14/10/2025
" #दारू"..? क्या ये गढ़वाली गीत पहाड़ की संस्कृति को बचाएंगे..? #हवाई #तवाई की सफलता के बाद अब #जगदम्बा_भक्तवाण का नया गढ़वाली गीत " #दारू" आखिर समाज को क्या संदेश दे रहा है! " #दारू" वीडियो एलबम के कुछ चित्र.....
उत्तराखंड राज्य के निर्माण से लेकर पहाड़ की संस्कृति और सभ्यता का प्रचार प्रसार ओर संरक्षित करने में उत्तराखंड के लोककलाकारों ओर गीतों का बड़ा योगदान रहा है, यहां तक कि हमारे पूर्वजों का इतिहास, हमारे त्यौहार, रीति रिवाज जहां हमारे लोकगीतों के माध्यम से पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़े हैं वहीं उत्तराखंड आंदोलन में गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी के गीतों ने राज्य आंदोलन को एक नई ऊर्जा दी, राज्य बनने के बाद भी राजनेताओं और राजनीति पर तंज कसते हुए निडरता से कई गीत बने, ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि गढ़वाली भाषा के संरक्षण के साथ ही हमारे लोकगीतों और लोकगायकों ने समय समय पर हमारे पहाड़ी समाज को एक दिशा दी है।
लेकिन अब नए दौर के गीतों को देख अब ये सब गुजरे जमाने की बात लगती है, ओर मन को बड़ी ठेस पहुंचती है, अब डम डम वाले अश्लील नचाड गीतों, महिलाओं पर अश्लील टिप्पणी करने वाले गीत, चाटुकारिता वाले गीतों, सत्ता का महिमामंडन करने वाले गीतों ओर संस्कृति को छिन्न भिन्न कर देते वाले गीतों का प्रचलन बढ़ रहा है, लेकिन आखिर ऐसा क्यों हो रहा है ये सोचने वाली बात है...?