22/08/2025
#राग #यमन #अभ्यास #श्रंखला
आप जानते हैं कि कल्याण थाट से राग यमन का जन्म होता हैं इसलिए सबसे पहले कल्याण थाट को बजाइए
सा रे ग म॑ प ध नि सां
सां नि ध प म॑ ग रे सा
राग यमन कल्याण थाट से ही उत्पन्न होता हैं इसलिए इसका आरोह अवरोह भी दो प्रकार से कर सकते हैं
राग यमन का आरोह मंद्र सप्तक के नि़ किया जाता हैं इसलिए इसका आरोह अवरोह ऐसे भी किया जा सकता हैं जिसमें केवल आरोह में सा छोड़ दिया जाएगा
नि़ रे ग,म॑ प ,ध नि सां
नि़, ग,प और सांं यमन के ठहराव वाले स्वर हैं इसलिए इन्हें विराम चिह्न लगाकर प्रर्दशित किया गया हैं
इन स्वरों पर ठहराव रखना हैं,संगीत की भाषा में ये न्यास के स्वर कहलाते हैं,ये चार स्वर ही ऐसे हैं जहां रूका जा सकता हैं
इन चार स्वरों में से दो स्वर नि और ग बहुत महत्वपूर्ण स्वर हैं
राग यमन में वादी संवादी स्वर, " ग और नि हैं
वादी स्वर यानी जिस स्वर पर बहुत अधिक ठहराव किया जा सकता है ये राग रूपी राज्य का राजा होता हैं
राग यमन में इसका प्रभाव सबसे अधिक दिखाई देगा
दूसरा स्वर जिसे हम संवादी स्वर कहते हैं नि हैं इसका उपयोग वादी स्वर के बाद सबसे अधिक किया जाता है यानी सबसे अधिक ठहराव ग स्वर पर और दूसरा नंबर हैं नि का जिस स्वर पर ठहराव रखना हैं
राग रूपी राज्य का नि स्वर मंत्री की भूमिका में हैं
राग यमन की शुरुआत ही, नि, स्वर से हो रही हैं
नि़ रे ग, म॑ प,ध नि सां
नि और ग का आपस में बातचीत होती हैं वाद संवाद होता है जिसे सवाल जबाव कहते हैं
नि़ रे ग
देखिए ऩि और ग का आपस में संवाद नि ने आवाज लगाई ग तक
अब इसका जबाब देख लीजिए
म॑ ध नि
बार बार इन दोनों स्वर संगति को बजाने और बोलने से राग यमन प्रकट हो जायेगा
राग यमन का आरोह अवरोह दो प्रकार से किया जा सकता हैं
आरोह- नि़ रे ग,म॑ प, ध नि सां
अवरोह - सां नि ध प, म॑ ग रे सा
जहां आपको विराम चिह्न लगा दिखेगा वहां आप ठहरे
दूसरा प्रकार
ऩि रे ग, म॑ ध, नि सां
लेकिन आरोह में सात स्वरों का उपयोग
आप इसे इस तरह समझ लीजिए तो राग का चलन पूरी तरह स्पष्ट हो जायेगा
नि़ रे ग, म॑ ध नि, रे सा
राग यमन की दो स्वर संगति नि़ रे सा और ऩिरेग
आपको अनेक फिल्मों के गीत में दिखाई देगी
राग को समझने के लिए इसके एक एक स्वर को समझिए
सा स्वर का प्रयोग
राग यमन में सा स्वर बहुत महत्वपूर्ण हैं जहां हम बार बार ठहराव रखते हैं
वैसे भी सा स्वर सभी स्वरों को जन्म देने वाला हैं इसलिए इसके महत्व को आप नजर अंदाज नहीं कर सकते हैं
जब नि़ से आगे बढ़ते समय इसे छोड़ देते हैं तो रे का उपयोग करते ही यहां लौटा जा सकता है
नि़ रे सा
सा स्वर यमन राग के अनेक फिल्मों के गीत का शुरुआती स्वर भी आपको मिलेगा
अब देखिए इस स्वर पर हम बार बार लौटकर आयेगे शुरुआत नि से होगी लेकिन समापन सा पर ही कर रहे हैं
नि़ रे सा
नि़ रे ग, रे सा
नि़ रे ग म॑,ग रे सा
नि़ रे ग म॑ प, म॑ ग रे सा
नि़ रे ग म॑ प, ध ; प म॑ ग रे सा
