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22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्री राम लला जी की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है, जिसके चलते जम्मू पश्चिम के वार्ड नंबर 2...
22/01/2024

22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्री राम लला जी की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है, जिसके चलते जम्मू पश्चिम के वार्ड नंबर 29 शक्ति नगर, राजपुरा बाजार से सुबह और शाम राम भक्तों के साथ भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। .

21-1-24
22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्री राम लला जी की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है, जिसके चलते जम्मू पश्चिम के वार्ड नंबर 29 शक्ति नगर, राजपुरा बाजार से सुबह और शाम राम भक्तों के साथ भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। .

रैली में ब्रहम ज्योत सत्ती (प्रभारी भाजपा ओबीसी मोर्चा जम्मू कश्मीर) मुख्य रूप से मौजूद रहे।

रैली में महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों सहित सैकड़ों स्थानीय लोगों ने बड़े उत्साह के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

इस अवसर पर बोलते हुए ब्रह्म ज्योत ने कहा कि एक दिन बाद 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होगी और यह हिंदुओं और भगवान श्री राम के सभी भक्तों के लिए दिवाली से कम नहीं है क्योंकि हम अपने प्रयासों से राम मंदिर बना रहे हैं। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और विभिन्न कार सेवकों के जीवन बलिदान।

उन्होंने जनता से अपील की कि वे 22 जनवरी को अपने घरों में दीये जलाएं और श्री राम जी की पूजा करें क्योंकि यह एक ऐतिहासिक दिन होगा और सभी को इसे मनाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि जैसे ही अयोध्या में विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाएगा, मंदिर शहर में परंपरा और आधुनिक विकास (विकास) का अभिसरण दिखाई देगा, जो सत्तारूढ़ भाजपा के दृष्टिकोण से देश की "राष्ट्रीय महानता" के लिए जरूरी है।

उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया 22 जनवरी को ''ऐतिहासिक'' राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह का इंतजार कर रही है और लोगों से इसे दिवाली के रूप में मनाने की अपील की।

उन्होंने कहा, ''अगर किसी देश को विकास करना है तो उसे अपनी विरासत की रक्षा करनी होगी. हम पुराने और नये को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।' एक बार रामलला अयोध्या में तंबू में थे. पीएम मोदी जी ने न सिर्फ करोड़ों लोगों को बल्कि रामलला को भी पक्का घर मुहैया कराया.

उन्होंने कहा कि अयोध्या सिर्फ अवध क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे यूपी के विकास को दिशा देगी और बीजेपी हजारों करोड़ रुपये का विकास कर रही है; इसे स्मार्ट बनाया जा रहा है. सड़कें चौड़ी हो रही हैं, फ्लाईओवर बन रहे हैं। अयोध्या में विकास के नये साधन आ रहे हैं।

बधाई हो प्रभु राम आए हैं, भाईचारा, अमन बहाली, खुशहाली की कामना।जम्मू:- अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर राम भ...
22/01/2024

बधाई हो प्रभु राम आए हैं, भाईचारा, अमन बहाली, खुशहाली की कामना।

जम्मू:- अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर राम भक्तों ने "जय सिया राम" के जयघोष के साथ पुष्प वर्षा एक-दूसरे को बधाईयां दी।
शिवसेना(यूबीटी) जम्मू-कश्मीर ईकाई के नेताओं ने स्थानीय लोगों के साथ जम्मू के लोअर रूपनगर में सुबह सवेरे प्रभु श्री राम का गुणगान करते हुए प्रभात फेरी निकाली। इसके बाद प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भजन कीर्तन का आयोजन किया गया। समारोह के बाद प्रभु श्री राम के भक्तों ने "सिया राम आए हैं" का जयघोष किया ।
पार्टी प्रदेश प्रमुख मनीश साहनी ने इस पावन अवसर पूरे देश वासियों को बधाई दी तथा प्रभु श्री राम के चरणों में देश में आपसी भाईचारा , आर्थिक उन्नति , खुशहाली और भारत के विश्व गुरु बनने के सपने हो साकार करने की प्राथना की है।
प्रभु श्री राम आज अयोध्या में विराजमान हुए हैं। पूरा देश और सनातन समाज आज हर्षोल्लास मे है।

