26/07/2022
अलविदा फौजी साहब
डाक कांवड़ में आगे निकलने लेकर हर साल झगड़े होतें हैं, मारपीट होती हैं लेकिन इस बार एक फौजी की हत्या कर दी । चुलकाना (संभालखा) पानीपत के कावंडिए डाक कावड ला रहे थे, उधर 2 दिन पहले छुट्टी आए फौजी कार्तिक बालयाण (सिसौली, UP) भी अपने गांव के साथियों सहित डाक कावंड लाने निकल पडा
इन दोनों गुटों की आगे निकलने की होड में कहासुनी हुई, पहली बार मामला शांत हो गया लेकिन फौजी साहब का गुट बार बार बढत बना रहा था, आखिर में दूसरे गुट से बर्दाश्त नहीं हुआ और फिर कहासुनी हो गई, इस बार मारपीट की नौबत आ गयी और अकेले फौजी को दूसरे गुट के 7-8 कावडियों ने घेर लिया और लाठी डंडों से पिटाई करनी शुरू कर दी,
सिर पर कई वार हुए और फौजी साहब का सिर फट गया, जयादा खून बहने की वजह से कुछ ही मिनटों में वहीं दम तोड दिया ।
ये कैसी भक्ति है जो लठ बजाने पर उतारू हो जाते हैं? 1-2 घंटे पहले चल पडा करो, कम से कम बिना कहासुनी, लडाई के,
शांति से जल चढा दिया करो
ऐसे तो भोले बाबा भी खुश नहीं होंगे
फौजी साहब को नमन और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले
संदीप मलिक