने महाकाव्य रामायण की रचना कर दुनिया के नागरिकों को दिखाया जीवन दर्शन,दुनिया की सबसे बड़ी समरसता को लिखने वाले महापुरुष हैं महर्षि वाल्मीकि,वर्ष 2047 तक पूर्ण रूप से विकसित होगा सनातन भारत,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अब शुरू हो चुका है सुनहरा कालखंड,कुरुक्षेत्र में महर्षि वाल्मीकि मंदिर पूरे देश के वाल्मीकि समाज की बनाएंगे अंतरराष्ट्रीय राजधानी
कुरुक्षेत्र 7 अक्टूबर। हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि कुरुक्षेत्र का महर्षि वाल्मीकि मंदिर वाल्मीकि समाज की अंतर्राष्ट्रीय राजधानी बनेगा। करोड़ों वर्ष पहले भगवान वाल्मीकि ने महाकाव्य रामायण की रचना कर दुनिया के नागरिकों को जीवन दर्शन दिखाया। सृष्टि के लोगों को बताया कि व्यक्ति का व्यवहार और आचरण कैसा होना चाहिए। महर्षि वाल्मीकि दुनिया की सबसे बड़ी समरसता को लिखने वाले महापुरुष हैं। इतना ही नहीं अब महापुरुषों के नाम पर शिक्षण संस्थान स्थापित किया जा रहे हैं। देश में सनातन धर्म को दोबारा से जीवित किया जा रहा है और वर्ष 2047 तक सनातन भारत पूर्ण रूप से विकसित होगा।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी मंगलवार को कुरुक्षेत्र की वाल्मीकि धर्मशाला में महापुरुष सम्मान एवं विचार योजना के तहत आयोजित जिला स्तरीय महर्षि वाल्मीकि जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पहले कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने मंदिर में महर्षि वाल्मीकि की विधि पूर्वक पूजा अर्चना की और महर्षि वाल्मीकि मंदिर के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी का वाल्मीकि आश्रम समिति की तरफ से पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया और उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि इस सृष्टि के एक ऐसे महाकाव्य, महाग्रंथ की रचना करने वाले हैं, जिनके मुखारविंद से सृष्टि का पहला श्लोक निकला। रामायण दुनिया का एक ऐसा महाकाव्य, महाग्रंथ है, जिसकी करोड़ों-करोड़ों वर्षों के बाद भी मान्यता बढ़ी है। ऐसे त्रिकालदर्शी आदिकवि भगवान वाल्मीकि महाराज के पावन पवित्र प्रकाश उत्सव के अवसर पर उपस्थित सभी महानुभावों का दिल की गहराइयों से अभिनंदन और स्वागत है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा सभी संत महापुरुषों के जयंती समारोह को सरकारी खर्च पर मनाया जा रहा हैं। इनकी शुरुआत 24 अक्टूबर 2015 को कैथल से भगवान महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाने से हुई थी। अब चाहे भगवान वाल्मीकि जयंती समारोह हो, संत शिरोमणि रविदास जयंती, संत शिरोमणि कबीर जयंती, बाबा साहेब डॉ बीआर अंबेडकर जयंती, महात्मा ज्योतिबा फुले, भगवान विश्वकर्मा, महाराज दक्ष प्रजापति, महाराज धन्ना भगत, भगवान परशुराम आदि जितने भी हमारे आदर्श हैं, जिनकी प्रेरणा से पूरा समाज चलता है, उनके जीवन जयंती समारोह को केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री होते हुए सरकार के खर्चे पर मनाना शुरू किया था। अब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि सनातन भारत को खत्म करने के लिए तक्षशिला और नालंदा विश्वविद्यालय को भी खत्म किया गया, क्योंकि जो जितना पड़ेगा उतना ही बोलेगा। हमारे महापुरुषों ने देश और समाज को आगे बढ़ाने के लिए अपनी शिक्षाओं को किताबों में समझाया था। उन शिक्षाओं को हमारे समाज के कुछ महापुरुषों ने आगे बढऩे का काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अब सुनहरा कालखंड शुरू हो चुका है। फिर भी पूर्ण सनातन भारत बनाने में बहुत लंबा समय लगेगा और इस लंबे समय को कम करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को प्रयास करके कम करना होगा। उन्होंने कहा कि कैथल के मुंदडी में महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय तैयार हो रहा है। विश्वविद्यालय की कक्षाएं कई सालों से शुरू हो चुकी हैं, विश्वविद्यालय समाज को आगे बढ़ाने में अपनी भूमिका अदा कर रहा है।
कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि कुरुक्षेत्र में महर्षि वाल्मीकि मंदिर अभी स्वरूप ले रहा है, जिसको पूरे देश के वाल्मीकि समाज की अंतरराष्ट्रीय राजधानी बनाएंगे। देश के किसी भी हिस्से से यदि वाल्मीकि समाज के लोग ब्रह्मसरोवर पर आएंगे तो वह एक बार इस मंदिर में जरूर पधारेंगे। इस मंदिर में वर्ष 1962 से हॉस्टल चलता आया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार सनातन की सरकार है। सनातन की सोच को लेकर आगे बढ़ाने वाली सरकार है। सरकार द्वारा लोगों की समस्याओं का लगातार समाधान किया जा रहा है।
इस मौके पर एसडीएम शाश्वत सांगवान, महाराज संगम नाथ, वाल्मीकि सभा प्रधान जागीर सिंह, अंतर्राष्ट्रीय जाट धर्मशाला प्रधान कृष्ण श्योकंद, सैनी धर्मशाला प्रधान गुरनाम सैनी, जिला कल्याण अधिकारी दीपिका, चेयरमैन सुभाष सैनी, नायब सिंह पटाक माजरा, मलकीत ढांडा, महासचिव शिव कुमार, उप प्रधान दीपक गिल, उपप्रधान यशपाल, सुखलाल, सुधीर, जोगीराम, उपप्रधान रामनाथ, मुख्य सलाहकार तारा चंद, कोषा अध्यक्ष जरनैल, धर्मेंद्र अत्रि, चरणजीत बाबा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।