आज महाकाली अखंड शक्ति फाउंडेशन द्वारा जम्मू  आर एस पुरा मे  शोभा यात्रा निकाली गयी जिसमे बड़ी संख्या मे श्राद्धालुओं ने भ...
22/01/2024

आज महाकाली अखंड शक्ति फाउंडेशन द्वारा जम्मू आर एस पुरा मे शोभा यात्रा निकाली गयी जिसमे बड़ी संख्या मे श्राद्धालुओं ने भाग लिया।
इसके बाद भण्डारे का आयोजन भी किया गया।
महाकाली अखंड शक्ति फाउंडेशन के संस्थापक बाबा खनद्देश्वरि जी ने सब भक्तो को आशीर्वाद दिया और राम मंदिर के स्थापना अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दी।

ये अवसर् दीपावली के समान है।

इस कार्यकर्म् मे दिव्यांश बाबा , प्रिंस और अन्य गण मान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।

भगवान राम भारत के प्राण तत्व हैं और उनका चरित्र भारतीय संस्कृति की आत्मा है -  डॉ अभिषेक कुमार उपाध्याय जम्मू- आज श्री अ...
22/01/2024

भगवान राम भारत के प्राण तत्व हैं और उनका चरित्र भारतीय संस्कृति की आत्मा है - डॉ अभिषेक कुमार उपाध्याय

