Alfaaz Dil ke - Priyanka Bharti

Alfaaz Dil ke  - Priyanka Bharti Quotes editor

ke alfaaz

Tu likh koi gajalHm v khani likhengeAb hm v teraIntjar m agle janm Ki ravani likhenge
25/05/2025

Tu likh koi gajal
Hm v khani likhenge
Ab hm v tera
Intjar m agle janm
Ki ravani likhenge

10/04/2025

मेरे लिए प्रेम कोई स्वार्थ नहीं है...
न कोई दैहिक सुख, और न ही कोई प्रलोभन...
मेरे लिए प्रेम है निस्वार्थ वात्सल्य की तरह...
जो स्पर्श भी करे तो उसमे इतनी आत्मीयता व्याप्त हो...
कि उसकी छुअन किसी पुष्प की कोमलता सा लगे...
उसका माथे को चूमना, मानो किसी ने आत्मा को छू लिया हो...
और हर लिया अंतर्मन से कोई भारी सा बोझ...
उसके हाथो में हाथ होना...
मानो जहां भर से लड़ने का हौंसला...
अंधेरी राह में जैसे कोई टिमटिमाता सा सितारा...
मेरे आस पास मंडराता सा...
उसका आलिंगन जैसे, एक सुखद सा एहसास...
जैसे समस्त भावों का, एक अथाह समुंदर सा उमड़ आना...
जैसे समेट लिया हो किसी ने, टूटे बिखरे हुए से व्याकुल मन को...
और बांध लिया हो अपनी आत्मा से सदा के लिए....!!
हम राही

09/04/2025

क्या आपने कभी किसी को इतना गहरे और पवित्र तरीके से पसंद किया है कि बाकी सारी दुनिया जैसे पीछे छूट जाए?
ऐसा लगता है जैसे आप एक कमरे में प्रवेश करते हैं जहाँ खूबसूरत लोग हैं, मुस्कानें खिल रही हैं, आकर्षण हवा में है — फिर भी, कोई भी उनकी तरह नहीं है। कोई भी आपकी नजरें अपनी ओर नहीं खींचता जैसे वो करते हैं। बस एक साधारण नज़र से दिल में वो हलका सा पलटाव महसूस होता है। उनके नाम की स्क्रीन पर झलक दिखते ही दिल की धड़कन तेज़ हो जाती है। ऐसा लगता है, जैसे आपका पूरा दिल, दिमाग और ऊर्जा सिर्फ और सिर्फ उन्हीं में समाहित हो जाती है।
यह सिर्फ उनकी शक्ल-सूरत के बारे में नहीं है। यह उनके हंसने का तरीका, उनके दिन के बारे में बात करने का तरीका, उनका आपके लिए उस तरह से देखभाल करना—जो वो जानबूझकर नहीं करते। यह वो शांति, उत्साह, आराम और खुशी है जो सिर्फ एक इंसान में समाहित हो सकती है। आप सौ लोगों के बीच भी होते हैं, लेकिन फिर भी आपकी नजरें सिर्फ उन्हें ही खोजती हैं।
और शायद यह थोड़ा डरावना हो, कि एक इंसान का आप पर इतना प्रभाव हो सकता है। लेकिन यह भी खूबसूरत है—किसी को इतना प्यार करना कि आपकी आत्मा को बस उन्हीं की आवश्यकता महसूस हो। सिर्फ और सिर्फ उन्हीं की। हमेशा उन्हीं की।

05/04/2025

धन्यवाद, मुझे तोड़ने के लिए, ताकि मैं आखिरकार सच को देख सकूं — मैं किसी ऐसे व्यक्ति के लायक नहीं हूं जैसे तुम हो।

मैं तुम्हारे प्यार में इतना अंधी हो गयी थी कि चाहे तुमने कितनी बार मुझसे झूठ बोला, मुझे चोट पहुँचाई, या विश्वासघात किया, मैं फिर भी रुकी रही। मैंने अपना हर हिस्सा तुम्हें दिया, भले ही तुम मुझे कुछ भी नहीं समझते थे। मैंने अपमान को नजरअंदाज किया, लाल झंडों को अनदेखा किया, और खुद को यह समझाया कि प्यार का मतलब है दर्द सहना। मैं तुम्हारे लिए कुछ भी करने को तैयार थी — अपनी खुशी, मेरी इज्जत, यहाँ तक कि खुद को भी — क्योंकि मुझे लगा था कि तुम कभी न कभी इसे समझोगे और मुझे वैसे ही प्यार करोगे।

