
24/07/2025
नई कहानी.....
Title: नई राह
रामकिशोर गाँव का एक आम किसान था, लेकिन धीरे-धीरे उसे जुए की लत लग गई। शुरुआत में उसने दोस्तों के साथ सिर्फ मनोरंजन के लिए ताश खेला, लेकिन धीरे-धीरे वह बड़ी रकम हारने लगा। उसकी खेती की कमाई जुए में उड़ने लगी, घर में कलह बढ़ गई और पत्नी-बच्चे भूखे सोने लगे। गाँव में उसकी इज़्ज़त गिरने लगी, और लोग उसे तिरछी नज़र से देखने लगे।
एक दिन, रामकिशोर ने सारी जमा-पूंजी हार दी। उसी रात उसकी बेटी ने उसका हाथ पकड़कर पूछा, पापा, क्या हम दो वक्त की रोटी भी नहीं खा सकते? उस सवाल ने रामकिशोर को झकझोर दिया। वह रात भर सो नहीं पाया, सोचता रहा कि कहाँ गलती हुई।
सुबह होने पर वह मंदिर गया और भगवान से माफ़ी माँगी। पत्नी के पास जाकर अपनी गलती मानी और वादा किया कि अब जुए को ज़िंदगी से हमेशा के लिए अलविदा कह देगा। शुरुआत में बहुत मुश्किल आई; पुराने दोस्त बुलाते रहे, मन कई बार डगमगाया, लेकिन उसने खुद को संभाले रखा। घर के लिए छोटी-मोटी मज़दूरी करने लगा, कर्ज़ चुकाया, बच्चों को स्कूल भेजा और दोबारा खेती शुरू की।
धीरे-धीरे रामकिशोर की मेहनत रंग लाई। कुछ सालों में उसका खेत फिर हरा-भरा हो गया, घर में खुशहाली लौट आई। गाँववालों ने फिर से उसे इज़्ज़त से देखना शुरू किया। रामकिशोर ने अपनी कहानी गाँव के बच्चों को सुनाई ताकि कोई दूसरा उसकी गलती न दोहराए।
आज रामकिशोर जुआ छोड़कर खुद की मेहनत से जी रहा है, और उसका परिवार उस पर गर्व करता है। इस कहानी से ये सीख मिलती है कि कोई भी बुरी आदत इंसान की ज़िंदगी बिगाड़ सकती है, लेकिन अगर इच्छा मज़बूत हो तो नई राह भी मिल सकती है।
लेखक: Story Writer
#सपनों_की_उड़ान ोच