जम्मू- आज श्री अयोध्या धाम में श्रीराम जी के विषय में बताते हुए श्री श्री 1008 श्री मौनी बाबा चैरिटेबल ट्रस्ट न्यास के मुख्य न्यासी डॉ अभिषेक कुमार उपाध्याय ने बताया कि आज अयोध्या त्रेता युग में प्रवेश कर रही है। अवध पूरी आवत जानी। भई सकल सोभा के खानी।। गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज की यह उपमा आज श्री अयोध्या धाम के धरातल पर दृष्टिगोचर हो रही है।आज भगवान श्रीराम अपने अपने नव्य, भव्य एवं मन्दिर में विराजमान हो गये। अनादि काल से ही सनातन धर्म और संस्कृति की ध्वजा के संरक्षक चक्रवर्ती सम्राटों के द्वारा सेवित रही पावन पुरी अयोध्या एक बार पुनः अपने गौरवशाली इतिहास को प्राप्त हो रही है। वेद में अयोध्या को ईश्वर का नगर बताया गया है और इसकी सम्पन्नता की तुलना स्वर्ग से की गई है। अथर्ववेद में यौगिक प्रतीक के रूप में अयोध्या का उल्लेख है-
अष्टचक्रा नवद्वारा देवानां पूरयोध्या ।
तस्यां हिरण्मय कोश स्वर्गो ज्योतिषावृतः ॥
वाल्मीकि रामायण के अनुसार अयोध्या की स्थापना महान तपस्वी राजा मनु ने की थी। यह पुरी सरयू के तट पर बारह योजन अर्थात् लगभग 144 कि.मी लम्बाई और तीन योजन यानी लगभग 36 कि.मी. चौड़ाई में बसी थी। शताब्दी तक धनधान्य से परिपूर्ण यह नगरी सूर्यवंशी राजाओं की राजधानी रही। स्कन्दपुराण के अनुसार सरयू के तट पर दिव्य शोभा से युक्त दूसरी अमरावती अर्थात देवताओं के राजा इंद्र का नगर के समान अयोध्या नगरी की दिव्यता है।
हमारे सनातन सद्ग्रन्थों के अनुसार धरती पर सृष्टि का प्रारंभ और प्रलय के बीच की अवधि में चार युग होते हैं। सतयुग, त्रेता, द्वापर और कलयुग। काल को गणना के अनुसार इन चारों युगों को मिलाकर एक कल्प होता है। प्रत्येक कल्प के त्रेता युग में भगवान श्री राम का धरती पर आगमन होता है। आम मान्यता यह है की धरती पर प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने के लिए भगवान श्री राम के रूप में विष्णु भगवान का पूर्णावतार होता है। परंतु कवि कुल चूड़ामणि पूज्य संत तुलसीदास जी की मानें तो हम जिस कल्प में जी रहे हैं, उसके त्रेता युग में पूरे ब्रह्मांड के नियंता ने श्रीराम के रूप में अवतार लिया, जिन्हें हम ब्रह्म राम कहते हैं। यही रामजी धरती के सबसे बड़े देव अर्थात महादेव के इष्ट देव भी हैं। सनातन जहां चहक उठे, सत्य जहां मणि की तरह चमके। जो किसी युद्ध में न हारे वही अयोध्या धाम है। मर्यादा जहां गौरवान्वित हो और संस्कार जिसकी थाती हो वही तो अयोध्या है।
बाबा तुलसीदास जी कहते है कि रामजी, अवधपुरी को अपने साकेत धाम से भी अधिक प्रिय बताते हैं-
जद्यपि सब बैकुट बखाना।
बेद पुरान बिदित जगु जाना ॥
अवधपुरी सम प्रिय नहिं सोऊ।
यह प्रसंग जानइ कोउ कोऊ ॥
अर्थात संत तुलसीदास जी के राम जी क्षीरसागर वाले विष्णु भगवान नहीं हैं।
इस कल्प में जब रामजी का आगमन इक्ष्वाकु वंश में हुआ तब इस कुल की 66वीं पीढ़ी के चक्रवर्ती सम्राट राजा दशरथ अवधपुरी के राजा थे। उनसे पहले हरिश्चन्द्र, सगर, पृथु, दिलीप, भगीरथ और रघु जैसे दर्जनों महान, धर्मात्मा और पराक्रमी राजाओं
ने अपने सत्कर्मों से इस कुल को पवित्र किया था। अपने धर्माचरण और पराक्रम से यश अर्जित करने वाले महात्मा रघु के नाम पर ही इस वंश का नाम रघुवंश पड़ा। रामायण में गुरु वशिष्ठ जी ने राम जी के कुल का विस्तार पूर्वक वर्णन किया है।
यहां यह भी ध्यान रखने योग्य बात है कि हमारे भगवान श्रीराम का जन्म नहीं हुआ था। वह अपनी माता के कक्ष में प्रकट हुए थे और माता के कहने पर
उन्होंने शिशु लीला से इस धरती पर अपनी नर लीला का प्रारंभ किया था। भगवान का शरीर निज इच्छा से निर्मित था। सामान्य मानव की तरह
