उत्तराखंड टाइम्स

उत्तराखंड टाइम्स Contact information, map and directions, contact form, opening hours, services, ratings, photos, videos and announcements from उत्तराखंड टाइम्स, News & Media Website, Tehri.

Uttarakhand Times is a web media platform for latest updates of uttarakhand.
हमारा मुख्य उदे्दश्य उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति, वेशभूषा, पहनावा, सांस्कृतिक विरासत, लोक गीत, लोक नृत्य, लोक कथाए एवं उत्तराखण्ड की ताजा जानकारी के लिये कार्य करना है।

शांति का सांस लें, तनाव को छोड़ें: जागरूकता और स्वास्थ्य सेवा के लिए बी सेफ फाउंडेशन ने  अंतरराष्ट्रीय योग दिवस रिट्रीट आ...
21/06/2025

शांति का सांस लें, तनाव को छोड़ें: जागरूकता और स्वास्थ्य सेवा के लिए बी सेफ फाउंडेशन ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस रिट्रीट आयोजित किया

देहरादून। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर, बी सेफ फाउंडेशन फॉर अवेयरनेस एंड हेल्थकेयर ने मोतीचूर रेंज के वन अधिकारियों के लिए एक कायाकल्प करने वाला योग और ध्यान सत्र आयोजित किया। इस दौरान काफी अधिक दबाव वाले प्राकृतिक वातावरण में सेवा करने वालों के स्वास्थ्य के लिए ओवरऑल वेलनेस के महत्व को उजागर किया गया।
जंगल की शांतिपूर्ण माहौल के बीच आयोजित, इस सत्र में तनाव को कम करने और मानसिक स्पष्टता को बढ़ाने के उद्देश्य से सांस लेने, स्ट्रेचिंग और माइंडफुलनेस तकनीकों पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस पहल ने शारीरिक वेलनेस और परिचालन पर ध्यान केन्द्रित करने के बीच महत्वपूर्ण संबंध को मजबूत किया। इस दौरान महत्वपूर्ण एरियाज में काम करने वाले महत्वपूर्ण लोगों को तनाव से मुक्त होकर काम करने के उपयोगी सुझाव भी दिए गए।
विनय शर्मा, प्रवक्ता, बी सेफ फाउंडेशन फॉर अवेयरनेस एंड हेल्थकेयर ने कहा कि प्रकृति की अग्रिम पंक्ति में रहने वालों के लिए, वेलनेस एक लग्जरी नहीं है, यह एक आवश्यकता है। योग उस संतुलन को बनाने में मदद करता है। उन्होंने कहा, योग और ध्यान आंतरिक शांति को बहाल करने और शारीरिक मजबूती बनाने का एक सरल लेकिन शक्तिशाली तरीका प्रदान करता है, जो काम के काफी अधिक दबाव वाले प्राकृतिक वातावरण में काम करने वालों के लिए आवश्यक है।
सरिता भट्‌ट, वाइल्डलाइफ वार्डन, देहरादून ने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा, मैं इस अनूठी पहल के लिए बी सेफ फाउंडेशन फॉर अवेयरनेस एंड हेल्थकेयर की सराहना करती हूं।

 #स्वर्गाश्रम  #ट्रस्ट ने पावन गंगा नदी के किनारे मनाया  #अंतर्राष्ट्रीय  #योग  #दिवस का जश्नप्रधानमंत्री मोदी के दृष्टि...
21/06/2025

#स्वर्गाश्रम #ट्रस्ट ने पावन गंगा नदी के किनारे मनाया #अंतर्राष्ट्रीय #योग #दिवस का जश्न
प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण ‘वन अर्थ, वन हेल्थ’ के अनुरूप आयोजित इस कार्यक्रम में 350 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया

