
08/09/2025
ज़ब एक साथ 918 लोगों ने आत्महत्या कर ली थी....।
Jim Jones और Peoples Temple
Jim Jones (1931–1978) इंडियाना (अमेरिका) में पैदा हुआ।
1950 के दशक में उसने Peoples Temple नाम से एक धार्मिक संगठन बनाया। यह संगठन शुरू में सामाजिक न्याय, नस्लभेद समाप्त करने और गरीबों की मदद के नाम पर बढ़ा। इसमें हज़ारों लोग जुड़ गए, जिनमें से बहुत से अफ्रीकी-अमेरिकी थे।
1960–70 के दशक तक Peoples Temple का California में विस्तार काफी बड़ा हो गया।Jim Jones को करिश्माई प्रवचनकर्ता माना जाता था—वह “चमत्कार” दिखाने, बीमारी ठीक करने और समानता की बात करने लगा। परन्तु, धीरे-धीरे यह संगठन cult (संपर्क से बाहर, नेता पर अंधविश्वास आधारित समूह) बनने लगा।
सदस्यों को अपने परिवार से अलग किया गया, उनकी संपत्ति Jones के नाम लिखवाई गई।Jones पर यौन शोषण, हिंसा और मानसिक नियंत्रण के आरोप लगने लगे।
मीडिया और सरकार की जांच बढ़ी तो Jones ने कहा कि अमेरिका उसके मिशन के खिलाफ है।1974–76 के बीच, Jones ने गुयाना (South America) में जंगलों के बीच एक बस्ती बनाई, जिसका नाम रखा Jonestown। लगभग 1000 लोग वहाँ जाकर रहने लगे।
शुरू में इसे “स्वर्ग” जैसा बताया गया, लेकिन हकीकत में यह कठिन, अलग-थलग और सैन्य अनुशासन वाली जगह थी। लोगों को पासपोर्ट और पैसे रखने नहीं दिए जाते थे, बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी।
नवंबर 1978 में अमेरिकी सांसद Leo Ryan Jonestown गए, क्योंकि परिवारों ने शिकायत की थी कि उनके प्रियजन वहाँ बंधक बनाकर रखे गए हैं। Ryan और पत्रकारों का दल पहुँचा। कुछ लोगों ने उनके साथ अमेरिका लौटने की इच्छा जताई।
18 नवंबर को जब वे निकल रहे थे, Jones के समर्थकों ने एयरस्ट्रिप (Port Kaituma) पर हमला कर दिया। Congressman Leo Ryan, 3 पत्रकार और एक भगोड़ा सदस्य मारे गए।
उसी दिन शाम को Jim Jones ने अपने अनुयायियों को बुलाया। उसने कहा: “अब अमेरिका हमें बर्बाद कर देगा, सबसे अच्छा है कि हम सामूहिक रूप से अपनी जान दे दें।” बड़ी ड्रम में cyanide, tranquilizer और फ्लेवर ड्रिंक (Kool-Aid जैसी पेय) मिलाया गया।
पहले बच्चों को पिलाया गया (सिरिंज से भी),फिर महिलाओं और पुरुषों को। कई लोग भागना चाहते थे, पर सशस्त्र गार्डों ने रोका।
ये सुरक्षा गॉर्ड कौन थे?
Jonestown में कोई बाहरी सरकारी सुरक्षा बल नहीं था। Jim Jones ने खुद अपनी एक आंतरिक सुरक्षा टुकड़ी बनाई थी, जिसे वह "Red Brigade" कहता था। ये लोग आम सदस्य ही थे, पर Jones ने उन्हें हथियार, प्रशिक्षण और विशेषाधिकार दिए थे।
इनका काम था: अनुशासन बनाए रखना, भागने वालों को रोकना, बाहरी “दुश्मनों” से Jones और कम्यून की रक्षा करना।
18 नवम्बर 1978 को जब Congressman Ryan और पत्रकार Port Kaituma एयरस्ट्रिप पर निकल रहे थे, तब Red Brigade के लगभग 8–10 सशस्त्र गार्ड वहाँ पहुँचे। उन्होंने गोलीबारी की, जिसमें: Congressman Leo Ryan,
3 पत्रकार, और एक Jonestown का सदस्य मारे गए।
यह हमला सीधे Jones के आदेश पर हुआ।
Jones ने जब “क्रांतिकारी आत्महत्या” (revolutionary su***de) का आदेश दिया, तब यही गार्ड लोग चारों तरफ तैनात थे। भागने वालों को रोका गया, धमकाया गया और कुछ को गोली भी मारी गई। बच्चों को ज़बरदस्ती ज़हर पिलाने में भी इनका हाथ था।
अधिकांश Red Brigade सदस्य भी अंत में ज़हर पीकर मर गए (कुछ स्वेच्छा से, कुछ दबाव में)। कुछ जो Port Kaituma हमले में शामिल थे, जंगलों में भाग गए, लेकिन बाद में पकड़े गए।
Larry Layton नामक सदस्य को गिरफ्तार किया गया। उसने Port Kaituma एयरस्ट्रिप पर गोली चलाने की कोशिश की थी। Layton को अमेरिका में ट्रायल के बाद साजिश और हत्या के आरोप में दोषी ठहराया गया और 20 साल जेल की सजा मिली। बाकी बचे हुए कुछ हथियारबंद लोग भी बाद में पकड़े गए।
कुल 918 लोग मरे — जिनमें लगभग 300 से अधिक बच्चे थे।
Jim Jones खुद भी उसी दिन मरा। लेकिन उसने ज़हर नहीं पिया, बल्कि सिर में गोली मारकर आत्महत्या की (या किसी समर्थक ने गोली मारी)। यह घटना आधुनिक इतिहास की सबसे बड़ी सामूहिक हत्याओं में से एक मानी जाती है।
“Don’t drink the Kool-Aid” एक मशहूर कहावत बन गई, जिसका मतलब है:
“बिना सोचे-समझे किसी विचार या नेता के पीछे अंधानुकरण मत करो।”
सारांश:
Jim Jones ने एक धार्मिक-सामाजिक आंदोलन शुरू किया, लेकिन समय के साथ यह एक खतरनाक cult में बदल गया।
918 लोगों की मौत दिखाती है कि किस तरह एक करिश्माई प्रवचन कर्त्ता लेकिन मानसिक रूप से अस्थिर नेता लोगों को भय, झूठ और विश्वास के मिश्रण से मौत तक ले जा सकता है।