07/03/2025
रसूलुल्लाह (सल्ल०) ने फ़रमाया, एक मुसलमान दूसरे मुसलमान का भाई है इसलिये उस पर ज़ुल्म न करे और न ज़ुल्म होने दे। जो शख़्स अपने भाई की ज़रूरत पूरी करे अल्लाह तआला उसकी ज़रूरत पूरी करेगा। जो शख़्स किसी मुसलमान की एक मुसीबत को दूर करे अल्लाह तआला उसकी क़ियामत की मुसीबतों में से एक बड़ी मुसीबत को दूर फ़रमाएगा। और जो शख़्स किसी मुसलमान के ऐब को छिपाए अल्लाह तआला क़ियामत में उसके ऐब छिपाएगा।
📗Sahih Bukhari
Hadees no.2442
किताब : ज़ुल्म और माल ग़सब करने के बयान में
Status: صحیح