ऋषिकेश: स्वर्गाश्रम ट्रस्ट ने 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में पावन गंगा नदी के किनारे विशेष समारोह का आयोजन किया। इस वर्ष की थीम ‘योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ’ तथा प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुसार पूरी दुनिया को योग के माध्यम से स्वस्थ बनाने के मद्देनज़र आयोजित इस समारोह में येमकेश्वर के एसडीएम श्अनिल कुमार चनलियाल ने भी शिरकत की। सुर्योदय के समय तकरीबन 350 लोगों ने पूरे उत्साह के साथ पारम्परिक योग आसनों में हिस्सा लिया, इनमें स्वर्गाश्रम ट्रस्ट के संस्कृत विद्यालय और बाल विद्या निकेतन से 100 छात्र शामिल थे। इस अवसर पर औषधीय गुणों वाले 100 पौधे भी लगाए गए।
इस वर्ष के समारोह के लिए चुने गए आयोजन स्थल की विशेष आध्यात्मिक मान्यता है, क्योंकि यह स्थल भगवान राम की प्राचीन कथा से जुड़ा है। माना जाता है कि रावण को हराने के बाद भगवान राम ने प्रायश्चित के लिए इसी स्थान को चुना था। हालांकि बहती गंगा नदी की आवाज़ों के बीच उनकी एकाग्रता में बाधा आ रही थी। तभी उनके आह्वान पर देवी ने इस स्थान को दिव्य शांति का आशीर्वाद दिया, जबकि ऊपर और नीचे की ओर नदी की आवाज़ें स्पष्ट रूप से सुनाई देती हैं। इसी पावन स्थल पर सुर्योदय के साथ योग सत्र की शुरूआत हुई, जिसमें प्रतिभागियों को प्राणायाम करने का अवसर भी मिला। सत्र के बाद संस्कृति श्लोकों, संकल्प एवं शांति पाठ का आयोजन किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी जी के दृष्टिकोण के अनुरूप पूरी दुनिया को योग के माध्यम से स्वस्थ बनाने की सोच के साथ इस समारोह का आयोजन किया गया, जैसा कि उन्होंने मन की बात में भी कहा था। ‘योग’ शब्द संस्कृत के शब्द ‘युज’ से उत्पन्न हुआ है, जिसका अर्थ है ‘एकजुट होना’- योग मन एवं शरीर, व्यक्ति एवं समाज तथा मानवता एवं प्राकृतिक दुनिया की एकजुटता का प्रतीक है।
स्वर्गाश्रम की स्थापना 1906 में श्री रामभगत जी द्वारा की गई थी। 1938 में श्री जुगल किशोर बिरला जी की अध्यक्षता में इसे एक औपचारिक ट्रस्ट का रूप दिया गया। भीड़भाड़ भरे पर्यटक क्षेत्रों से दूर गंगा के किनारे स्थित यह आश्रम आध्यात्मिक अभ्यास के लिए शांतिपूर्ण माहौल प्रदान करता है।
आज के इस समारोह के माध्यम से स्वर्गाश्रम हिंदु धर्म के सभी अनुयायियों को आध्यात्मिक लाभ प्रदान करने के अपने मिशन को आगे बढ़ा रहा है। इसी उद्देश्य के साथ आश्रम कई चैरिटेबल गतिविधियों जैसे आयुवेर्दिक हेल्थकेयर, शिक्षा संस्थानां, निःशुल्क भोजन सेवाओं तथा तीर्थयात्रियों एवं संतों के लिए आवास सुविधाओं में भी सक्रिय है।

21/06/2025

हिमालयी सचल महाकुंभ श्री नंदा राजजात यात्रा के प्रवर्तक गांव मां नंदा स्थली कांसुवा में श्री नंदा मंदिर निर्माण (भूमि पूजन) :: बताया मां नंदा का उदगम स्थल है यहां:: जय विक्रम सिंह कुंवर (अध्यक्ष मंदिर निर्माण समिति)

15/06/2025

प्रदेश में बढ़ते #हेलीकॉप्टर हादसों कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने जताई चिंता, कहा, सरकार व्यवस्थाओं को करे दुरुस्त

रिपोर्ट भगवान सिंह पौड़ी गढ़वाल

एंकर चार धाम मार्ग पर 40 दिनों से भी कम समय में पांचवी हेलीकॉप्टर दुर्घटना पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सरकार की हेली सेवाओं की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आज रविवार की सुबह हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में मारे गए सभी लोगों की मौत पर शोक संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर सेवाओं की संचालन कर्ता कंपनियों द्वारा तय मानकों के अनुसार ही हेली सेवाओं का संपादन किया जा रहा है या नहीं तथा तकनीकी रूप से परखे हुए हैलीकॉप्टरों को ही उड़ान की अनुमति होनी हो इसकी भी निगरानी होनी चाहिए। उन्होंने हादसों से सीख लेते हुए सरकार से तत्काल व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार को गंभीरता से इस विषय में मंथन करने की जरूरत है। उन्होंने विमान हादसों से यात्रा पर पड़ने वाले असर पर भी चिंता जताई। कहा की सरकार विमान हादसों पर रोक लगाने के लिए गंभीरता बरते और जल्द व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए प्रयास करे।