नि़ रे ग म॑ प ध नि,ध प म॑ ग रे सा
नि़ रे ग म॑ प ध नि सां,नि ध प म॑ ग रे सा
हम ने ध का प्रयोग भी किया है लेकिन उस पर आपको अल्प विराम रखना हैं ज्यादा ठहराव ध पर नहीं करना हैं तुरंत वहां से निकल जाना हैं
सामान्यतः हम प से ध में इस तरह का प्रयोग भी किया जा सकता है
म॑धनिसां
जिसमें हम प को छोड़कर आगे बढ़ते हैं
इससे आगे हम तार सप्तक में आगे भी बढ़ते हैं
नि़ रे ग म॑ प ध नि रें सां,नि ध प म॑ ग रे सा
नि़ रे ग म॑ प ध नि रें गं ,रें सा
वहीं चलन जो मध्य सप्तक में हैं तार सप्तक में भी होगा
राग यमन में सा का ठहराव आप समझिए
अवरोह में बता रहा हूं
सा
रेसा
गरेसा
म॑गरेसा
पम॑गरेसा
धपम॑गरेसा
निधपम॑गरेसा
सां नि ध प म॑ ग रे सा
तो स्वर "सा"को उपरोक्त अभ्यास करते हुए समझने की कोशिश करना हैं
आप सा का अभ्यास अनेक प्रकार से कीजिए
धसा
निसा
रेसा
गसा
म॑सा
पसा
तीनों सप्तक में समझिए
सा हमारा ठहराव का एक प्रमुख स्वर हैं न्यास का स्वर हैं
राग यमन में रे स्वर की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है इस पर बहुत अधिक तो ठहराव नहीं करते हैं लेकिन इसे छोड़कर भी नहीं जा सकते हैं आपको इसको लेना ही होगा अल्प ठहराव रखना हैं
ऐसे रे रे रे रे
अधिक देर ठहराव नहीं रख सकते हैं
रे का प्रयोग समझिए
आप सप्तक के सभी स्वरों को रे के पास ले जाइए
नि़ रे,
गरे
म॑रे,
परे,
धरे,
सारे
इनका बार बार अभ्यास कीजिए तीनों सप्तक में बजाइए समझिए
आप इन स्वरों की संगति के साथ सा भी जोड़ दीजिए तो
नि़ रे सा
गरेसा
म॑रेसा
परेसा
धरेसा
इनसे आप सा का एक अभ्यास और बना सकते हैं चूंकि यहां हम रे स्वर को समझ रहे हैं तो
गरे
म॑गरे
पम॑गरे
गसारे
म॑सारे
ऐसे अलग अलग तरीके से रे के चलन को समझिए
क्योंकि रे पर अधिक ठहराव नहीं कर सकते हैं लेकिन रे के महत्व को भी आप नजर अंदाज नहीं कर सकते हैं
Rambabu patel telsir फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल हारमोनियम और संगीत सीखने का सबसे सरल और शास्त्रीय संगीत सीखने का एक मंच हैं
अब आते हैं यमन के सबसे महत्वपूर्ण स्वर "ग" पर
ग वादी स्वर हैं,राजा स्वर हैं, सबसे अधिक न्यास यानी ठहराव का स्वर हैं यह जीव स्वर हैं जो राग यमन को जीवित रखता है इसका ठहराव खत्म होते ही राग यमन समाप्त हो जायेगा
नि़ रे ग
धरेग
परेग
म॑रेग
सा रे ग
आप और भी तरीके से ग पर ठहराव रख सकते हैं बस ग पर ठहराव अधिक देना हैं
आप इस से कम ज्यादा स्वरों का प्रयोग भी कर सकते हैं
धपम॑ग
पम॑ग
म॑ग
आप प्रत्येक स्वर के साथ इसे जोड़िए
साग
रेग
म॑ग,
पग,
धग
निग
इस तरह आप ग स्वर पर ठहराव रखते हैं
और भी कई तरीके से आप ग स्वर पर ठहराव रख सकते हैं
(ये आप रामबाबू पटेल तेलसिर फेसबुक पेज पर समझ रहे हैं )
आप यूट्यूब चैनल पर भी इसी नाम से सर्च करिए और चैनल सब्सक्राइब कीजिए)
म॑ स्वर तो यमन को जीवित रखता है ये स्वर भी बहुत महत्वपूर्ण हैं ये तीव्र म॑ स्वर चढ़ी हुई फ्रिक्वेंसी का हैं जो एक बैचेन स्वर हैं जो हमारे बैचेन मन को शांत करता है
