
25/02/2025
श्रेष्ठ -उत्कृष्ट होने के लिए श्रेष्टता के गुण अपनाओ शठता के नहीं -स्वामी दिव्यानंद जी
शिवरात्रि की रात्रि इसी दंड विधान को देने के लिए शिव का प्रथम प्राकट्य है - स्वामी दिव्यानंद जी
तराना कायथा के समीप ठिकाना रामपुरा में एकलिंग नाथ शिव मंदिर में शिवमहापुराण कथा में पूज्य गुरुदेव गीता ज्ञानेश्वर डॉ स्वामी दिव्यानंद जी भिक्षु महाराज ने कहा की आज रहन सहन आधुनिक होता जा रहा है और विचारधारा तुच्छ बनती जा रही है , कैसा जमाना आगया है आज शोचालय अतिसुन्दर बन रहे है मानो निवास वही करना हो और रसोईघर काम चलाऊ ? आभूषण क़ीमती और कपड़े फटे हुए ? विचार शैली कचरे से भरी हुई जबकि प्रसन्नता और पवित्रता से भरी विचार शैली हमारे जीवन का परिचायक होती है आज शिव जीवन शैली चाहिए शिव श्मशान जैसे स्थान में भी ठाठ से अच्छे मकान में रहने की भाँति शांत दिखते है हम महंगे जीवन शैली वाला जीवन जीने वाले अच्छे बंगलों में भी चिंताओं की चिता में जलते रहते है शिव पुराण में मूल प्रश्न यह है कि उत्कृष्ट क्या है ? परमतत्व क्या है ? उद्देश उत्कृष्ठ होंगे या होगा तो हमारी साधना भी उत्कृष्ठ होगी हम भी उत्कृष्ठ होगी शिवपुराण में इसी परम् उत्कृष्ठ को शिव कहते है जो प्रथम ज्योतिर्मय स्वरूप में अरुणेश्वर नाम से लिंगेश्वर रूप में प्रकट हुए थे जिसे शिवरात्रि कहा गया है ब्रह्मा जी को सावधान करने के लिए दंड विधान देने के लिए उपदेश दिया । श्रेष्ठ बनने के लिए श्रेष्ठता के गुण अपनाओ शठता-धुर्रता और चालाकी का मार्ग मत अपनाओ जैसा की आज कल राजनीति के नाम पर कई लोग खेल खेल जाते है !
आयोजन समिति श्री एकलिंग महामंगल धेनु वि जन कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री राजपाल सिंह सिसोदिया प्रदेश प्रवक्ता भाजपा म प्र ने जानकारी देते हुए बताया कि पंचदिवसीय शिवशक्ति महयज्ञ सहित महाशिवरात्रि को रात्रि में चारों प्रहर में पूजन एवं सहस्त्र कमल अर्चन यज्ञाचार्य पंडित मनोज जी राजपुरोहित के सानिध्य में सम्पन्न होंगा !
कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील ठाकुर हरि सिंह मोकम सिंह, जितेन्द्र सिंह, महेंद्र सिंह ,वीरेंद्र सिंह , लोकेंद्र सिंह सहित ग्रामवासियों ने की है !