बाइट: गणेश गोदियाल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस

13/06/2025

मसूरी उत्तराखंड

रिपोर्टर धर्मेंद्र सिंह

स्लग : #शटल #सर्विस

एंकर : जिला प्रशासन द्वारा पर्यटन सीजन को देखते हुए मसूरी में लगने वाले जाम को कम करने के लिए शटल सर्विस शुरू करने को लेकर कवायद शुरू की गई थी मसूरी देहरादून मार्ग पर गज्जी बैंड के निकट नगर पालिका परिषद मसूरी और लोक निर्माण विभाग द्वारा टैक्सी स्टैंड और लाखों रुपए की लागत से मार्ग का निर्माण और बिजली के पोल लगाए गए थे लेकिन स्थानीय व्यापारियों के विरोध के कारण शटल सेवा परवान नहीं चढ़ पाई है
शटल सेवा के माध्यम से मसूरी की पार्किंग फुल होने के बाद किंक्रेग स्थिति पार्किंग पर आने वाले वाहनों को पार्क किया जाना था इसके बाद गज्जी बैंड से टैक्सियों के माध्यम से पर्यटकों को मसूरी लाया जाना था जिससे कि काफी हद तक जाम पर नियंत्रण लग सकता था
नगर पालिका परिषद मसूरी के अधिशासी अधिकारी तनवीर सिंह मारवाह ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा शटल सेवा को लेकर जिला प्रशासन द्वारा निर्देशित किया गया तो इसे शुरू कर दिया जाएगा लेकिन इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल की आवश्यकता है
शटल सेवा के अंतर्गत टैक्सी चालक बलवीर सिंह ने बताया कि सटल सेवा के माध्यम से उनका रोजगार बढ़ जाता और अभी भी उनके द्वारा किंक्रेग स्थित कार पार्किंग से सटल सेवा शुरू संचालित की जा रही है पहले इसे गज्जी बैंड से शुरू किया जाना लेकिन व्यापार मंडल द्वारा विरोध किए जाने के कारण इसका सही ढंग से संचालन नहीं हो पाया है

Big ब्रेकिंग एयर इंडिया का B787 विमान VT-ANB, उड़ान संख्या AI-171 के लिए अहमदाबाद से उड़ान भरने के तुरंत बाद ही दुर्घटना...
12/06/2025

Big ब्रेकिंग

एयर इंडिया का B787 विमान VT-ANB, उड़ान संख्या AI-171 के लिए अहमदाबाद से उड़ान भरने के तुरंत बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
विमान में 242 लोग सवार थे। लगभग 140 की मौत संभावना

टेक ऑफ के समय हेली में आई तकनीकी खराबी, एहतियातन सड़क पर करवाई लैंडिंगपायलट की सूझबूझ से बचा बड़ा हादसा, सड़क पर खड़ी एक...
07/06/2025

टेक ऑफ के समय हेली में आई तकनीकी खराबी, एहतियातन सड़क पर करवाई लैंडिंग

पायलट की सूझबूझ से बचा बड़ा हादसा, सड़क पर खड़ी एक गाड़ी क्षतिग्रस्त

प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से यातायात एवं हेली शटल ऑपरेशन जारी

क्रेस्टेल एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के एक हेलीकॉप्टर में शनिवार दोपहर टेक-ऑफ के दौरान तकनीकी खामी आ गई। पायलट ने समय पर परिस्थिति भांपते हुए पास में ही सड़क पर आपातकालीन लैंडिंग करवाई, जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। हालांकि आपातकालीन लैंडिंग के दौरान पायलट को मामूली चोट आई और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया।

घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने मौके पर टीम को रवाना कर हेलीकॉप्टर को सड़क से हटवाने का कार्य कराया, जिससे यातायात सुचारू रूप से चल रहा है।

जिला पर्यटन विकास अधिकारी एवं हेली सेवा के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि क्रेस्टेल एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का एक हेलीकॉप्टर अपने बड़ासू स्थित बेस से श्री केदारनाथ धाम के लिए पाँच यात्रियों के साथ टेक-ऑफ कर रहा था। इसी दौरान हेलीकॉप्टर में कुछ तकनीकी खामी आ गई। पायलट ने समय रहते खामी को भाँप लिया और नज़दीक में खाली सड़क देखकर आपातकालीन लैंडिंग करवाई।

हेलीकॉप्टर में सवार सभी पांचों यात्री सुरक्षित हैं, जबकि पायलट को हल्की चोट आई है। आपातकालीन लैंडिंग के दौरान सड़क पर खड़ी एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। उक्त घटना का हेली शटल सेवा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।

06/06/2025

Jab Mrinal Raturi ne gaaya Darshan Farswan ki awaaz me.