हाड़ - मांस का नहीं था। भगवान को देवता अथवा मनुष्य समझने वाले नासमझ लोग हैं। हमारे भगवान माँ के उदर से जन्म नहीं लेते हैं और
इसलिए ही हम कहते हैं कि उदर से जन्म लेने वाले लोग भगवान नहीं हो सकते हैं। मां के पेट से जन्म लेने वाले भगवान के पार्षद तो हो सकते हैं लेकिन भगवान नहीं। हमारे भगवान का सबकुछ दिव्य था और उन्होंने केवल मानवता के कल्याण के लिए ही इस
धरती पर अवतार लिया था। एक मानव के रूप में उन्होंने मानवीय सम्बन्धों को जीने का जो उदाहरण प्रस्तुत किया, उन्हीं को हम धर्म की मर्यादा कहते हैं। मानवीय मर्यादाओं को सहेजने के कारण ही भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाये।
हमारे भीतर जो कुछ भी है, वह राम है। जो शाश्वत है, वह राम है। सब-कुछ लुट जाने के बाद जो बचा रह जाता है, वही तो राम है। घोर निराशा के बीच जो उठ खड़ा होता है, वह भी राम ही है। भगवान राम भारत के प्राण तत्व हैं, उनका चरित्र भारतीय संस्कृति की आत्मा है। बिना राम के चरित्र के भारत निष्प्राण है। भारतीय जनमानस के रोम रोम में राम बसे हुए हैं। संसार सागर से पार उतरने का प्रमुख साधन राम नाम ही है। "श्री राम" नाम का अर्थ "राम" नाम एक सार्वभौमिक ऊर्जा है जो सबको एक सुखद और जीवंत ऊर्जा प्रदान करती है। दुनिया भर के आस्थावान लोग भगवान श्रीराम जी को एक राजा, पति, मित्र, पिता, भाई और प्रभु के रूप में भगवान श्री राम और उनके आदर्शों और सिद्धांतों का सम्मान करते हैं और सहज तथा सुखी जीवन पाने के लिए उनका पालन करने का प्रयास करते हैं। अक्षर 'रा' प्रकाश या अग्नि का प्रतीक है। यही कारण है कि कई प्राचीन संस्कृतियों में सूर्य को 'रा' कहा जाता था। यह न केवल ऊर्जा का प्रकाश है, बल्कि ज्ञान और आत्मज्ञान का भी प्रकाश है। अक्षर 'म' 'मन' (मानस) का प्रतीक है। इसमें स्व (आत्मा) और 'मनुष्य' भी शामिल है। इस प्रकार से मन, मष्तिष्क अथवा मानव को प्रकाशित करने का सबसे सुलभ साधन है रामनाम। प्रातः स्मरणीय संत तुलसीदास जी इसे कलियुग में भवसागर से पार जाने का एकमात्र साधन बताते हैं वे बड़े ही सहज भाव से कहते हैं-
कलयुग केवल नाम अधारा, सुमिर सुमिर नर उतरहि पारा।
नाम जप में किसी विधिविधान, देश, काल, अवस्था को कोई बाधा नहीं है। इसीलिए सदैव राम नाम का जप करें।
हमारी सनातन परंपरा में तो मृत्यु होने उपरान्त रामनाम सत्य ऐसे उद्घोष के साथ अर्थी लेकर जाते है। सुशासन के लिए रामराज्य ये अभिव्यक्तियां पग-पग पर राम जी को हमारे साथ खड़ा करती हैं। राम भी इतने सरल हैं कि हर जगह खड़े हो जाते हैं। हर भारतीय उन पर अपना अधिकार मानता है। जिसका कोई नहीं उसके लिए राम हैं- निर्बल के बल, राम। असंख्य बार देखी सुनी पढ़ी जा चुकी रामकथा का आकर्षण कभी नहीं खोता। जो शाश्वत है, वह राम हैं। सब-कुछ लुट जाने के बाद जो बचा रह जाता है, वहीं तो राम है। घोर निराशा के बीच जो उठ खड़ा होता है, यह भी राम ही है। राम अनंत हैं और उनकी गाथा भी एवं उनकी कथा भी अनंत है। राम इस देश का गौरवशाली इतिहास ही नहीं हैं बल्कि एक संस्कृति और मर्यादा के सर्वोच्च मानदंड के जीवंत प्रतीक हैं, एक जीता जागता आदर्श हैं। इस राष्ट्र की हजारों वर्ष की सनातन परंपरा के लोकनायक और मूलपुरुष हैं। भारतवर्ष का हर व्यक्ति, चाहे पुरुष हो, महिला हो, किसी प्रांत या भाषा का हो उसे राम से, रामकथा से जो लगाव है, उसको जितनी जानकारी है, जितनी श्रद्धा है, वह अनुकरणीय है, जो और किसी में भी नहीं दिखती है। भगवान राम राष्ट्रीय एकता के प्रतीक हैं, वे राष्ट्र की आत्मा है। आज से विश्वभर के श्रद्धालु भक्त जन भगवान के श्रीचरण में दर्शन के लिए आ सकेंगे।

