
29/05/2025
#ब्राह्मण #वृद्ध हो या #बालक रूप में हो ,अगर वो कर्मकांडी है तो समझ लो वो सनातन संस्कृति की सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है।
ब्राह्मण मात्र पेट भरने के लिए यह सब नहीं करता बल्कि कर्मकांडी ब्राह्मण बच्चा हो या वृद्ध वो सनातन सनातनी घरों में सनातन को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में रोपता है।
शायद इसीलिए वामपंथी मिशनरी पहला हमला ब्राह्मणों पर ही करते हैं !
उन्हें पता है कर्मकांडी ब्राह्मण के प्रति अगर हमने हिंदुओं में घृणा भर दी तो फिर सनातन संस्कृति से अपने आप घृणा करने लग जाएंगे ~ यह ब्राह्मणवाद से आजादी के नारे बहुत सुनियोजित है, धर्म के शत्रु इन बारीकियों को जानते हैं !
>> लेकिन हिंदू इन बारीकियों को षडयंत्रो को नहीं जान पा रहा है, तुम्हारी घृणा से अगर कर्मकांडी ब्राह्मण समाप्त हो गए तो फिर आपके घरों से तीज त्यौहार परंपराएं अपने आप धीरे-धीरे समाप्त होती जाएगी !
इसलिए कर्मकांडी ब्राह्मण का संरक्षण करना हिंदू समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है
इसलिए कर्मकांडी ब्राह्मण चाहे बच्चा हो या वृद्ध हो उन्हें सामान्य मत समझो ये सनातन सभ्यता के अखंड संरक्षक है इसीलिए वह #पुज्य थे पुज्य है और पुज्य रहेंगे।
: ❗जय महादेव❗
⭕प्रश्न नहीं स्वाध्याय करें‼️