03/05/2025
हमें अपनी खुशियां मनाने का भी अधिकार नहीं ?
क्योंकि दलित हैं हम...
कल रात देवास जिले के सोनकच्छ तहसील के ग्राम दूधलाई में रहने वाले दलित दूल्हे की बारात पर गांव के ही दबंग लोगों ने जानलेवा हमला किया l
कारण यह है कि 30 मार्च को एक अन्य दलित दूल्हे की शादी थी वह दुल्हा अपने आपको हिन्दू समझ कर राम मन्दिर में प्रवेश कर गया और भगवान के दर्शन कर लिए,
जो कि यहां गांव में रहने वाले दबंगों की नजरों में महापाप है,
इसका बदला लेने के लिए गांव के दबंगों ने कल रात अभिषेक पिता अशोक आशापूरे निवासी सांवेर की बारात पर हमला कर सभी दलितो को मोक्ष पहुंचाने की कोशिश की,
परन्तु सभी ने जैसे तैसे जंगलों में छुपकर अपनी जान बचाई, हमले में दूल्हे के माता पिता को, बहन को बहनोई को मारा गया, साथ ही दलित दूल्हे को घोड़ी से उतार कर मारा, रिश्तेदारों को मारा, जो भी बीच बचाव करने आया उस पर हाथ साफ किया दबंगों ने ,
गांव के सरपंच को भी नहीं बख्शा उसे भी बेरहमी से मारा पीटा गया ll
उपरोक्त घटना की जानकारी पीड़ित परिवार ने दलित नेता मनोज परमार को दी ,
परमार अपने सारे पदाधिकारियों और पीड़ित दलित समाजजनों के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय देवास पहुंचे। वहां पर पीड़ित परिवार को लेकर sp देवास से मुलाकात कर घटना की जानकारी दी, ऑफिस में मौजूद sp पुनीत गेहलोत एडिशनल एसपी जयवीर सिंह भदोरिया एसीपी दिशेष अग्रवाल सहित कई थाना प्रभारीयो के समक्ष परमार ने बताया कि
हनुमान जयंती पर जुलूस में शामिल होने पर दलितों के साथ मारपीट हुई, परन्तु पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की,
30 मार्च को दलित दूल्हे को मंदिर प्रवेश से रोका गया, परन्तु पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की,
कल की घटना को लेकर आशंकित परिजनों ने पूर्व में ही पुलिस सोनकच्छ को आवेदन देकर पुलिस सुरक्षा की मांग की , परंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई ll
जिसके कारण कल रात दलित बारात पर जानलेवा हमला हुआ गांव में दलितों के आवागमन पर रोक लगा दी, रास्ते को जेसीबी से उखाड़ दिया गया ताकि कोई दलित मुख्य मार्ग से नहीं जा सके l
दलित ग्रामीण बिना पुलिस सुरक्षा के गांव में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि अपनी जान का खतरा बना हुआ है l
इन सभी विषयों पर पुलिस अधिकारियों से बातचीत हुई ll पुलिस प्रशासन ने हम सभी को आश्वस्त किया है कि हम गांव में पुलिस फोर्स भेज रहे हैं अब कोई विवाद नहीं होगा और जिन्होंने झगड़ा किया है मारपीट की है l उन सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा l
आश्वासन के पश्चात् दलित समाजजनों ने आंदोलन समाप्त किया ll
इस अवसर पर मुख्य रूप अखिल भारतीय बलाई महासंघ के युवा जिला अध्यक्ष प्रदीप जी मालवीय भाजपा नेता विजेंद्र सिंह राणा बहुजन समाज के नेता भीम धारू एडवोकेट हीरो सोलंकी विक्की मालवीय एडवोकेट राकेश सोलंकी अखलेश मालवीय सुभाष मालवीय सचिन सिंदल विक्की मालवीय राजवर्धन सिंह रोहित मालवीय विशाल मालवीय संतोष अलोने दिनेश हिरवे लक्ष्मण खेड़े गणेश राव अभिषेक सोलंकी सोनू मालवीय राहुल चौहान राहुल खींची विमला भंडारी अंकिता पंवार सुनीता ठाकुर पायल विश्वकर्मा अश्विनी सिरसाट भावेश परमार रिक्की सोनी विक्की सिंधिया संदीप रायकवार गौरव वानखेडे राधे परमार विनायक बिरला आशुतोष गिरनार अमित चिनाल साईं राम योगेश मालवीय राज परमार विकाश पटेल आदि समाज के पदाधिकारी सैकड़ो की संख्या में उपस्थित हुए!!
Manoj Parmar
Rahul Malviya