Studio Ujala

Studio Ujala ✨ Studio Ujala ✨
🎵 Music • 📝 Poetry • 🎭 Entertainment
Bringing light to your soul, one melody at a time!

श्रृंगार रस एवं अन्य सम-सामयिक विषयों पर काव्य लेखन

21/02/2025

Do you feel nostalgic when you see Jangal Jalebi or Keekar / Kikar?

तुम्हें तुम्हारे सजन मिलेंगे, हमें सजल दो नयन मिलेंगे पलट के देखोगी जो किसी दिन, तुम्हीं में बैठे मगन मिलेंगेउठेगा घूँघट...
27/06/2023

तुम्हें तुम्हारे सजन मिलेंगे, हमें सजल दो नयन मिलेंगे
पलट के देखोगी जो किसी दिन, तुम्हीं में बैठे मगन मिलेंगे

उठेगा घूँघट उधर तुम्हारा, उठेगी अर्थी इधर ह्रदय की
घटकने हैं घूँट अब ज़हर के, न आस कोई बची है मय की
मगर सजाते, निभाते तुमको, हमारे उपवन भवन मिलेंगे
तुम्हें तुम्हारे सजन मिलेंगे, हमें सजल दो नयन मिलेंगे

स्मृति के पौधों को सींचते ही, सघन ये जंगल प्रकट हुआ है
प्रणय के छापे थे छंद जो भी, उन्हें मिटाना विकट हुआ है
सफल रहें या विफल रहें पर, तुम्हें भुलाते जतन मिलेंगे
तुम्हें तुम्हारे सजन मिलेंगे, हमें सजल दो नयन मिलेंगे

प्रतीक्षारत ही रहेंगे अब हम, किया ये जीवन तुम्हें समर्पित
ये प्रेम पावन स्तुति ह्रदय की, कलंक छल सब हवन में अर्पित
विधान था ये विधि का कोई, यही हमारे कथन मिलेंगे
तुम्हें तुम्हारे सजन मिलेंगे, हमें सजल दो नयन मिलेंगे

- उपवन उजाला, उदयपुर
Upavan Ujala Upavan Pandya ©

#प्रेमगीत

✨️ नया गीत  ✨️नहीं सुनाई, व्यथा किसी को, किसी ने पूछा सुनाई घंटों थकान नज़रों ने यूँ उतारी, कि आंसुओं में नहाई घंटोंगमों ...
24/06/2023

✨️ नया गीत ✨️

नहीं सुनाई, व्यथा किसी को, किसी ने पूछा सुनाई घंटों
थकान नज़रों ने यूँ उतारी, कि आंसुओं में नहाई घंटों

गमों की दौलत कमा सुकूँ के,
खज़ाने तुम पे सभी लुटाए
ये जोड़, बाकी, गुणा ये भाजक,
न जाने रिश्तों में कब समाए
वो पूछ बैठे हिसाब दिल का, वफ़ाएं ग़म से घटाई घंटों
नहीं सुनाई, व्यथा किसी को, किसी ने पूछा सुनाई घंटों

सफर में थोड़ा थके अगर तो,
नया चुना रास्ता कभी फिर
कभी सितारा करीब आया,
चकोर से राब्ता कभी फिर
सुनी जो चंदा कि हरकतें तो, फलक ने बरखा बहाई घंटों
नहीं सुनाई, व्यथा किसी को, किसी ने पूछा सुनाई घंटों

यकीन खुद से ज़ियादा उन पर,
इसी का घाटा उठाया हमने
उड़े तो खुद थे मगर ये मांझा,
किसी के हाथों थमाया हमने
पतंग कटकर गिरी ज़मीं पर, नमी ने महफिल जमाई घंटों
नहीं सुनाई, व्यथा किसी को, किसी ने पूछा सुनाई घंटों

ज़िकर छिड़ा जो कहीं पे उनका,
शिकन दबाए लबों ने जमकर
ह्रदय ने भी दे दिया समर्थन,
छुपाए ग़म धड़कनों ने थमकर
रुलाई जो फूटने को आई, हंसी के नीचे दबाई घंटों
नहीं सुनाई, व्यथा किसी को, किसी ने पूछा सुनाई घंटों

- उपवन उजाला ©
Upavan Pandya
Upavan Ujala

#प्रेमगीत

✨️ नया गीत ✨️तुम्हारी इतनी सहेलियां हैं, गुरुर सबका क्यूँ तोड़ती हो,तुम्हारे पीछे सभी की बारी, यूँ रस्ता इनका क्यूँ रोकती...
22/06/2023

✨️ नया गीत ✨️

तुम्हारी इतनी सहेलियां हैं, गुरुर सबका क्यूँ तोड़ती हो,
तुम्हारे पीछे सभी की बारी, यूँ रस्ता इनका क्यूँ रोकती हो

अगर जो कोई अनार होगा, उसी के सौ-सौ बीमार होंगे
जो फूल ज़्यादा महक रहा हो, उसी पे भंवरे निसार होंगे
दिवाना इक तो लगे किनारे, भंवर में सबको क्यूँ झोंकती हो
तुम्हारी इतनी सहेलियां हैं, गुरुर सबका क्यूँ तोड़ती हो

शिकारी ऐसा कभी न देखा, पलक झपकते शिकार कर ले
है तीर जैसी नज़र तुम्हारी, जो हँसते-हँसते शिकार कर ले
शिकार चल के फँसा जो खुद ही, उसे यूँ ज़िंदा क्यूँ छोड़ती हो
तुम्हारी इतनी सहेलियां हैं, गुरुर सबका क्यूँ तोड़ती हो

