12/05/2025
TURQUOISE STONE - फिरोजा रत्न
ज्योतिष रत्न शास्त्र की मान्यता के अनुसार चौरासी उप रत्न एव नो रत्न होते है ऐसा अनुभव किया गया है कि ईन सभी प्रकार के रत्नौ मे अलौकिक शक्तियों का अह्सास होता है।
इन ही रत्नौ मे से एक रत्न जो हल्के से गहरे जैसे आसमान के नीले रंग से मिलते रंग का पत्थर जो #फिरोजारत्न फिरोजा रत्न के नाम से पुरी दुनियाभर मे मशहूर है।
यह रत्न दुनियाभर के कुछ एक देशो मे मौजूद है जैसे कि ईरान, तुर्की, मिस्र और अमेरिका. ईन मे से ईरान मे मिलने वाला ये रत्न जो गुणवत्तायुक्त होने के कारण दुनियाभर का सबसे उच्चकोटि का फिरोजा रत्न माना जाता है जो कि जवाहरात बाजार मे ईरानी फिरोजा के नाम से मशहूर है।
रत्न ज्योतिष शास्त्र मे इस रत्न को गुरू ग्रह यानी बृहस्पति देव का रत्न माना गया है ईसलिए ज्योतिष शास्त्र मे इस रत्न #फिरोजारत्न को अत्याधिक महत्वपूर्ण स्थान हासिल है।
राशि रत्न को धारण करने से पहले जातक के मन मस्तिष्क मे कई सवाल रहते है जैसे कि -----
फिरोजा रत्न धारण करने के लाभ ( फायदे ) एव नुकसान (हानि) क्या है ?
फिरोजा रत्न को क्या कोई भी व्यक्ती धारण कर सकता है ?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार फिरोजा रत्न को गुरु ग्रह का रत्न माना गया है ईसलिए वो लोग जिनका गुरु ग्रह कमजोर है उन जातको को ज्योतिष आचार्यो के द्वारा ईस रत्न को धारण करने कि सलाह दी जाती है ताकी जातक का गुरु ग्रह मजबूत हो जाए. ज्योतिष शास्त्र मे यह माना गया है की इस रत्न को धारण करने से व्यक्ति को सुख समर्द्धि, खुशहाली, धनलाभ, मान-सम्मान, लोगो का प्यार, नौकरी – कारोबार मे सफलता, रंगमंच – कलाकार एव फिल्मी संगीत, चित्रकार, चिकित्सक, इंजीनियरिंग, समाज एव देश - विदेश मे लोकप्रिय प्राप्त कर सकते है ईसके साथ वो लोग जो निरंतर तनाव, चिन्ताग्रस्त, मानसिक परेशानी, आत्मविश्वास कमी आदी हो उन सभी को यह रत्न अवश्य ही धारण करना चाहिए. छात्रो के लिए यह रत्न बहुत ही फलदाई सिद्ध हो सकता है क्योकि इस रत्न से बौधिक क्षमता का विकास होता है।
क्या फिरोजा रत्न कोई भी व्यक्ती धारण कर सकता है ?
फिरोजा रत्न को कोई भी जातक को धारण नही करना चाहिए ईस रत्न को धारण कर ने से पहले किसी अच्छे आचार्य जी से कुन्डली विश्लेषण करवाना आवश्यक है ताकी यह मालूम हो सके कि यह रत्न धारण करना उचित है या नही. क्योंकि कोई भी रत्न सभी राशीयो के लिए उपयुक्त नही होता है अगर कोई गलत राशी वाला जातक इसे धारण करले तो ईसके नाकारात्मक प्रभाव भी हो सकते है।
फिरोजा रत्न धारण कर ने का दिन एव समय ?
ज्योतिष आचार्यो के अनुसार इस रत्न को गुरुवार के दिन सूर्य उदय के समय गंगाजल से शुद्धीकरण करके गुरु ग्रह के मंत्र - ऊँ बृं ब्रहस्पत्ये नम: ऊँ का जाप कर धारण करना चाहिए।
फिरोजा रत्न की कीमत?
जवाहरात बाजार मे इस रत्न की कीमत ₹500 से ₹2000 पर कैरेट/रती रत्न की गुणवत्ता के अनुसार रहती है।
Note : कोई भी रत्न - रुद्राक्ष धारण करने से पहले सभी जातको को किसी अच्छे अनुभवी ज्योतिष से परामर्श करना चाहिए ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि ये रत्न - रुद्राक्ष आपके लिए सही है या नही।
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सुमेर सिंह राशि रत्न एव रुद्राक्ष स्टोर
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