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02/03/2025

अभिषेक पंवार से सुनें क्या हुआ था। बद्रीनाथ माणा हिमस्खलन घटना में ।

22/02/2025

2 दिन पहले मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल ने सदन में पहाड़ और पहाड़ियों के लिए जिस भाषा का प्रयोग किया वह किसी भी पहाड़ी को स्वीकार्य नहीं है, दुःख की बात तो यह की उत्तराखंड के 70 विधायकों में से किसी एक की हिम्मत नहीं हुयी की वो प्रेम चंद्र का कटाक्ष कर सके।
मंत्री प्रेम चंद्र का बहिष्कार होना चाहिए।
प्रेम चंद्र का कहना की उत्तराखंड पहाड़ियों का नहीं है। मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश अन्य राज्यों से आये लोगो से उत्तराखंड है। शायद इसको पता नहीं यह उत्तराखंड पहाड़ियों मे बलिदान से बना है। इस उत्तराखंड की पहचान चार धाम, गढ़वाल राइफल, कुमाऊं रजिमेंट और यहाँ की संस्कृति है। आज ये बेखौफ होकर ऐसा बोल रहा है अभी अगर अभी इसका बहिष्कार नहीं होगा तो ये आगे बिना डर के और ज्यादा बोलेगा।
इसलिए उत्तराखंडी भू क़ानून मांग रहा है। बाहर के लोगो को बसाकर यह पहाड़ियों की छाती पर चढ़ रहा है। पूर्णरूप से बहिष्कार होना चाहिए, जागो उत्तराखंड जागो



20/02/2025

Pandavaas ❤️

Pandavaas

बेदनी बुग्याल उत्तराखंडबेदनी बुग्याल उत्तराखंड में घूमने के लिए सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। समुद्र तल से लगभग 3354 ...
18/02/2025

बेदनी बुग्याल उत्तराखंड

बेदनी बुग्याल उत्तराखंड में घूमने के लिए सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। समुद्र तल से लगभग 3354 मीटर की ऊँचाई पर स्थित, घास के मैदान गढ़वाल क्षेत्र के चमोली जिले में स्थित हैं। यहाँ की मखमली घास पर कैंप लगाने के लिए रुकने वाले ट्रेकर्स के बीच बेदनी किसी स्वर्ग से कम नहीं है। प्रसिद्ध रूपकुंड ट्रेक के रास्ते में रणनीतिक रूप से स्थित, ये सुंदर घास के मैदान उत्तराखंड की अछूती और प्राचीन सुंदरता को पूरी तरह से दर्शाते हैं। ढलानों पर एक शंकुधारी जंगल है और घास के मैदानों के बीच स्थित वैतरणी (बेदिनी कुंड) नामक छोटी झील है जो अंततः इस जगह की सुंदरता में चार चाँद लगा देती है।

अपने प्राकृतिक सौन्दर्य के अलावा, बेदनी बुग्याल का धार्मिक महत्व भी बहुत है क्योंकि इसका बेदिनी कुंड नंदा देवी राज जात यात्रा के लिए पड़ाव है जो हर 12 साल में एक बार आयोजित की जाती है। कुंड के पास ब्रह्म कमल के नाम से प्रसिद्ध कमल खिलता है जिसका उल्लेख हिंदू शास्त्रों में ब्रह्मा (ब्रह्मांड के निर्माता) के हाथों में कमल के रूप में मिलता है। आध्यात्मिक आकर्षण को पश्चिम की ओर स्थित नंदा घुंटी और त्रिशूल पर्वत और छोटा मंदिर बढ़ाते हैं जहाँ तर्पण किया जाता है।

रूपकुंड ट्रेक के लिए बेदनी बुग्याल एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। घास के मैदान से होकर जाने वाले ज़्यादातर ट्रेकिंग टूर के लिए बेदनी में एक दिन का ठहराव तय किया जाता है। अनुभवी ट्रेकर्स की मानें तो गढ़वाल क्षेत्र में कैंपिंग के लिए बेदनी सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। बेदनी बुग्याल में सूर्योदय और सूर्यास्त देखना किसी भी प्रकृति प्रेमी के लिए सबसे बेहतरीन और अविस्मरणीय अनुभवों में से एक है।

जगह:
लोहाजंग दर्रे से 20 किमी दूर, चमोली जिला, गढ़वाल क्षेत्र,

ऊंचाई:
समुद्र तल से 3354 मीटर ऊपर

मुख्य अंश:
ट्रैकिंग, कैम्पिंग, तीर्थयात्रा, सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य

यात्रा के लिए सर्वोत्तम समय:
बेदनी बुग्याल घूमने का सबसे अच्छा समय मई से नवंबर के बीच है। मानसून के बाद के महीने (अक्टूबर और नवंबर) वास्तव में यहाँ आने के लिए सबसे अच्छे समय हैं क्योंकि बारिश के दौरान यह जगह हरियाली और विभिन्न प्रकार के फूलों के खिलने से एक नया रूप ले लेती है।

बेदनी बुग्याल ❤️

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17/02/2025

खुद लग जाती है ऐसे गीत अब पहाड़ों से विलुप्त हो गए हैं किस-किस को पसंद है ऐसे गीत

