Pakiza Dil

Pakiza Dil Pakiza mohabbat ko gunahgar na karna,
Wo jaan bhi agar mange to inkaar na karna
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ईद की खरीददारी:-            ईद पर मुसलमान अपने लोगों से खरीददारी करें?80 के दशक में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम को "कैरेबियन ...
07/03/2025

ईद की खरीददारी:-

ईद पर मुसलमान अपने लोगों से खरीददारी करें?

80 के दशक में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम को "कैरेबियन तूफ़ान" कहा जाता था। उसके पास ऐंडी राबर्ट्स, माइकल होल्डिंग, जोएल गार्नर और मैलकम मार्शल हुआ करते थे जिनके बल पर वेस्टइंडीज की टीम को इतना घमंड था कि उनके गेंदबाज कहते थे कि....

"पिच पर उन्हें ख़ून पसंद है"

आज वही वेस्टइंडीज ICC के किसी भी टूर्नामेट में भाग लेने के लिए तरस रही है....... कहने का अर्थ यह है कि "वक्त का हर शै ग़ुलाम"

और फिर हमने तो "फिरौन" को देखा है , क्रूसेडर को देखा है , अबू जहल को देखा है तो नमरूद को देखा है।

"फिरौन" मिस्र के म्युजिअम में पिछले 3000 साल से पड़ा सड़ रहा है , अबू जहल का अंजाम सभी को पता है तो नमरूद का अंजाम भी जान लीजिए...

नमरूद 5000 साल पहले दुनिया का बेताज बादशाह था , नमरूद की हुकूमत सारी दुनिया पर चलती थी , ज़ालिम नमरूद खुद को खुदा कहता था।

वह दौर हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम का था , और इब्राहीम अलैहिस्सलाम को इसी नमरूद ने आग में जला कर मारने की कोशिश की थी।

मगर एक लंगड़ा मच्छर ने उसे मार डाला, यह लंगड़ा मच्छर नमरूद की नाक के सहारे उसके दिमाग में घुस गया। लंगड़े मच्छर ने नमरूद के दिमाग की नसों में ठिकाना बना लिया।

मच्छर के काटने से घमंडी नमरूद का सर दर्द से फटने लगता वो दरबारियों और नौकरों से अपने सर पर जूते से पीटने को कहता जिससे उसे सरदर्द में राहत मिले। इस तरह इराक के बाबुल साम्राज्य के स्वघोषित खुदा की उसी के दरबार में सरेआम जूते से पिटाई होती थी।

सर पर जूते खाते खाते नमरूद को जमाना गुजर गया और लंगड़े मच्छर ने उसका जीना हराम कर दिया। आख़िर एक दिन दिमाग की नस फटने से इस काफिर और घमंडी बादशाह का हमेशा के लिए खात्मा हो गया।

यह दौर भी चला जाएगा और वक्त के नमरूद उसी अंजाम को पाएंगे, मगर इस माहौल में अपने किरदार को मत बदलिए, आपका किरदार ही आपका इतिहास लिखेगा।

ईद की शापिंग वहां से करिए जहां से मुनासिब सौदा मिले , हमारा इस्लाम मिल जुलकर साथ में रहने का पैगाम देता है , इसलिए कुछ भी ऐसा ना करें कि समाज में विभाजन हो और आज का नमरूद मज़बूत हो। उनके जैसे मत बनिए जो आए दिन बहिष्कार करते रहते हैं।

धंधे का कोई धर्म नहीं होता...

और जो "ईद की शापिंग अपनों से करें" यह अभियान चला रहे हैं, उनके बारे में भी जान लीजिए, गिरफ्तार हुए थे तो 2 महीने उन्हें कोई "अपना" ज़मानतदार नहीं मिला।

इसलिए ऐसे किसी नफ़रत और विभाजन वाले अभियान का हिस्सा ना बनें। इस्लाम में दारुल हरब देशों में ज़िन्दगी जीने का तरीका बताया गया है उसी के हिसाब से मिल जुलकर रहिए, यही दीन है‌, यही इस्लाम है।

सादिक अली (अलिफ)

एक बार जरूर पढ़ेSadik Ali यूरोप देशों में सुबह उठकर मर्द अपने काम पर चला  जाता है औरतें आफिस चली जाती हैं और घर में ताला...
22/08/2024

एक बार जरूर पढ़े
Sadik Ali

यूरोप देशों में सुबह उठकर मर्द अपने काम पर चला जाता है औरतें आफिस चली जाती हैं और घर में ताला लग जाता है और जब इनके यहां बच्चा पैदा होता तो उसे किसी चाइल्ड केयर के हवाले कर देते हैं...
बाप की शफक़त और मां की ममता से महरूम वो बच्चा चाइल्ड केयर में परवरिश पाता है और ज़ाहिर सी बात जो बच्चा मां बाप की मोहब्बत से महरूम होकर दूसरों के हाथों में परवान चढ़ेगा उसके दिल में बाप की इज्ज़त और मां की अज़मत क्या होगी ?
और इसका नतीजा ये निकलता है कि जब मां बाप बूढ़े हो जाते हैं तो यही चाइल्ड केयर वाला बेटा इनको ले जाकर "ओल्ड ऐज होम "के हवाले कर देता है ..
मुफ्ती तक़ी साहब अपनी किताब में एक वाक्या लिखते हैं कि कुछ दिन पहले एक "ओल्ड ऐज होम" के निगराह ने एक वाक्या बयान किया कि एक बूढ़े साहब हमारे ओल्ड ऐज होम में थे जब इनका इंतकाल हुआ तो मैनें उनके बेटे के पास काॅल की कि आप के फादर का इंतकाल हो गया है आप आकर कफन दफन कर दीजिए..
बेटे ने जवाब दिया कि मुझे बड़ा अफसोस हुआ सुनकर की मेरे बाप का इंतकाल हो गया लेकिन मुश्किल ये है कि आज मुझे बहुत ज़रूरी काम है लिहाज़ा मैं नही आ सकता आप ब्राय करम उनका कफन दफन कर् दें और जो पैसे खर्च हों उसका बिल मेरे पास भेज दें ........

