28/10/2025
जनता की ताकत, कांग्रेस का वादा और कोरोना काल में मनरेगा और सचिन पायलट I
जब कांग्रेस ने मनरेगा लागू की थी, तब किसी ने नहीं सोचा था कि एक दिन यही योजना देश के करोड़ों लोगों का सहारा बनेगी। यह सिर्फ रोजगार योजना नहीं, बल्कि गाँव-गाँव में सम्मान और आत्मनिर्भरता की पहचान है। कांग्रेस ने जो नींव रखी, उसने हर संकट की घड़ी में आम आदमी को संभाला।
🌾 याद कीजिए वो समय, जब कोरोना का कठिन दौर आया- सब कुछ बंद था, फैक्ट्रियाँ, शहर, दफ्तर... लेकिन लोगों के हाथों में उम्मीद बची रही- मनरेगा की शक्ल में और उस समय राजस्थान में इस मनरेगा नाम की उम्मीद की कमान थी सचिन पायलट साहब के पास।
🔥 सचिन पायलट जी ने उस चुनौती को दूर से नहीं देखा, बल्कि वो खुद ज़मीन पर उतरे, मनरेगा के कामों की मॉनिटरिंग की, मज़दूरों से मिले, महिलाओं से बात की, गर्मी-धूप की परवाह किए बिना गाँव-गाँव पहुँचे। जहाँ काम रुक रहे थे, वहाँ हौसला बढ़ाया, जहाँ दिक्कतें थीं, वहाँ समाधान दिया।
उस कठिन वक्त में जब पूरा देश ठहरा हुआ था, सचिन पायलट जी ने राजस्थान के गाँवों में मनरेगा को जीवनरेखा बना दिया। लोगों के घर चूल्हे जले, महिलाओं को रोज़गार मिला और मजदूरों के हाथ में फिर से उम्मीद लौटी।
🤝 यही फर्क है राजनेता और लोगों का नेता होने में। सचिन पायलट जी वो नेता हैं जो जनता से जुड़े हैं, उनकी ज़रूरत को समझते हैं और कांग्रेस की उस विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं जो कहती है- जनता First 🇮🇳