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नहीं रहे सबको हँसाने वाले घन्ना भाई.. सादर श्रद्धांजलि 🙏आप बहुत याद आओगे sir 😥🙏
11/02/2025

नहीं रहे सबको हँसाने वाले घन्ना भाई..
सादर श्रद्धांजलि 🙏
आप बहुत याद आओगे sir 😥🙏

11/02/2025

#बहुत_ही_दुखद_समाचार । उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक हास्य कलाकार #घन्ना_भाई_घनानंद_जी अब हम लोगो के बीच नही रहे। उनका का जन्म 1953 में पौड़ी जिले के गगोड़ गांव में हुआ। इनकी शिक्षा कैंट बोर्ड लैंसडाउन जिला पौड़ी गढ़वाल से हुई। घन्ना भाई ने हास्य कलाकार के रूप में सफर की शुरुआत 1970 में रामलीलाओं में नाटकों से किया। 1974 में घनानंद ने रेडियो और बाद में दूरदर्शन पर कई कार्यक्रम भी दिए। घनानंद ने उत्तराखंड की कई लोक फिल्में जैसे घरजवें, चक्रचाल, बेटी-ब्वारी, जीतू बगडवाल, सतमंगल्या, ब्वारी हो त यनि, घन्ना भाई एमबीबीएस, घन्ना गिरगिट और यमराज जैसी हिट फिल्मों में काम किया।
उनका उत्तराखंड की संस्कृति को देश विदेश तक पहुँचने का बहुत बडा योगदान रहा है।


भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार वालों को इस दुःख की घड़ी में सहन शक्ति दे

ॐ शांति ॐ शांति 💐

08/02/2025

ट्रेलर आ गया है मिशन देवभूमि ❤️ उत्तराखंड में बढ़ते अपराधों के चलते कितनी सुरक्षित है हमारी बेटियां, एक खास पहल है परिवारों को और बेटियों को बचाने की, समझाने की।
https://youtu.be/_90HRIwjOHk?si=isL-PUlRSX-MnUas

जनपद रूद्रप्रयाग जखोली ब्लॉक की निवासी जु लगातार प्रदेश मा नशामुक्ति शादी की पहल कन वाली कुसुम जोशी जी की बेटी कु व्योच ...
07/02/2025

जनपद रूद्रप्रयाग जखोली ब्लॉक की निवासी जु लगातार प्रदेश मा नशामुक्ति शादी की पहल कन वाली कुसुम जोशी जी की बेटी कु व्योच नंदनी कु यू कार्ड सोशल मीडिया पर खूब वायरल होणू च
मूल निवास हमारा अधिकार है इससे समझौता नहीं हो सकता...

#भूक़ानून

07/02/2025

चलो ऋषिकेश
09 फरवरी 2025
स्वाभिमान शंखनाद

मूल निवास हमारा अधिकार है इससे समझौता नहीं हो सकता...

#भूक़ानून

पहाड़ की बेटी को आवश्यकता है आपके सहयोग की, नाम : शिवानी रावत, ग्राम : केई , नारायणबगड़ ,चमोली। 2 वर्ष पहले सिर से पिता ...
31/03/2024

पहाड़ की बेटी को आवश्यकता है आपके सहयोग की, नाम : शिवानी रावत, ग्राम : केई , नारायणबगड़ ,चमोली। 2 वर्ष पहले सिर से पिता का साया उठने के बाद इनकी माताजी एक निजी विद्यालय में नौकरी करती हैं।आर्थिक तंगी के कारण परिवार में बड़ी बहन होने के नाते शिवानी कुछ हफ्ते पहले ही देहरादून आई और नौकरी कर रही थी। 29 मार्च 2024 को करीब 10 बजे वह बस से उतरते हुए वो गिरी सिर पर गंभीर रूप से चोट लगी। तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया और अभी वर्तमान में ग्राफिक एरा हॉस्पिटल में ICU में भर्ती हैं। शिवानी बचपन से ही मेधावी चाहता रही है जो की पढ़ाई के साथ साथ अपने घर का खर्चा भी वहन कर रही थी। दोस्तों उनकी बहन के दोनो QR कोड ब्लॉक हो चुके हैं। जिस वजह से पैसे नहीं भेजे जा रहे हैं । वीडियो में दिया गया QR कोड शिवानी के भाई का है। आपसे जितना बनता हो 10, 50, 100, 1000 अपना सहयोग करें। आपके छोटे से सहयोग से किसी का जीवन बच सकता है।

विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई 2024 को ग्रीष्मकाल के लिए प्रातः 10 बजे बाबा केदार...
08/03/2024

विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई 2024 को ग्रीष्मकाल के लिए प्रातः 10 बजे बाबा केदार के भक्तों के दर्शनार्थ और पुण्य अर्जन हेतु खुलेंगे,6 मई 2024 को बाबा केदार शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से पंचमुखी उत्सव डोली के रुप में हिमालय स्थित अपने धाम केदारपुरी के लिए विभिन्न पड़ावों हेतु प्रस्थान कर 9 मई 2024 को सायं केदार पुरी पहुंचेंगे।

हर हर महादेव जय बाबा केदारनाथ 🙏

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