12/12/2023
हमारे नायक सीएम डॉ. मोहन यादव...
उज्जैन में दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के हनुमान नाका चौराहे पर 31 अक्टूबर को चुनाव प्रचार के दौरान यह फोटो मेरे द्वारा ही क्लिक किया गया था। एक दिव्यांग युवक विधायक प्रत्याशी डॉ. यादव का अभिनंदन करना चाहता था। वो यादव के आसपास मौजूद कार्यकर्ताओं की परवाह किए बगैर भीड़ को चीरता हुआ आगे बढ़ रहा था। तभी डॉ. यादव की उस युवक पर नज़र पड़ी। वे सबको हटाकर उसके पास पहुंचे। दिव्यांगता के कारण वह युवक खड़ा होने में असमर्थ था तो डॉ. यादव स्वयं उसके साथ ज़मीन पर ही बैठ गए। उसके हाथों पुष्पमाला पहनी अभिनंदन स्वीकार किया। दिव्यांग युवक के हाव भाव से उसकी भावनाएं स्पष्ट हो रही है। इस दौरान युवक ने डॉ यादव के कानों में कुछ कहा भी... शायद यही कि, हमारा प्रदेश भी कुछ मामलों में मेरी तरह हो गया है मामा (पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान)ने इसे उठा तो दिया है चलाया भी.. अब आप इसे विकास के पंख लगा दो .....
पता नहीं क्यों कुछ क्षणों के लिए तभी मेरे मन में यह विचार आया था कि डॉ. मोहन यादव मुख्यमंत्री बन जाएं तो... नायक फिल्म का वह शॉट भी दिमाग में घूम गया था। जब अनिल कपूर को एक दिव्यांग युवक ने माला पहनाकर यही बात कही थी। अब जब डॉ. यादव मुख्यमंत्री बन गए हैं तो यह फोटो मेरे लिए यादगार हो गया।
क्योंकि आप विकास पुरुष हैं... आप जहां भी रहे वहां ईश्वरीय शक्ति ने काम किया है।
वर्तमान में एमपी में पर्यटन इतना बढ़ गया लेकिन पर्यटन विभाग का जिक्र नहीं आता, आपने तब एमपी के पर्यटन को राष्ट्रपति सम्मान दिलाया। अब भी विकास हो रहा है लेकिन विकास प्राधिकरण इतना चर्चित नहीं... जितना जनता के लिए प्राधिकरण को आपने उपयोगी बताया था। उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए आपने मध्य प्रदेश की उच्च शिक्षा को अलग मुकाम दिया है।
उसी ईश्वरीय शक्ति ने अब आपको मुख्यमंत्री बना दिया। प्रदेश की जनता आश्चर्य चकित हैं। उज्जैन के आधे से ज्यादा लोग बोल रहे हैं कि हम मुख्यमंत्री के खास हैं। प्रदेश के अन्य जिलों में रहने वाले दोस्त, रिश्तेदार और परिचित उज्जैनवासियों को शुभकामनाएं दे रहे हैं। यहां तक कि विरोधी दल के नेता आपके मधुर स्वभाव और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की तारीफ कर रहे हैं। खुद की पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं। आपने उज्जैन का गौरव इतना बढ़ा दिया कि विक्रमोत्सव के कारण जनता विक्रमादित्य का स्मरण करती हैं। हमें ऐसा राज्य चाहिए जो विक्रमादित्य ने दिया था।
कुल मिलाकर हमें स्वर्णिम मध्यप्रदेश चाहिए...।।
और आप पर हमें विश्वास है कि हमें हमारी उम्मीदों से ज्यादा बेहतर मध्यप्रदेश मिलेगा।
जय श्री महाकाल...