प्रेस विज्ञप्तिअयोध्या में राम मंदिर त्रिकालदर्शी  भगवान वाल्मीकि द्वारा रचित संपूर्ण रामायण का आधार  -- चंदेल==========...
22/01/2024

प्रेस विज्ञप्ति

अयोध्या में राम मंदिर त्रिकालदर्शी भगवान वाल्मीकि द्वारा रचित संपूर्ण रामायण का आधार -- चंदेल
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( सादीका खान सहित मुस्लिम महिलाओं का अयोध्या पहुंचना कट्टरपंथियों के मुंह पर तमाचा )

जम्मू 22 जनवरी / हिंदूवादी सनातनी भाजपा नेता गुरुजी राजू चंदेल ने आज पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भगवान भगवान श्री राम जी का आज भव्य मंदिर का उद्घाटन होने के साथ-साथ देश में राम राज्य का शुभारंभ हो चुका है हमारी पीढ़ी हमारी यह पीढ़ी बहुत ही भाग्यशाली है हजारों वर्ष बाद आज हम और हमारी पीढ़ी भगवान प्रभु श्री राम का इतने संघर्षों बाद भव्य महल मंदिर और रामलाल के दर्शन अपने नेत्रों से कर पा रहे हैं भगवान त्रिकालदर्शी श्री वाल्मीकि जी द्वारा रचित संपूर्ण रामायण का आज संपूर्ण अध्याय आज सनातन धर्म को समर्पित हो रहा है और संपूर्ण रामायण का सारांश वाल्मीकि जी द्वारा रचित संपूर्ण रामायण ही है जिसके माध्यम से आज हम तमाम सनातनी सनातन धर्म को मानने वाले भगवान प्रभु श्री राम के बारे में जान पाए और भगवान प्रभु श्री राम का अपने आराध्य भगवान का आज हम मंदिर भव्य महल बना पाए हैं

श्री चंदेल ने कहा हमारे भगवान वाल्मीकि वाल्मीकि समाज के हमारे परम पूज्य महामंडलेश्वर कृष्णा विद्यार्थी जी को आज भगवान राम जी के भव्य मंदिर महल के उद्घाटन समारोह में बुलाया जाना साबित करता है की सनातन धर्म में वाल्मीकि समाज को कितना अत्यधिक सम्मान व महत्व दिया जाता है और जो भगवान वाल्मीकि की आलोचना करते थे आज उनके मुंह पर तमाचा साबित हुई है हमारे महामंडलेश्वर कृष्ण विद्यार्थी जी का आज यहां अयोध्या में इस पावन मौके पर उपस्थित होना

इस मौके पर वाल्मीकि समाज के महामंडलेश्वर कृष्णा विद्यार्थी जी ने तमाम वाल्मीकि समाज को संदेश देते हुए कहा कि हमारे प्रभु श्री राम के इस उद्घाटन समारोह में आकर मैं आपको अपने आप को अपने समाज को अत्यधिक भाग्यशाली गोरांवित महसूस कर रहा हूं यह सब भगवान त्रिकालदर्शी वाल्मीकि जी की कृपा से ही संभव हो पाया है

श्री चंदेल ने कहा कि आज जितनी अधिक खुशी हमारे सनातन धर्म के बच्चे-बच्चे के मन मंदिर में है उतनी अत्यधिक खुशी भारतवर्ष में रहने वाले संपूर्ण पंत के लोगों को है आज मैं देख रहा हूं हमारे जम्मू कश्मीर से श्री अमरनाथ यात्रा वेलफेयर सोसाइटी की प्रदेश उपाध्यक्ष व सनातन धर्म तथा भगवान श्री राम में अपनी आस्था रखने वाली जम्मू कश्मीर की हमारी मुस्लिम समाज की समाजसेवीका सादीका
खान भगवा झंडा लेकर भगवा झंडा लेकर अयोध्या भगवान राम लाल के दर्शन करने पहुंची है ऐसी नोकॉन मुस्लिम माताएं बहने अयोध्या पहुंची है रामलाल के दर्शन करने के लिए मैं उनका दिल से स्वागत करता हूं और यह सब बातें साबित करती हैं कि देश में रामराज्य स्थापित हो चुका है यह देश एक गुलदस्ता है तमाम मजहब पथ के लोग मिलजुल करके रहते हैं और कट्टरपंथियों के मुंह पर राम विरोधियों के मुंह पर ऐसी मुस्लिम महिलाओं द्वारा रामलाल के प्रति आस्था एक तमाचा साबित हुई है

