
18/06/2025
पत्रकार शेखर गुप्ता (वॉक द टॉक) : आप अंग्रेजी मीडिया से बहुत कम बात करती हैं?
आदरणीया बहनजी : (हंसते हुए) ऐसा नहीं है कि मुझे कोई अंग्रेजी से नफरत है। ऐसा है कि मैं जिस समाज से संबंध रखती हूं, खासतौर से एससी और एसटी, बैकवर्ड कास्ट के लोग या फिर रिलिजियस माइनॉरिटीज के लोग हैं जिनकी संख्या 100 में से 85 के लगभग है, तो यह समाज ज्यादातर देहातों में रहता है। आज भी 80% पापुलेशन देहातों में है, तो यह लोग ज्यादातर हिंदी को समझते हैं। तो मैं यह चाहती हूं कि जो भी मैं बोलूं, मेरी आवाज को बहुजन समाज के लोग, जो देहातों में रहने वाला तबका है, वहां तक पहुंच सके।
(पेज़ नंबर - 99, मेरे संघर्षमय जीवन एवं बहुजन मूवमेंट का सफरनामा, भाग-1, वर्ष -2006)