जैसे जहर जहर को मार देता है
इसका प्रयोग समझिए
नि़ रे म॑
इस स्वर संगति से बहुत से फिल्म गीतों और भजनों की शुरुआत होती हैं
नि़ रे म॑
ग म॑
प म॑
गम॑ पम॑
पम॑गम॑
इस तरह के अभ्यास आप कीजिए
अब आते हैं यमन राग के एक और महत्वपूर्ण स्वर प पर
अनेक फिल्मों के गीत और भजन प स्वर से ही शुरू होते हैं
साप
रेप
गप
म॑प
धप
निप
इस तरह से आप और अधिक स्वरों के साथ प स्वर पर ठहराव रखना सीख सकते हैं
जैसे
गम॑प
गम॑गम॑ गम॑प
पम॑पम॑ गम॑प
राग यमन का एक और महत्वपूर्ण स्वर हैं ध लेकिन इस पर आप अधिक ठहराव नहीं रख सकते हैं
साध
रेध
गध
म॑ध
पध
निध
इस तरह अभ्यास इसका कर लीजिएगा
नि स्वर तो यमन का संवादी स्वर हैं मंत्री हैं राग यमन को संभालने की जिम्मेदारी इसी की हैं राजा स्वर ग के नेतृत्व में नि स्वर राग यमन में बहुत अधिक सक्रिय रहता हैं
सानि
रेनि
गनि
म॑नि
पनि
धनि
इस तरह के संक्षिप्त लेकिन बहुत पावर फुल अभ्यास से आप इसे समझे
राग यमन की तैयारी के लिए आप पलटा नंबर 2 ज़रूर कीजिए,
ये बहुत महत्वपूर्ण है
प्रैक्टिस
सारे रेग गम॑ म॑प पध धनि निसां
सांनि निध धप पम॑ म॑ग गरे रेसा
पलटा नंबर 2 का ये पहला टुकड़ा कण स्वर के अभ्यास के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं इसका अभ्यास जितना अधिक करते हैं उतनी अच्छी आपकी हारमोनियम बजेगी
दूसरा टुकड़ा मींड अभ्यास के लिए हैं
साग रेम॑ गप म॑ध पनि धसां
सांध निप धम॑ पग म॑रे गसा
अधिक से अधिक इसका अभ्यास करें
साम॑ रेप गध म॑नि पसां
सांप निम॑ धग परे म॑सा
बहुत महत्वपूर्ण अभ्यास हैं इन्हें बार बार बजाकर प्रैक्टिस कीजिए
साप रेध गनि म॑सां
सांम॑ निग धरे पसा
स्वरों के अंतर को समझना हैं और बार बार बजाकर प्रैक्टिस कीजिए
साध रेनि गसां
सांग निरे धसा
बार बार बजाकर प्रैक्टिस कीजिए और समझने की कोशिश कीजिए स्वरों को
सानि रेसां
सांरे निसा
अंत में
सासां
सांसा
ये पलटा बहुत महत्वपूर्ण हैं
पहला पलटा यमन स्वर अभ्यास में शामिल कीजिए
(1) सा रे ग म॑ प ध नि सां
सां नि ध प म॑ ग रे सा
(2) सासा रेरे गग म॑म॑ पप धध निनि सांसां
सांसां निनि धध पप म॑म॑ गग रेरे सासा
(3) सारेग रेगम॑ गम॑प म॑पध पधनि धनिसां
सांनिध निधप धपम॑ पम॑ग म॑गरे गरेसा
(4) सारेगम॑ रेगम॑प गम॑पध म॑पधनि पधनिसां
सांनिधप निधपम॑ धपम॑ग पम॑गरे म॑गरेसा
(5) सारेगम॑प रेगम॑पध गम॑पधनि म॑पधनिसां
सानिधपम॑ निधपम॑ग धपम॑गरे पम॑गरेसा
(6) सारेगम॑पध रेगम॑पधनि गम॑पधनिसां
सांनिधपम॑ग निधपम॑गरे धपम॑गरेसा
(7) सारेगम॑पधनि रेगम॑पधनिसां
सांनिधपम॑गरे निधपम॑गरेसा
(8)सारेगम॑पधनिसां
सांनिधपम॑गरेसा
आप चाहते हैं कि मैं ऐसी लम्बी लम्बी घंटों तक मेहनत करते हुए लिखूं तो कृपया पोस्ट शेयर और लाइक जरुर करें जिससे मुझे लगे कि मेरी तीन घंटे की ये राग यमन श्रंखला की पहली सीरीज लिखना सफल रहा
साथियों फिर मिलते हैं
#यमन
Rambabu Patel Telsir पेज