जम्मू-कश्मीर में शराबबंदी की दिशा में शिवसेना ने बढ़ाया कदम ।शैक्षिक व धार्मिक स्थलों के करीब शराब बिक्री के खिलाफ अभिया...
18/01/2024

जम्मू-कश्मीर में शराबबंदी की दिशा में शिवसेना ने बढ़ाया कदम ।

शैक्षिक व धार्मिक स्थलों के करीब शराब बिक्री के खिलाफ अभियान ।

जम्मू:- शिवसेना(यूबीटी) जम्मू-कश्मीर ईकाई ने जम्मू में शैक्षिक संस्थानों और धार्मिक स्थलों के करीब शराब बिक्री के खिलाफ आज एक अभियान शुरू किया गया ।
इस अभियान के तहत आज जम्मू के परेड गर्ल्स कालेज व‌ शिव मंदिर के करीब खुली शराब की दुकानों को लेकर कालेज की छात्राओं , आसपास के दुकानदारों तथा आम लोगो से विशेष बातचीत कर उनकी राय व रोष को एक सोशल मीडिया न्यूज़ चैनल के सहयोग से प्रसारित कर आवाज बुलंद करने तथा संबंधित विभाग तक पहुंचाने का प्रयास किया गया।
शिवसेना प्रदेश प्रमुख मनीश साहनी ने बताया कि परेड स्थित गर्ल्स कालेज व शिव मंदिर के करीब खोली गई शराब की दुकानों को लेकर लोगों ने गहरा रोष जताया है । उनसे बातचीत करने वाले 100 प्रतिशत लोगों का मानना था कि इन दुकानों को तत्काल प्रभाव से बंद या स्थांतरित किया जाना‌ चाहिए । साहनी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर
ऋषि मुनियों , पीर पैगंबरों की धरती है, जहां विश्व प्रसिद्ध श्री माता वैष्णो देवी और देवों के देव भगवान शिव का पवित्र अमरनाथ तीर्थस्थल है । जम्मू नगरी को तो मंदिरों का शहर कहा जाता था , जिसे आज मदिरा का शहर बना दिया गया है।
साहनी ने कहा कि जम्मू समेत सांबा , कठुआ, उधमपुर आदि इलाकों में इस तरह की दुकानों को चिन्हित कर लिया गया है और इस सोशल न्यूज़ चैनल के सहयोग से हर दूसरे दिन इन दुकानों के आसपास के लोगों की राय को‌ कैमरे में कैद कर आवाज बुलंद की जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह अभियान जम्मू-कश्मीर में शराबबंदी की तरफ बढ़ता कदम साबित होगा ।

प्रेस विज्ञप्तिअनिरुद्ध आचार्य से मिलकर बोले -- चदेल राम मंदिर तो झांकी है मथुरा काशी बाकी है==========================(...
18/01/2024

प्रेस विज्ञप्ति

अनिरुद्ध आचार्य से मिलकर बोले -- चदेल राम मंदिर तो झांकी है मथुरा काशी बाकी है
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(अनिरुद्ध आचार्य को महान संत धर्म रक्षक के चलते देश बना रामराज्य विश्व गुरु )

जम्मू 18 जनवरी/ हिंदूवादी भाजपा नेता गुरुजी राजू चंदेल आज अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ महान संत कथा वाचक धर्मगुरु श्री अनिरुद्ध आचार्य जी से मुलाकात की और उनको अंग वस्त्र फूल माला देकर भव्य स्वागत किया

श्री चंदेल ने कहा कि 500 वर्षों बाद भगवान प्रभु श्री राम का हम भव्य मंदिर का उद्घाटन करने जा रहे हैं विश्व में पहले तमाम राम भक्तों के लिए यह खुशी का मौका है जो वह अपने जीवन काल में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर महल अपने जीवन काल में अपनी आंखों से देखने जा रहे हैं
हमारे पूर्वजों ने भगवान मंदिर के बनाने की राह देखते रह गए और अनेक होने कौन है अपने प्राणों की आहुति तक भगवान प्रभु श्री राम के मंदिर बनाने के लिए निछावर कर दिए आज तमाम आज तमाम साधु संतों को राम भक्तों की मेहनत रंग लेकर आई है और प्रभु भगवान श्री राम का हम मंदिर बनाकर उन्हें समर्पित कर रहे हैं