ग्रेपलिंग खिलाड़ियों ने नासिक में किया देवभूमि उत्तराखण्ड का नाम रोशनमहाराष्ट्र के नासिक जिले के मीनाताई ठाकरे स्टेडियम इ...
04/06/2025

ग्रेपलिंग खिलाड़ियों ने नासिक में किया देवभूमि उत्तराखण्ड का नाम रोशन

महाराष्ट्र के नासिक जिले के मीनाताई ठाकरे स्टेडियम इनडोर हाल में 30 मई से 1 जून तक 18वीं राष्ट्रीय ग्रेपलिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिला क्रीड़ा अधिकारी टिहरी दीपक रावत ने बताया कि प्रतियोगिता में उत्तराखंड के विभिन्न भार वर्गों में महिला व पुरुष खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया, जिसमें महिला भार वर्गों में गी ग्रेपलिंग में रुद्राक्षी खंडूरी, अनुष्का देशवाल ने स्वर्ण पदक व सिमरन गुसाईं ने कांस्य पदक तथा नोगी ग्रेपलिंग में रुद्राक्षी असवाल व टीना चौहान ने रजत पदक जीता। वहीं पुरुष भार वर्ग में नोगी ग्रेपलिंग में रोहित पंवार नोगी ने कांस्य व गी ग्रेपलिंग में स्वर्ण पदक, सूर्यांश राठी ने नोगी में रजत व रौनक गी ग्रेपलिंग में कांस्य पदक, जयवीर सिंह, चंद्रप्रकाश ने गी ग्रेपलिंग में कांस्य पदक हांसिल कर देवभूमि उत्तराखंड का नाम रोशन किया।

उन्होंने बताया कि निर्णायक की भूमिका में नवीन रयाल ने मैट चेयरमैन की भूमिका का निर्वहन किया। गंगा मेहरा ने निर्णायक के दायित्व को निभाया। टीम कोच के रूप में अजय पयाल ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। एसोसिएशन के सचिव ने राज्य में खेल को बढ़ावा दिये जाने को लेकर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी व खेल मंत्री रेखा आर्य को धन्यवाद ज्ञापित किया। राष्ट्रीय ग्रेपलिंग में उत्तराखंड राज्य की बेहतरीन उपलब्धि को लेकर उत्तराखंड ग्रेपलिंग के अध्यक्ष अखिलेश मित्तल सहित अन्य अधिकारियों ने सभी खिलाड़ियों को बधाई दी।

जिला सूचना अधिकारी
टिहरी गढ़वाल

04/06/2025

‘‘रिवर्स पलायन और कीवी बागवानी ने बदल डाली रवि केमवाल की जिंदगी।‘‘

जनपद टिहरी गढ़वाल में रिवर्स माइग्रेशन कर रवि केमवाल ने कीवी बागवानी को अपनाकर स्वरोजगार की राह में एक नई मिसाल पेश की है। योजनाओं और सब्सिडी के बगैर अपने दृढ़ संकल्प के साथ जनपद के अन्य युवाओं के प्रेरणास्रोत के रूप में सामने आए हैं। बेंगलुरु और चंडीगढ़ की चकाचौंद जिंदगी को छोड़कर दूर जंगलों के बीच बसें अपने गांव के बंजर खेतों को आबाद कर आत्मनिर्भर की नई कहानी लिखने में सफल रहे हैं।

जनपद टिहरी के बागी गांव (नागड़ी से करीब 8 किलोमीटर दूर) निवासी रवि केमवाल स्वरोजगार अपनाकर कीवी की बागवानी के साथ ही अखरोट, आलू, अदरक, प्याज आदि की खेती कर अपनी आजीविका चला रहे हैं। लॉकडाउन से पहले बैंगलोर में टोयोटा कंपनी को छोड़कर अपने पुश्तैनी खेतों को आबाद करने के संकल्प से अपने गांव बागी लौटे रवि कमल ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने अदरक, आलू, प्याज की खेती से अपने बंजर खेतों को आबाद किया। वर्ष 2019 से उन्होंने अपने पुश्तैनी खेतों में बागवानी शुरू की तथा शुरुआती दौर में उन्हें कई फसलों में घाटा भी हुआ।

