23/02/2025
एक बार की बात है, एक गरीब किसान था जिसका नाम हरीलाल था। वह एक छोटे से गाँव में रहता था और उसके पास बहुत कम संपत्ति थी।
उसके पास केवल एक छोटा सा खेत था, जो ज़मीन के एक छोटे से टुकड़े पर था। हरीलाल कड़ी मेहनत करता था,
लेकिन उसकी फसल अक्सर सूखा या कीड़ों से नष्ट हो जाती थी।
एक दिन, हरीलाल के गाव में भयंकर बाढ़ आ गई। बाढ़ ने उसकी फसल को बर्बाद कर दिया और उसका घर भी नष्ट कर दिया। हरीलाल बहुत दुखी था। वह नहीं जानता था कि वह क्या करेगा। हरीलाल के पास कोई पैसा नहीं था,
इसलिए वह एक साहूकार से कर्ज लेने गया। साहूकार ने उसे बहुत अधिक ब्याज पर कर्ज दिया।
हरीलाल को कर्ज चुकाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी, लेकिन वह कर्ज चुकाने में असमर्थ था।
धीरे-धीरे, हरीलाल और उसका परिवार गरीबी में डूब गया। हरीलाल को अपने बच्चों को काम पर भेजना पड़ा ताकि वह परिवार का पालन-पोषण कर सके।
हरीलाल की पत्नी भी बीमार हो गई और मर गई।
हरीलाल अकेला और निराश था। वह नहीं जानता था कि वह क्या करेगा। वह सोचता था कि वह अपनी जिंदगी खत्म कर ले।एक दिन, हरीलाल एक साधु से मिला। साधु ने हरीलाल को समझाया कि जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं।
उन्होंने हरीलाल को धैर्य रखने और संघर्ष जारी रखने के लिए कहा। हरीलाल ने साधु की बात मानी।
उन्होंने अपने जीवन को बदलने का फैसला किया। उन्होंने कड़ी मेहनत करना जारी रखा और अपने बच्चों को पढ़ाया।
धीरे-धीरे, हरीलाल की किस्मत बदलने लगी। उन्होंने अपने कर्ज को चुकाया और एक नया घर बनाया। हरीलाल के बच्चों ने अच्छी नौकरी पा ली और वे अपने पिता की देखभाल करने लगे।
हरीलाल को आखिरकार अपनी जिंदगी में खुशी मिली। उन्होंने सीखा कि जीवन में कठिनाइयों से नहीं डरना चाहिए।
उन्होंने सीखा कि धैर्य और संघर्ष से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं। हमें कठिनाइयों से नहीं डरना चाहिए। धैर्य और संघर्ष से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।
हम अपने जीवन को बदल सकते हैं, अगर हम इसके लिए कड़ी मेहनत करें।