26/03/2024
कैसे एक कुली रेलवे का फ्री WI-FI यूज करके बना IAS ऑफिसर
" कौन कहता है कामयाबी सिर्फ किस्मत तय करती है, अगर इरादों में दम हो तो मंजिलें भी झुका करती हैं "
कुछ ऐसी ही कहानी है कुली का काम करते हुये IAS ऑफिसर बनने वाले के श्रीनाथ की
आइये हम बताते हैं IAS के श्रीनाथ की पूरी कहानी
के श्रीनाथ जो कि केरल के मुन्नार के रहने वाले थे और केरल के एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करते थे क्योंकि श्रीनाथ एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते थे और परिवार में कमाने वाले एकमात्र ब्यक्ति ही थे और उनका कुली वाला काम काफी मेहनत वाला काम था
वह एक अधिकृत कुली थे लेकिन 2018 में 27 की उम्र में उनको अहसास हुआ कि उनकी आय उनके परिवार को चलाने के लिये प्रयाप्त नहीं है। उस समय उनकी एक साल की बेटी भी थी जिसको वो उन सब परेशानियों से सामना नहीं करवाना चाहते थे जिसका उन्होंने खुद सामाना किया था। इसलिये उन्होेंने बच्चे को और अच्छा जीवन देने के लिये कुछ और बेहतर करने का फैसला किया
उन्होेंने अपनी कमाई 400-500 से अधिक करने के लिये रात की पाली शुरू की पर जब वह भी प्रयाप्त नहीं हो सका तो उन्होंने कुछ और करने का फैसला किया और उनके मन में सिविल सेवा की तैयारी करने का विचार आया उनके पास कोचिंग और ट्यूशन के लिये ना तो पैसा ही था और ना ही समय था उन्होंने उनके पास जो कुछ भी संसाधन था और जो कुछ वो वहन कर सकते थे उसी का उपयोग करके तैयारी करने का फैसला किया लेकिन उन्होंने सिविल सेवक बनने का विचार नहीं छोड़ा।
सरकार ने 2016 तक रेलवे स्टेशनों पर फ्री Wi-Fi की सुबिधा प्रदान करने का फैसला कर लिया था श्रीनाथ ने इस अवसर को भुनाने का फैसला किया उनके पास एक सेलफोन और एक मुफ्त Wi-Fi कनेक्शन था जिसने उन्हें सपने देखने और लक्ष्य को हासिल करने में मदद किया।
वह मुंबई सेंट्रल आ गये जहाँ पर लोगों के लिये मुफ्त Wi-Fi की सुबिधा उपलब्ध थी
श्रीनाथ ने अपना पैसा किताबों पर नहीं बल्कि एक ईयरफोन एक मेमोरी कार्ड एक सिम और एक स्मार्टफोन पर खर्च किया और UPSC की तैयारी करने में जुट गये।
श्रीनाथ ने इस तकनीक का उपयोग करके केरल लोक सेवा आयोग (KPSC) की लिखित परीक्षा पास किया।
श्रीनाथ अपने गाँव और अपने परिवार की स्थिति भी सुधारना चाहते थे। उन्होंने कुली की नौकरी भी नहीं छोड़ी क्योंकि उनके पास कुली की नौकरी छोड़ने का कोई विकल्प भी नहीं था क्योंकि उनको घर के खर्चे भी संभालने थे।
उन्होंने कड़ी मेहनत की और आखिरकार चौथे प्रयास में उन्होंने अपने सपने को साकार कर लिया और उन्होंने UPSC जैसी सबसे कठिन परीक्षा को चौथे प्रयास में पास कर लिया और UPSC के सबसे बड़े कैडर IAS को प्राप्त कर लिया।
के श्रीनाथ जी आपके जज्बे को बार बार सलाम करते हैं।
के श्रीनाथ जी उन लोगों के लिये एक प्रेरणास्रोत हैं जो कहते हैं अवसर नहीं मिला, संसाधन नहीं मिला, परिवार को देखना था अन्य जो कुछ भी बहाने हों।
मजबूत जज्बा, लगन और कड़ी मेहनत करके कुछ भी हासिल किया जा सकता है।
यह जानकारी विभिन्न स्रोतों से लिया गया है फिर भी त्रुटि की संभावना हो सकती है।
Pradeep Verma please like share 🥰🌹