04/09/2023
नर सेवा नारायण सेवा।हरिशरण बाजपेई
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गरीबों के चेहरे की मुस्कान बताती है :नीरज बाजपेई
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सहायता किट पाकर खिले बाढ़ पीड़ितों के चेहरे।
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गरीबों की सेवा करना ही सच्चा मानव धर्म।हरिशरण बाजपेई
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शाहजहांपुर भयंकर बाढ़ की त्रासदी और बाढ़ के पानी में लुटे पिटे गरीब। न सर पर छत न खाने को राशन और न पहनने को कपड़े।ऊपर से संक्रामक बीमारियो का प्रकोप।लाचार बेबस गरीबी के मारे लोग जाएं तो जाएं कहां।इस दुनिया में धनी आदमी की मदद तो हर कोई करना चाहता है।किंतु बदनसीबी और मुसीबत के मारे की कौन सुने।लेकिन जनपद शाहजहांपुर में एक कहावत है कि जिसकी कोई नहीं सुनता उसकी हरिशरण बाजपेई सुनते हैं।जिनका धर्म है नर सेवा नारायण सेवा।और कर्तव्य मानते हैं समाज सेवा। जाति धर्म के बंधन से इतर मानव धर्म को ही सर्वोपरि मानने वाले दोनो भाई हरि शरण बाजपेई और नीरज बाजपेई राम लक्ष्मण बन विश्वामित्र की यज्ञ रक्षा हेतु हर गरीब असहाय बेबस लाचार की मदद करने पहुंच ही जाते हैं ।बिना किसी देर किए।आज अवसर था भयंकर बाढ़ से पीड़ित गंगा की कटरी में हर सुविधा को तरस रहे ग्रामीणों के बीच राहत सामग्री लेकर जाने का। आदर्श दिव्यांग कल्याण संस्थान के संरक्षक और ब्राह्मण समाज के प्रदेश महामंत्री हरिशरण बाजपेई अपने छोटे भाई नीरज बाजपेई के साथ डी सी यम भर राहत सामग्री आटा, चावल, चीनी, आलू, चाय, सब्जी,चना, लईया, रस के पैकेट आदि घरेलू उपयोग की सामग्री के साथ जरूरत मंद लोगो के बीच पहुंचे।और कई गांव के ग्रामीणों को जो बाढ़ की विभीषिका से पीड़ित थे।बैसे तो लोग बातें समाज सेवा की बहुत करते हैं।लेकिन आज तक जनपद का कोई भी तथाकथित समाज सेवी इन पीड़ित का हाल जानने नही पहुंचा था।सदैव की तरह एक बार फिर दोनो भाई अपना धर्म निभाने कटरी पहुंचे।और बाढ़ पीड़ितों की आर्थिक सहायता और सामग्री देकर लोगो के चेहरों पर मुस्कान लाने का पुनीत कार्य किया।राहत सामग्री पाने बालों में छोटी बिटिया, सुनीता, राम श्री, जीशान, गुड्डी, राम अवतार, हरिराम, राधा, इबरार, श्याम, संजू, राम बेटी, राम लखन गंगाराम सोरन श्री कृष्ण बीरावती भीमताल वीरपाल, बुद्ध पाल, मालती, छगेंलाल, शांति, बांकेलाल, कमलेश, प्रेमपाल, राधेश्याम, प्रमोद, सूरजपाल, ओमवीर, कालीचरण, लाल बहादुर, जयदेव, महेश, सीता रामसेवक, रेनू, कमला, नन्हे लाल, सुनील, रघुवीर, रामू, हंसमुखी, महेंद्र, नबी 300 लोगों को राहत सामग्री वितरित की गई।