30/08/2024
*देश-विदेश में चल रहा 'मालिका' का प्रचार, जिन तक इसे पहुंचना है उन तक पहुंच ही जाएगी*
पंचसखा-शिरोमणि अच्युतानंद दास ने अपने ग्रंथों में स्पष्ट लिखा कि कलियुग-अंत में 'काशीनाथ' नामक एक विशिष्ट संत 'मालिका' का प्रचार-प्रसार कर उसे उसके सभी अधिकारी भक्तों तक पहुंचाएंगे। आज परमपूज्य पं. काशीनाथ मिश्र पूरी निष्ठा व समर्पण से इसी कार्य में तल्लीन हैं। 'मालिका' यह भी घोषित करती है कि वह सबके लिए नहीं है। पंचसखाओं ने उसे केवल और केवल भक्तों के लिए ही लिखा है और वह उन तक पहुंचकर ही रहेगी। 'मालिका' को यह महाप्रभु का वरदान है। शेष सभी उसे लेकर या तो संशय के शिकार बने रह जाएंगे अथवा उसकी निंदा करते रहेंगे और इसीबीच निर्दिष्ट कालचक्र घूम चुका होगा।