05/03/2025
क्या शिक्षा और स्वास्थ्य को मिलाना सही फैसला है ?
इस फैसले की पृष्ठभूमि उत्तराखंड सरकार द्वारा टीबी और एनीमिया उन्मूलन अभियान के तहत बनाई गई एक नई नीति से जुड़ी है।
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने घोषणा की कि महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं निःक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों को गोद लेंगे और उनके उपचार में सहयोग करेंगे।
इस योजना का उद्देश्य टीबी मुक्त भारत 2025 अभियान को गति देना है, लेकिन यह सवाल उठता है कि क्या शिक्षकों और छात्रों पर इस जिम्मेदारी को डालना उचित है?
आमतौर पर, स्वास्थ्य सेवाओं की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग और जिला अस्पतालों की होती है, न कि शिक्षा संस्थानों की।
इस नीति पर कई शिक्षाविदों और विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं, क्योंकि यह शिक्षा प्रणाली को उसके मूल उद्देश्यों से भटका सकती है।
ब सवाल यह है कि क्या यह सही कदम है, या सिर्फ एक अव्यवहारिक नीति?