ये है यूरोप की मार्डन तहज़ीब और औरतों की आज़ादी का नतीजा आज़ादी के नाम पर आज यूरोप में फैमिली सिस्टम पूरी तरह से तहस नहस हो चुका है..
इनके पास ख़ुद की अपनी कोई तहज़ीब नही ये सारे के सारे ख्वाहिश-ए- नफ्स के ग़ुलाम हैं इनके नज़दीक दो काम सबसे मुहज्ज़ब माना जाता है खाना और सेक्स इनकी पूरी तहज़ीब इनका पहनावा रहन सहन सब चीज़ में सेक्स का भरपूर इंतज़ाम होना लाज़मी है...
अगर आप पश्चिमी देशों का जायज़ा लेगें तो ख़ुद आपको एहसास होगा कि इनकी पूरी ज़िंदगी सिर्फ खाने और सेक्स पर ही मुंहसिर है..
और उस वक़्त आपको एहसास होगा कि बेशक इस्लाम ही एक वाहिद मज़हब है जो ज़िंदगी के हर एक महरले में मुसलमानों की रहनुमाई करता है खाने पीने सोने से उठने जागने वालिदेन के हुकूक़ पड़ोसी के हुकूक दोस्ती के हुक़ूक भाई बहन रिश्ते दारों के हुकूक़ से लेकर पेशाब करने के तरीक़े तक को बताता है..
ख़ुदा का एक लाख़ बार शुक्र अदा करना चाहिए जिसने हम सबको इस्लाम जैसी अज़ीम दौलत से नवाज़ा है .

हजरत अल्लामा कॉमेडियन बुलबुल ए डोंगरी शायर ए अहले छपरी "मुनव्वर फारूकी " दामत बरकातुहुम को निशान ए छपरिस्तान (बिग बॉस) ज...
31/01/2024

हजरत अल्लामा कॉमेडियन बुलबुल ए डोंगरी शायर ए अहले छपरी "मुनव्वर फारूकी " दामत बरकातुहुम को निशान ए छपरिस्तान (बिग बॉस) जीतने की बहुत बहुत मुबारकबाद!

मुसलमानों की दुनिया में नया इक रहनुमा निकला!

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Alif Ali (Sadik)

27/01/2024
24/07/2023

1944 जंग

 #अलिफ_अली_की_Typing_से😊एक व्यक्ति मरने के बाद ऊपर गयायमराज ने उसे सजा देने के लिएपहले उसे एक*ठण्डे मकान में रखा जहाँ ता...
14/07/2023

#अलिफ_अली_की_Typing_से😊

एक व्यक्ति मरने के बाद ऊपर गया
यमराज ने उसे सजा देने के लिए

पहले उसे एक
*ठण्डे मकान में रखा जहाँ तापमान 4° था।*
फिर भी वह आदमी हँसता हुआ बाहर आया और बोला कि एक पंखा और होता तो मज़े आ जाते...😂

अब यमराज ने उसे एक
*गर्म मकान मे रखा जहाँ का तापमान 45° था।* और उसमें एक पंखा भी लगा दिया ....
फिर भी वह आदमी हँसता हुआ बाहर आया और बोला बिना पंखे के भी सही था..😂

यमराज को गुस्सा आया और उस पर
*बारिश,ओले व तूफान आदि सब प्रयोग करे लेकिन उसे कुछ नही हुआ तो*
फिर यमराज ने उसको एक बेहद गड्ढे और पानी से भरी गुफा में भेजा और बोला इसको पार करके आ...वो आदमी हँसता हुआ दूसरी तरफ से बाहर आकर बोला "अपने शहर की याद आ गयी" 😂😂 वो बोला #ठाकुरद्वारा से #मुरादाबाद अक्सर इसी रोड पर यात्रा करता हूं।

यमराज ने परेशान होकर चित्रगुप्त से कहा कि इसका *रिकॉर्ड* चैक करो.....

चित्रगुप्त ने रिकॉर्ड देखकर कहा *महाराज*
*ये आदमी*
#ठाकुरद्वारा* का रहने वाला है।

ये सब *यातनाएं झेल कर*
अपने आप को
*हर तरह से*
#डेवलप*
*कर चुका है !!*
ये 45 डिग्री के तापमान मे भी गरम समोसे खाता है
ठण्ड मे भी क़ुल्फ़ियाँ खाता है और गड्ढे और पानी से भरी सड़कों की आदत हो चुकी है इसे यह इसका कुछ नही बिगाड़ सकती...😄😃उसके बावजूद ये टैक्स भरता है ालिका को।

सहनशील #ठाकुरद्वारा वासियो को पुनः समर्पित है।
थोड़ा मुस्करा कर बोलो यह अपना #ठाकुरद्वारा है कुछ भी कहो पर कुछ तो हम में दम है . .........😊😊😊

#अलिफ_अली_सादिक_ठाकुरद्वारा

13/07/2023

Nice story

07/07/2023

Gareeb is best my you tube channel

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