29/06/2025
बाकी सामंतवादी ( Comfort Zone ) में बने रहना भी गुलामी है ।
सामंतवाद ( ) एक सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था है जो मध्ययुगीन यूरोप में विकसित हुई थी, जिसमें भूमि के स्वामित्व और सैन्य सेवा के बदले में एक पदानुक्रमित सामाजिक संरचना स्थापित थी। इसमें, राजा या शासक भूमि को सामंतों (लॉर्ड्स) को देते थे, और बदले में सामंत राजा के प्रति वफादारी और सैन्य सहायता प्रदान करते थे।
सामंतवाद का विकास यूरोप में बर्बर आक्रमणों के बाद हुआ, और इसने मध्ययुगीन यूरोप के राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक ढांचे को आकार दिया। यह व्यवस्था धीरे-धीरे कमजोर होती गई, और अंततः पूंजीवाद और राष्ट्र-राज्यों के उदय के साथ इसका पतन हो गया।
केवल जयकारा लगाने और वोट करने मात्र से ही नहीं ,
सही समय पर और सही बात को उठाना भी जरूरी होता है।