19/11/2025
चित्तौड़ी
चित्तौड़ दुर्ग का दक्षिणी भाग जहां पर बनी इस छोटी सी पहाड़ी का नाम मोहर मगरी है
मोहर मगरी क्यों ?
क्योंकि जब 1567 में अकबर ने मुगल सेना को लेकर चित्तौड का घेराव किया तब तीन ओर से दरवाजे थे और यही हिस्सा था जहां द्वार नही थे और छोटे से टीले पर मिट्टी डलवाई गयी मिट्टी का भाव 1 तगारी के बदले एक मोहर होगया और इस तरह बढ़ते गया और इसी कारण इसे मोहर मगरी कहा जाता है
इस को ऊंचाई देने के बाद यहां तोप चढ़वा कर किले में तोप से नुकसान करने की कोशिश की गई पर ये इतनी कारगर न रही।।
ये चित्तोड़ दुर्ग के दक्षिण का हिस्सा है जहां नीचे चित्तौड़ीखेड़ा गांव भी है
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