कई हैं मिसरे अधूरे तुम बिन, किसी भी इक को ग़ज़ल बना दो
घरौंदे कितने पड़े हैं खाली, किसी भी घर को महल बना दो
किताब पूरी करो किसी की, अधूरे पन्ने क्यूँ जोड़ती हो
तुम्हारी इतनी सहेलियां हैं, गुरुर सबका क्यूँ तोड़ती हो

- उपवन उजाला Upavan Ujala ©

एक ग़ज़ल यूँ हो गई कि - न सो सका है, न जाग पाया, तुम्हारी सोहबत कमाई जिसनेतड़पता कितना सुकून से वो, तुम्हारी नींदे उड़ाई जिस...
20/06/2023

एक ग़ज़ल यूँ हो गई कि -

न सो सका है, न जाग पाया, तुम्हारी सोहबत कमाई जिसने
तड़पता कितना सुकून से वो, तुम्हारी नींदे उड़ाई जिसने

कई हैं आँखें, कई हैं नज़रें, जो भागती दौड़ती रही हैं
हुई मुकम्मल नज़र उसी कि, तेरी नज़र से मिलाई जिसने

करोड़ों जिस्मों कि भीड़ है बस, न जी रहे जो, न मर रहे हैं
वही जिया है, वही मरेगा, दिलों कि महफिल सजाई जिसने

खयाल के बादलों को कह दो, भटकना छोड़ें इधर-उधर अब
मिलेगी मंज़िल उसी के दर पे, उठा के पलकें गिराई जिसने

मेरा नहीं फलसफा ये केवल, किसी दिवाने से पूछ लेना
उसी को जन्नत मिली ज़मीं पर, मुहब्बतें हों निभाई जिसने

- उपवन उजाला Upavan Ujala ©

आज एक प्रश्न हर सनातनी के मन में उठ रहा है, उसी पर एक मुक्तक पढ़िए -सबकी नज़र में गिरकर, ये क्या किया रे तुमने?छपरी से पात...
18/06/2023

आज एक प्रश्न हर सनातनी के मन में उठ रहा है, उसी पर एक मुक्तक पढ़िए -

सबकी नज़र में गिरकर, ये क्या किया रे तुमने?
छपरी से पात्र गढ़कर, ये क्या किया रे तुमने?
औरों से क्या उलझना, तुम मुन्तशीर हुए क्यूँ?
टुच्चे संवाद लिखकर, ये क्या किया रे तुमने?
- उपवन उजाला Upavan Ujala

मिल जाएं तो श्वास पता है।बिछड़े तो निश्वास पता है।जिसने इश्क किया है मन से,प्रेम है इक विश्वास पता है।- डॉ उपवन उजाला ©
13/06/2023

मिल जाएं तो श्वास पता है।
बिछड़े तो निश्वास पता है।
जिसने इश्क किया है मन से,
प्रेम है इक विश्वास पता है।
- डॉ उपवन उजाला ©

आखिरी मिलन - गीत कल से कहलाओगी, तुम किसी कि दुल्हनआखिरी-आखिरी, आज का है मिलनआँख मलता रहा, मैं पिघलता रहातेरे वादे का छल,...
10/06/2023

आखिरी मिलन - गीत

कल से कहलाओगी, तुम किसी कि दुल्हन
आखिरी-आखिरी, आज का है मिलन

आँख मलता रहा, मैं पिघलता रहा
तेरे वादे का छल, हमको छलता रहा
डोर मन्नत की हम, बाँधते रह गए
हाथ हम आपका, माँगते रह गए
आज ये कोई कल, चल पड़ा है है चलन
आखिरी-आखिरी, आज का है मिलन ………..

पर्वतों की तरह मुझमें ठहराव था
बादलों सा मगर तुझमें भटकाव था
मैं तेरे नाम की कामना कर थका
साधने के तुझे साधना कर थका
टूटता तन-बदन, थक रहा मेरा मन
आखिरी-आखिरी, आज का है मिलन ........

सींचने की ज़रा कोशिशेँ भी न की
प्यार के खेत में बारिशें भी न की
फासलों की फसल काटता रह गया
मैं ही मैं प्यार यूँ बाँटता रह गया
आँख में आसुओं का हुआ आगमन
आखिरी-आखिरी, आज का है मिलन ........

ख्वाब देती रही, तुम रही घेरती
हाथ बालों में मेरे, रही फेरती
सात फेरे तुम्हारे सवेरे हैं कल
आज के बाद मेरे अँधेरे हैं कल
हाथ में तुम भरो, इक नया आचमन
आखिरी-आखिरी, आज का है मिलन .........

मेहंदी में नाम उसका छुपाओगी तुम
अब सदा प्यार उससे निभाओगी तुम
प्यार की राह को इक नया मोड़ दो
घर पुराना समझकर मुझे छोड़ दो
पहले अहसास का, तुम उजाड़ो चमन
आखिरी-आखिरी, आज का है मिलन ........

स्वरचित
© कवि उपवन `उजाला`, उदयपुर

Address

Udaipur

Telephone

+919166475705

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Studio Ujala posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Studio Ujala:

Share

Why this page is so unique?

We al

l know that pages are normally made for a business or a person`s promotion. But here we at PANDYAZ OFFER UNIQUE videos / posts about POETRY & MUSIC.

Please visit www.pandyaz.com to find our POETRY & MUSICAL Creations.