उन्होंने बताया कि कीवी बागवानी के लिए पौध हिमाचल की सोलन से मंगाए गए, कीवी की एलिसन प्रजाति उनके लिए काफी फायदेमंद सिद्ध हुई। सोलन से मंगाई गई एलिसन प्रजाति की कीवी को यहां की जलवायु रास आने लगी। उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर पर कीवी का साइज छोटा होने के कारण उनकी मार्केट वैल्यू कम हो रही थी, लेकिन वर्ष 2023 में कीवी के एक स्टैंडर्ड साइज के अनुरूप उत्पादन से उनकी कीवी बागवानी ने मार्केट में अपनी अलग जगह बनाई। तब 300 रूपये किलो कीवी मार्केट में आसानी से बिकने लगी तथा मांग बढ़ने से ऋषिकेश से पहले ही छोटी-छोटी मार्केट जैसे चम्बा, नागड़ी, गजा, आगराखल, नरेन्द्रनगर में कीवी की पूरी सप्लाई हो जाती है। उन्होंने बताया कि योजनाओं और सब्सिडी के बगैर भी आत्मनिर्भर होकर स्वरोजगार की राह पर एक मिसाल पेश की जा सकती है। आपका दृढ़ संकल्प और मेहनत आपको बिना संसाधनों के भी एक उद्यमशील किसान बना सकती है।

‘‘राज्य सरकार की 50 से 80 प्रतिशत सब्सिडी वाली योजनाएं लाभदायक सिद्ध।‘‘

राज्य सरकार मोटा अनाज, कीवी और ड्रैगन फ्रूट की खेती में 50 से 80 प्रतिशत की सब्सिडी दे रही है, जो पर्वतीय क्षेत्र के किसानों के लिए एक तोहफा है। इससे किसान कीवी बागवानी की ओर प्रेरित हो रहे हैं तथा उन्हें स्वरोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। रवि केमवाल ने कहा कि सरकार की 80 प्रतिशत सब्सिडी वाली ड्रैगन फ्रूट योजना आने वाले समय में पर्वतीय किसानों के लिए काफी लाभदायक सिद्ध होगी। आधुनिक वैज्ञानिक तरीके से की जा रही खेती से वर्तमान और भविष्य में युवा पीढ़ी के किसान काफी उद्यमशील रहेंगे।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में कीवी एक वरदान के रूप में साबित हुआ, जिससे इसकी मांग दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। राज्य सरकार कीवी की खेती को जिस तरह से बढ़ावा दे रही है, उससे निश्चित ही प्रदेश के कई किसान कीवी बागवानी की ओर अग्रसर होंगे तथा कीवी का व्यापार बढ़ने से स्थानीय किसानों की आर्थिकी मजबूत होगी।

‘‘रिवर्स पलायन ने बदल डाली जिंदगी।‘‘

बेंगलुरु और चंडीगढ़ की चकाचौन्द भरी जिंदगी से रिवर्स पलायन कर अपने गांव लौटे रवि केमवाल ने अपनी जिंदगी बदल डाली। रवि ने बताया कि बचपन में ही वे गांव छोड़कर चंडीगढ़ चले गये थे, जहां उन्होंने अपनी अपनी शिक्षा प्राप्त की। कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से (एम.बी.ए.) इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी से मास्टर करने के बाद टोयोटा कंपनी में बतौर इंजीनियर के तौर पर नौकरी की। लॉकडाउन के समय पहाड़ी लाइफ जीकर अपनी जीवन शैली में पहाड़ी व्यंजनों को लाये। तब से उन्होंने अपनी जिंदगी में कई बदलाव देखे। प्रदेश से बाहर नौकरी कर रहे युवाओं के लिए उन्हांेने रिवर्स पलायन की सोच को आगे बढ़ाते हुए स्वरोजगार की राह पर एक मिसाल पेश की है।

‘‘कर सकते है ऑनलाइन माध्यम से खरीददारी।‘‘

कीवी की बागवानी कर रहे रवि केमवाल ने बताया वर्ष 2024 में उन्हें कीवी की फसल से 01 लाख से अधिक का मुनाफा हुआ। इस वर्ष 2025 में 10 कुंटल कीवी उत्पादन का लक्ष्य रखा है, जिसका बाजारी मूल्य 3 लाख रुपए है। उन्हांेने बताया कि बागवानी के साथ-साथ वे पहाड़ी लाइफ/चंींकप-सपमि नाम से यूट्यूब चैनल चलाते हैं, जिसमें वह अपनी फसलों के बारे में बताते हैं। कीवी के कई खरीदार उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से मिले हैं।

जिला सूचना अधिकारी
टिहरी गढ़वाल

रवि केमवाल

Address

Tehri
249001

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when उत्तराखंड टाइम्स posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to उत्तराखंड टाइम्स:

Share

दैनिक उत्तराखण्ड टाइम्स

दैनिक उत्तराखण्ड टाइम्स एक समाचार पोर्टल है, दैनिक उत्तराखण्ड टाइम्स का मुख्य उदे्दश्य उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति, वेशभूषा, पहनावा, उत्तराखण्ड की सांस्कृतिक विरासत, लोक गीत, लोक नृत्य, लोक कथाए एवं ताजा जानकारी के लिये कार्य करना है।