
30/07/2024
सुणों म्हारी बात 🙏
हमारी यही सच्चाई है, चाहे इसे कड़वी कहो या फिर ज़िल्लत भरी!
कमेंट में बताएँ कि आख़िर नेताओं को जनता से डर क्यों नहीं लगता? उन्हें शर्म को नहीं आती ?
क्योंकि ऐसे मुद्दों पर या तो हम ख़ामोश रहते हैं या फिर हम डरपोक होते हैं और बोलने से हमारी फटती है 🙉
इसलिए ख़ुद को डरपोक कहलाने से जिस ज़िल्लत और अपनों के सामने जिस शर्म का सामना करना पड़ता है उससे बचने के लिए ऐसे मुद्दों पर हम यह कहकर भाग जाते हैं कि इस देश का कुछ नहीं हो सकता 🥹
जय किसान ✊ जय धरती माता