23/10/2025
🇸🇦 सऊदी अरब में बड़ा बदलाव – ‘क़फ़ाला सिस्टम’ अब हुआ ख़त्म!
सऊदी अरब ने विदेशी वर्कर्स के हक़ में ऐतिहासिक और इन्क़लाबी कदम उठाते हुए 50 साल पुराना “क़फ़ाला सिस्टम” खत्म कर दिया है।
पहले इस सिस्टम में वर्कर्स अपने मालिक (कफ़ील) की इजाज़त के बिना
नौकरी नहीं बदल सकते थे,
देश नहीं छोड़ सकते थे,
और न ही किसी शिकायत को दर्ज कर सकते थे।
लेकिन अब नए कानून के तहत:
✅ वर्कर्स अपने इक़ामा (वर्क परमिट) की मियाद में रहते हुए नौकरी बदल सकते हैं
✅ मालिक की मंज़ूरी के बिना देश छोड़ने का हक़ रखेंगे
✅ और नाइंसाफ़ी होने पर अदालत या लेबर डिपार्टमेंट में सीधे शिकायत दर्ज कर सकेंगे
यह सुधार 1.3 करोड़ विदेशी वर्कर्स पर लागू होगा,
जिनमें बड़ी संख्या भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, फ़िलिपीन्स और नेपाल के मज़दूरों की है।
सऊदी सरकार के मुताबिक यह कदम Vision 2030 का हिस्सा है,
जिसका मक़सद है एक इंसाफ़पसंद और मानवीय लेबर सिस्टम बनाना,
जहाँ हर वर्कर को बराबरी का दर्जा मिले।
माहिरीन का कहना है:
यह फ़ैसला ग़ुलामी जैसी पाबंदियों का अंत और खाड़ी देशों की लेबर पॉलिसी में नई शुरुआत है।
अब मज़दूरों के हाथों में क़लम का हक़ आया है,
जो कल तक चुप थे, अब उनका लफ़्ज़ बोल आया है।
सऊदी की ज़मीं पर इन्साफ़ का सूरज निकला है,
पचास साल का अँधेरा आज रोशनी में ढल आया है। 🌅