ExploreWith Ashu

ExploreWith Ashu UTTARAKHAND DARSHAN (उत्तराखंड दर्शन)

05/08/2025

भागीरथी नदी का बहाव रुकने से हर्षिल में झील बनने की सूचना।
b

05/08/2025

धराली की प्रलय के बाद मलबे में दबे लोग अपनी जान बचाकर निकलते हुये वीडियो में दिख रहे हैं भगवान सबको सुरक्षित रखे

05/08/2025

#उत्तरकाशी धाराली में #बादल फटने का एक खतरनाक #वीडियो सामने आया है #भगवान सभी को #सुरक्षित रखे

22/07/2025

दुःखद खबर, शत् शत् नमन
भारतीय सेना के जवान लोकेंद्र प्रताप, ग्राम कटाखोली, श्रीनगर का निधन, क्षेत्र में शोक की लहर

गढ़वाल रायफल में तैनात फौजी का निधन
क्षेत्र में शोक की लहर, बताया जा रहा एक माह पहले हुई थी फौजी की शादी। गढ़वाल राइफल्स के 26 वर्षीय जवान लोकेंद्र प्रताप का अचानक दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। मूल रूप से गांव कटाखोली, श्रीनगर (जनपद पौड़ी गढ़वाल) निवासी लोकेंद्र करीब आठ साल पहले सेना में भर्ती हुए थे।

🚩जय मां चंद्रबदनी🚩चंद्रबदनी मंदिर, उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ है। यह मंदिर देवी सती क...
20/07/2025

🚩जय मां चंद्रबदनी🚩
चंद्रबदनी मंदिर, उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ है। यह मंदिर देवी सती के 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है, जहाँ देवी सती का धड़ (कंधा) गिरा था. मान्यता है कि भगवान शिव, देवी सती के जले हुए शरीर को ले जा रहे थे, तब उनका धड़ चंद्रकूट पर्वत पर गिरा, जिसके बाद इस स्थान पर चंद्रबदनी मंदिर की स्थापना हुई. 

.मध्यमहेश्वर, जिसे मद्महेश्वर भी कहा जाता है, उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है जो भगवान श...
08/07/2025

.
मध्यमहेश्वर, जिसे मद्महेश्वर भी कहा जाता है, उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर पंच केदार तीर्थयात्रा सर्किट का हिस्सा है, जिसमें पांच शिव मंदिर शामिल हैं. मंदिर की ऊंचाई 3,497 मीटर (11,473.1 फीट) है और यह भगवान शिव के मध्य भाग (नाभि) की पूजा के लिए जाना जाता है. 
पौराणिक कथाओं के अनुसार, मध्यमहेश्वर मंदिर का निर्माण पांडवों द्वारा महाभारत युद्ध के बाद कौरवों और ब्राह्मणों की हत्या के पाप से मुक्ति पाने के लिए किया गया था. माना जाता है कि भगवान शिव का मध्य भाग (नाभि) यहां प्रकट हुआ था, जबकि उनके अन्य अंग अन्य चार केदार मंदिरों में प्रकट हुए थे. 
❤️ ❣️❣️ ♥️

सभी के चेहरों पर हँसी लाने वाले आज सबको रुला कर अलविदा कर गये. भगवानों आपकी आत्मा को श्री चरणों मे स्थान दे ॐ शांति 🙏🥺
11/02/2025

सभी के चेहरों पर हँसी लाने वाले आज सबको रुला कर अलविदा कर गये. भगवानों आपकी आत्मा को श्री चरणों मे स्थान दे ॐ शांति 🙏🥺

06/02/2025

Neeb Karori Maharaj Aashram
नीब करौरी बाबा या नीम करौरी बाबा या महाराजजी (१९००-११ सितंबर १९७३) की गणना बीसवीं शताब्दी के सबसे महान संतों में होती है।[5]इनका जन्म स्थान ग्राम अकबरपुर जिला फ़िरोज़ाबाद उत्तर प्रदेश है जो कि हिरनगाँव से 1किलोमीटर मीटर दूरी पर है।

नीब करौरी बाबा, समाधि मन्दिर, वृन्दावन.
कैंची, नैनीताल, भुवाली से ७ कि॰मी॰ की दूरी पर भुवालीगाड के बायीं ओर स्थित है। कैंची मन्दिर में प्रतिवर्ष १५ जून को वार्षिक समारोह मानाया जाता है। उस दिन यहाँ बाबा के भक्तों की विशाल भीड़ लगी रहती है। महाराजजी इस युग के भारतीय दिव्यपुरुषों में से हैं। श्री नीम करोली बाबा को हम महाराज जी कहते है|




Address

Srinagar Garhwal
246174

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when ExploreWith Ashu posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to ExploreWith Ashu:

Share