
29/07/2025
रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक केंद्र तथा राजकीय महिला महाविद्यालय, बरेली के मध्य समझौता ज्ञापन हुआ हस्ताक्षरित
: महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली के विश्वविद्यालय सांस्कृतिक केंद्र तथा वीआरएएल राजकीय महिला महाविद्यालय बरेली के संगीत विभाग के मध्य सांस्कृतिक गतिविधियों के आदान प्रदान, आयोजन, प्रशिक्षण, शोध तथा सामूहिक प्रतिभागिता हेतु समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया। इस MoU के अंतर्गत महाविद्यालय के संगीत विभाग द्वारा कल्चरल क्लब की गतिविधियों के विकास में सहयोग किया जाएगा तथा विद्यार्थियों को संगीत की विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण, अभ्यास सत्र का आयोजन, सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं की तैयारी,सामाजिक सहभागिता ,शोध, संगोष्ठी तथा आउटरीच गतिविधियों में सहयोग किया जाएगा ।
दोनों संस्थानों द्वारा शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन, सांस्कृतिक विकास तथा कलात्मकता को भी बढ़ावा दिया जाएगा। इसके अंतर्गत स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम, फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम तथा सहयोगात्मक प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जाएगी। समझौता ज्ञापन *माननीय कुलपति प्रो.के.पी. सिंह* के संरक्षण एवं निर्देशन में हस्ताक्षरित हुआ। इस अवसर पर माननीय कुलपति ने कहा कि *"वीरांगना रानी अवंती बाई जी के नाम की जुडी दिव्यता महाविद्यालय और विश्वविद्यालय सांस्कृतिक केन्द्र के इस समझौते से पुनः जागृत हो गई है। इससे सांस्कृतिक गतिविधियों का विकास होगा, संगीत क्लब, ड्रामा , डांस और योग क्लब में विद्यार्थियों और शिक्षकों का आपसी सहयोग भी बढ़ेगा । वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी महाविद्यालय एक उत्कृष्ट महाविद्यालय है। समझौता ज्ञापन दोनों संस्थाओं के बीच बेहतर तालमेल पैदा करेगा।*
इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के फल स्वरुप वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी महाविद्यालय के शिक्षक एवं शोध छात्र विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक केंद्र में लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे एवं इसके फलस्वरूप विश्वविद्यालय के छात्रों को संगीत नाटक एवं ड्रामा का बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त हो सकेगा। कुलपति महोदय ने कहा कि कल्चरल क्लब के छात्रों को समय-समय पर ओरिएंटेशन क्लासेस की सुविधा मिलेगी जिससे न केवल उन्हें अपने अभिरुचि को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी बल्कि पढ़ाई एवं अन्य के बोझ से भी मानसिक शांति मिलेगी। जिसके फल स्वरुप छात्र अपने निजी जीवन में एक बेहतर नागरिक सिद्ध होगा।
रानी अवंतीबाई केवल एक ऐतिहासिक योद्धा नहीं थीं, बल्कि उन्होंने अपने अद्वितीय साहस, बलिदान और नेतृत्व से भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में अमिट छाप छोड़ी है। वे महिलाओं के सशक्तिकरण की प्रतीक हैं और युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत भी। उनके नाम से जुड़े इस संस्थान के साथ आज हम जो समझौता कर रहे हैं, वह शिक्षा, शोध और अकादमिक उत्कृष्टता की दिशा में एक नया अध्याय लिखेगा। यह साझेदारी हमें न केवल शैक्षिक संसाधनों का आदान-प्रदान करने का अवसर देगी, बल्कि हमारी सांस्कृतिक और सामाजिक जिम्मेदारियों को भी और मजबूत करेगी। मैं आशा करता हूँ कि यह समझौता रानी अवंतीबाई के आदर्शों के अनुरूप ज्ञान, नारी सशक्तिकरण और नवाचार की दिशा में एक सशक्त कदम सिद्ध होगा।"
विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व कुलसचिव श्री संजीव कुमार सिंह द्वारा तथा महाविद्यालय का प्रतिनिधित्व प्रो. संध्या रानी शाक्य, प्राचार्य एवं उच्च शिक्षा अधिकारी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सांस्कृतिक समन्वयक डॉ. ज्योति पाण्डेय , अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. पी. बी.सिंह, मुख्य नियंता प्रो. रविन्द्र कुमार सिंह, डॉ.रोहिताश सिंह, प्रो.तूलिका सक्सेना,डॉ. भूपेंद्र सिंह, डॉ. दीपा अग्रवाल, मीडिया प्रभारी डॉ.अमित सिंह, डॉ. सौरभ वर्मा ,डॉ. अतुल कटियार, डॉ. रीना पंत ,डॉ. इंदरप्रीत कौर, डॉ.कौशल सक्सेना, श्री तपन वर्मा आदि उपस्थित रहे।