श्री चंदेल ने कहा कि हमारा संपूर्ण भारत जल्द ही अखंड भारत के रूप में स्थापित होगा और प्रभु श्री राम का मंदिर तो एक झांकी है अभी काशी मथुरा बाकी है और जल्दी तमाम सनातनी साधु संत मिलकर हम भगवान श्री कृष्ण को उनकी जन्म भूमि तथा भगवान विश्वनाथ को उनकी काशी नगरी देने जा रहे हैं और यह तभी संभव होगा जब प्रभु राम भगवान के मंदिर में जिस प्रकार तमाम देशवासियों ने साधु संतों ने अपना योगदान दिया है और सनातन की ताकत दिखाई है तब तक हम मिलकर एकजुट होकर इसी प्रकार संघर्ष करेंगे तभी यह सब प्रभु श्री राम की भव्य मंदिर की तरह दोनों स्थान भी जल्द ही आक्रमणकारी मुगलों की पहचान हटाते हुए जहां हमारे विश्वनाथ जी का स्थान है जहां ज्ञानव्यापी मंदिर का स्थान है जहां भगवान श्री कृष्ण जी जन्मे थे उनका जन्म स्थान है उन स्थानों को उनके मूल स्थान पर भव्य उनके महल उनके घर उनके मंदिर बनाकर उन्हें समर्पित करेंगे

श्री चंदेल ने महान संत श्री अनिरुद्ध आचार्य जी द्वारा किए जा रहे गौशाला और वृद्ध माता के आश्रम का भी निरीक्षण किया और कहां की भविष्य में अधिक से अधिक उनके इन पुण्य कार्यों के लिए अपना योगदान व समर्थन देते रहेंगे जिस प्रकार जिस प्रकार हमारे यह संत मातृशक्ति की गौ माता की सेवा कर रहे हैं ऐसा करने से हमारे भारत की पावन भूमि की महानता की महानता और अत्यधिक बढ़ गई है जिस प्रकार विदेश में अपने बुजुर्गों माता की सेवा नहीं करते लोग अपने बुजुर्ग माता-पीताओं को घर से बाहर निकाल दिया करते हैं आज उन बेसहारा माताऔ गौ माताऔ की सेवा हमारे महान संत श्री अनिरुद्ध आचार्य जी दिन-रात कर रहे हैं ऐसे महान संत और उनके कार्यों द्वारा यह भारत भूमि सदा पूजनीय और महान इन्हीं कार्यों के कारण तमाम विश्व में कहलाती है जिससे यह देश विश्व में महान कहलाता है और इसकी महानता इन्हीं धर्माचार्य के कारण बनी हुई है

इस मौके पर महान संत श्री अनिरुद्ध आचार्य जी महाराज ने कहा कि तमाम देशवासियों को गौ माता बुजुर्ग माता की सेवा के लिए देश को आगे बढ़ाने के लिए आगे आना चाहिए यह कार्य तभी संभव हो सकता है तब देश का हर नौजवान युवा पीढ़ी आगे बढ़कर ऐसे कार्यों में और प्रभु श्री कृष्णा प्रभु श्री भगवान राम और तमाम देवी देवताओं की दिन-रात पूजा अर्चना करते हुए अच्छे संस्कार और भारत की संस्कृति को ग्रहण करें तभी यह देश और अधिक महान और मजबूत बनेगा
इस मौके पर देवी दीपिका चंदेल कन्हैया सचिन राणा विकास जीतू सिंह मानसी चंदेल अधिवक्ता नेहा अधिवक्ता लक्ष्मी चंदेल अमित करण रितिक संगीता मनीषा अजय चंदेल जीतू दीक्षित निशा तुषार किरण परी निधि सीमा पिंकी पारुल सुनीता चाची गौरव सोनू श्वेता पूजा जूली मनोज ज्वेलर्स नीलम देवी यश ठाकुर सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे तमाम लोगों ने महान संत से मिलकर उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की

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