लेकिन धन्यवाद। धन्यवाद, एक बार फिर मुझे यह दिखाने के लिए कि तुमने मुझे कितना हल्के से लिया। यह इसलिए नहीं क्योंकि मैं उस दर्द का हकदार थी, बल्कि इसलिए कि इसने मुझे आख़िरकार अपनी आँखें खोलने का मौका दिया। मैं इस तरह से बर्ताव करने के लायक नहीं हूं, जैसा तुमने किया। मुझे अनंत दिल टूटने, अपनी क़ीमत पर हमेशा सवाल उठाने, या यह महसूस करने की शर्मिंदगी का हक नहीं है कि मैं पर्याप्त नहीं हूं। मैंने इतनी सारी नज़दीकियाँ और वक़्त खो दिया यह सोचते हुए कि तुम मेरे सुख की कुंजी हो, जबकि तुमने मुझे दुख में बंद कर दिया था।

लेकिन अब नहीं। मैं अब और तुमसे न्यूनतम की भीख नहीं माँग रही हूँ। मैं अब अपनी शांति को सिर्फ तुम्हें आराम देने के लिए बलिदान नहीं करूंगी। तुमने मुझे तोड़ा, लेकिन टुकड़े-टुकड़े करके, मैं अब खुद को फिर से बना रही हूँ। और इस बार, मैं एक ऐसी वर्जन बना रही हूँ जो अपनी क़ीमत जानती है।

तो धन्यवाद। धन्यवाद, मुझे तोड़ने के लिए ताकि मैं बिना तुम्हारे उभर सकूं। मैं बेहतर के लायक हूँ — और अब, मुझे यकीन है।

29/08/2024

सुनो...

अगर मै कभी न भी रहूं,
तुम्हे कहीं दिखाई न दूं,
तुम उदास मत होना,
और न बेचैन होना कभी,
तुम न पूछना किसी से पता मेरा ,
तुम मुझे याद करके कभी मत रोना ,
तुम तलाशना मुझे खुद में,
अपने अंतर्मन में टटोलना मुझे,
तुम मेरी स्मृतियों को समेटे रखना,
अपने कोमल हृदय के उपवन में,
मन उदास हो तो याद करना,
मेरी मुस्कुराहट को,
मेरी बच्चों जैसी आदतों को,
जिसकी तारीफ तुम दिन में कई - कई बार करते थे,
तुम याद करना मेरी उन सभी गलतियों को,
जिन्हे तुम प्यार से डांटकर सुधारा करते थे ,
रात को अगर नींद न आए मुझे याद करके,
तुम देखना आकाश की ओर ध्यान से ,
और फिर बनाना मेरी छवि अपने मन की कल्पनाओं से,
फिर मै तुम्हे दिखाई दूंगी, उस नीले आकाश में ,
उन सभी चमकते चांद तारों के बीच एक उज्जवल सी छवि,
जो मुस्कुराएगी तुम्हे देखकर,
और बस जाएगी तुम्हारी निगाहों में,
जो ले जाएगी तुम्हे नींद के आगोश में ,
और मेरे नजदीक बहुत नजदीक ...!

08/06/2024
आसान नहीं होताएक प्रतिभाशाली स्त्री से प्रेम करना,क्योंकि उसे पसंद नहीं होती जी हुजूरी,झुकती नहीं वो कभीजबतक न होरिश्तों...
16/05/2024

आसान नहीं होता
एक प्रतिभाशाली स्त्री से प्रेम करना,
क्योंकि उसे पसंद नहीं होती जी हुजूरी,
झुकती नहीं वो कभी
जबतक न हो
रिश्तों में प्रेम की भावना।
तुम्हारी हर हाँ में हाँ और न में न कहना वो नहीं जानती,
क्योंकि उसने सीखा ही नहीं झूठ की डोर में रिश्तों को बाँधना।
वो नहीं जानती स्वांग की चाशनी में डुबोकर अपनी बात मनवाना,

वो तो जानती है बेबाक़ी से सच बोल जाना।
फ़िज़ूल की बहस में पड़ना उसकी आदतों में शुमार नहीं,
लेकिन वो जानती है तर्क के साथ अपनी बात रखना।
वो क्षण-क्षण गहने- कपड़ों की माँग नहीं किया करती,
वो तो सँवारती है स्वयं को अपने आत्मविश्वास से,
निखारती है अपना व्यक्तित्व मासूमियत भरी मुस्कान से।

