17/09/2025
15 सितंबर की रात को सकलाना क्षेत्र में भारी दैवीय आपदा आई, जिससे कई गाँव बुरी तरह प्रभावित हुए। इस आपदा ने मठियान, हटवाल, लामकाण्डे, मरोड़ा और मंझगाँव में बड़े पैमाने पर कृषि भूमि को नुकसान पहुँचाया है। इसके अलावा, मरोड़ा-बनाली मोटर मार्ग भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है।
आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए, धनौल्टी विधानसभा के विधायक श्री Pritam Singh Panwar जी, District Magistrate Tehri श्रीमति नीकिता खंडेवाल जी DM Tehri और ओबीसी आयोग के अध्यक्ष राज्य मंत्री बड़े भाई श्री Sanjay Negi जी ने सभी विभागों के अधिकारियों ओर क्षेत्र के समस्त जनप्रतिनिधियो साथ मिलकर प्रभावित गाँवों का दौरा किया और स्थानीय लोगों के साथ बैठक की। इस दौरान, उन्होंने हर गाँव के प्रतिनिधियों और ग्रामीणों से मुलाकात करके क्षतिग्रस्त हुए घरों, कृषि भूमि, सड़कों, पेयजल लाइनों और अन्य संपत्तियों का निरीक्षण किया।
■हमारे द्वारा बनाई गई हमारे क्षेत्र में आपदा से हुए नुकसान का विवरण■
[1] आवास और संपत्ति -
● कई घरों में बाढ़ का पानी और मलबा भर गया, जिससे घरेलू सामान और संपत्ति बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है।
●कुछ घरों के आसपास पानी के तेज बहाव के कारण उनकी नींव कमजोर हो गई है, जिससे वे खतरे में हैं।
●लोगों की गाड़ियाँ और दोपहिया वाहन भी मलबे के नीचे दब गए या बाढ़ में बह गए।
[2] कृषि और आजीविका-
● ग्रामीणों की नकदी फसलें, जैसे अदरक और धान, पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं।
● खेतों में भारी मात्रा में मलबा जमा हो गया है, जिससे भूमि कृषि योग्य नहीं रही।
● बाढ़ के कारण कई खेत पूरी तरह से बह गए हैं।
[3] बुनियादी ढाँचा -
● मुख्य मार्ग पूरी तरह से टूट गए हैं, जिससे इन गाँवों का संपर्क बाहरी दुनिया से कट गया है।
● नदी-नालों को पार करने वाले छोटे-छोटे पुल भी बह गए हैं, जिससे लोगों और राहत टीमों के लिए आवागमन मुश्किल हो गया है।
● गाँवों की पेयजल लाइनें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे पीने के पानी की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है।
इस आपदा ने गाँव के लोगों की आजीविका और जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। तत्काल राहत और पुनर्निर्माण कार्य की सख्त आवश्यकता होनी चाहिए।
आज जब स्वयं एसडीएम और विधायक जी ने मौके पर आकर स्थिति का जायजा लिया है, तो ग्रामीणों की उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं। अब जबकि उन्हें इस आपदा से हुई बर्बादी का पूरा अंदाज़ा हो चुका है, तो केवल आश्वासन से काम नहीं चलेगा।
सभी क्षेत्रवासी यह उम्मीद करते हैं कि प्रशासन अब केवल कागज़ी कार्रवाई या निरीक्षण तक सीमित नहीं रहेगा। आपदा पीड़ित ग्रामीणों का विश्वास है कि अधिकारी इस स्थिति की गंभीरता को समझेंगे और त्वरित एवं ठोस कार्रवाई करके दिखाएंगे।
आवश्यकता इस बात की है कि आपदा पीड़ितों के नुकसान का सही आकलन हो और उन्हें उचित मुआवज़ा दिया जाए ताकि वे इस सदमे से उबर सकें और फिर से अपने जीवन को पटरी पर ला सकें।
सकलाना क्षेत्र के लोग अब केवल दिलासा नहीं, बल्कि प्रशासन का निर्णायक सहयोग चाहते हैं।
CMO Uttarakhand
CMO Uttarakhand
Pushkar Singh Dhami
Dr Dhan Singh Rawat
DIPR TEHRI
Uttarakhand DIPR
Cdo Tehri
CMO Tehri
Mala Rajya Laxmi Shah
I Support Pritam Singh Panwar
Sanjay Negi
Sanjay Negi