तुम्हारी गलतियों पर तुम्हें टोकती है,
तो तकलीफ़ में तुम्हें सँभालती भी है।
उसे घर सँभालना बख़ूबी आता है,
और अपने सपनों को पूरा करना भी।
अगर नहीं आता तो किसी की अनर्गल बातों को मान लेना।
पौरुष के आगे वो नतमस्तक नहीं होती,
झुकती है तो तुम्हारे निःस्वार्थ प्रेम के आगे।
और इस प्रेम की ख़ातिर अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देती है।

हौसला हो निभाने का तभी ऐसी स्त्री से प्रेम करना,
क्योंकि टूट जाती है वो धोखे से,
छलावे से, पौरुषत्व के अहंकार से,
और फिर जुड़ नहीं पाती है,
किसी शल्य उपचार से।

एक ऐसा रिश्ता जिसमे  दो लोग सिर्फ भावनाओं से ,एक दूसरे से जुड़े रहते हैं.. ,इक ऐसा रिश्ता जिसपर ,कोई सामाजिक मोहर या नाम ...
15/05/2024

एक ऐसा रिश्ता
जिसमे दो लोग सिर्फ भावनाओं से ,
एक दूसरे से जुड़े रहते हैं.. ,
इक ऐसा रिश्ता जिसपर ,
कोई सामाजिक मोहर या नाम नही होता,
मगर समाज के हर दिखावटी रिश्ते से बढ़कर,
फर्ज निभाया जाता है...
एक ऐसा बंधन ,
जिसमे आप एक दूसरे से जुड़े भी रहते है,
और आपकी आज़ादी पर भी ,
किसी तरह की कोई पाबंदी नही रहती..
वो एहसास जो आपको कभी तनहा नही रहने देता,
ज़रूरी नही की कोई आपके साथ चल रहा है ,
तभी साथ है,
अरे...
ज़रूरी तो ये है कि किसी की मौजूदगी ,
आपको कभी अकेला महसूस ना होने दे..
आपकी हँसी में जिसकी खुशी शामिल हो,
आपके दर्द में नमी उसकी पलकों पर ठहर जाये,
इक ऐसा रिलेशन जिसमे वादे नही होते,
कसमें नही खायी जाती,
बस एक एहसास ,
जो दो लोगो को आपस में जोड़े रखता है,
रिलेशन शिप का अंत ज़रूरी नही की शादी हो,
या हमेशा के लिए बिछड़ जाना,
या फिर तमाम उम्र का पछतावा,
नही...
ये पछतावा नहीं,एक मीठी याद की तरह होता है,
निश्चल निष्पाप पाक बंधन,
जिसमे कोई सीमाएं नही है कोई रोक टोक नही है,
सुगंधित इत्र की तरह महकने वाला,
एक रिश्ता जो हमारी आत्मा तक को,
अमरत्व सा प्रदान करता है,
उम्र भर निभाया जाने वाला,
एक सुखद अहसास एक भरोसा ,
कि चाहे मेरे साथ कोई हो ना हो ,
वो हमेशा होगा,
एक विश्वास ...❣️
जो आपको कभी कमज़ोर नही पड़ने दे ।

14/05/2024

लगाव नही है मुझे तुमसे,
ठहराव हो तुम मेरा,
जहां से में कभी गुजरना नही चाहती,
बस गई हूं,थम गई हूं,
और ठहर गई हैं मेरी सारी भावनाएं,
मेरे सारे एहसास बस तुम पर आकर,❣️
जैसे तपती सड़क पर चलते हुए,
किसी मुसाफिर को मिल जाती है,
किसी घने से पेड़ की छांव ,
और वो सुकून से बैठ जाता हैं वहां,
ऐसा लगता है मानो ..
जो सांसों का आवागमन,
रुक सा गया था मीलों चलते चलते,
वो फिर से गति पकड़ चुका है,
धड़कने फिर से थिरकने लगी हैं,
अपनी वही चाल.....
मगर मैं मुसाफिर की तरह,
उठकर चलने जाने वालों में से नही हूं,
मैंने तुम्हारी शीतलता को बसा लिया है,
अपने भीतर ही,
और मैं सदैव रहना चाहती हूं ,
तुम्हारे स्नेह की ठंडी छाया में,
बिना किसी स्वार्थ के ,
जो मुझे तुमसे मिला है,
तुम्हारा अस्तित्व क्षणिक नही है मेरे लिए,
अरे ...
तुम तो आधारशिला हो मेरी ,
मेरे एहसासों का सुंदर सा घरौंदा तुम हो,
तुम बिन कहां कुछ महसूस हो पाता है मुझे,
तुम बिन मैं कहां फिर मैं रह जाती हूं....!
ख़ैर....

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