Xpose Live 24 News

Xpose Live 24 News आप ‘उन्नाव एक्सप्रेस’ के पाठक ही नहीं,अपितु आप हमारे सहयोगी भी है। आप ‘उन्नाव एक्सप्रेस’ के पाठक ही नहीं, बल्कि एक सहयोगी भी हैं।
बुलंदियों को मेरा इंतज़ार है

उन्नाव में नौ दिन से लापता युवक का शव खेत में मचान पर लटका मिला, हत्या का आरोप लगाकर परिजनों ने किया हंगामाउन्नाव (बेहटा...
29/08/2025

उन्नाव में नौ दिन से लापता युवक का शव खेत में मचान पर लटका मिला, हत्या का आरोप लगाकर परिजनों ने किया हंगामा

उन्नाव (बेहटा मुजावर)। नौ दिन से लापता युवक का शव शुक्रवार सुबह उसके ही मक्का के खेत में मचान से लटका मिला। शव की हालत देखकर परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव को नीचे नहीं उतरने दिया और जमकर हंगामा किया। परिजन युवक की हत्या की आशंका जता रहे हैं।

गांव तेरवा निवासी 25 वर्षीय पवन उर्फ गोली यादव 21 अगस्त को धान के खेत की सिंचाई करने निकला था, जिसके बाद वह रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था। परिजनों ने अगले दिन ही पड़ोसी गांव की एक किशोरी के परिजनों पर युवक को अगवा करने का आरोप लगाकर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पवन के पिता के मुताबिक उसका बेटा किशोरी से फोन पर बातचीत करता था, जिससे नाराज होकर लड़की के परिजनों ने कुछ अन्य लोगों की मदद से उसे बाइक पर जबरन उठा लिया था।

शुक्रवार सुबह घर से करीब 250 मीटर दूर पवन का शव खेत के मचान से लटका मिला। शव के पास ही उसका एक सैंडल भी पड़ा था, जिससे घटना की परिस्थितियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। शव देखकर स्वजन का सब्र टूट गया और उन्होंने पुलिस को शव नीचे उतारने से रोक दिया।

परिजनों का कहना है कि 25 अगस्त को उन्होंने पुलिस अधीक्षक से मिलकर बेटे के साथ अनहोनी की आशंका जताई थी, बावजूद इसके कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने पुलिस पर शिथिलता का आरोप लगाया है और हत्या की एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

मौके पर पहुंची पुलिस के साथ सीओ समेत आला अधिकारी परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। शव के पास से साक्ष्य जुटाने के लिए फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड को भी मौके पर बुलाया गया है। पुलिस ने कहा है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

पाकिस्तान से चार साल बाद लौटे भारतीय नागरिक सूरजपाल की कहानी ने भारत-पाक रिश्तों की तल्ख हकीकत को किया बेनकाबउन्नाव/नई द...
27/08/2025

पाकिस्तान से चार साल बाद लौटे भारतीय नागरिक सूरजपाल की कहानी ने भारत-पाक रिश्तों की तल्ख हकीकत को किया बेनकाब

उन्नाव/नई दिल्ली:
उन्नाव के सुलतानखेड़ा गांव में बुधवार की शाम एक ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने न केवल आंखें नम कर दीं, बल्कि भारत-पाकिस्तान के बीच तल्ख रिश्तों और मानवीय संवेदनाओं की गहराई को भी उजागर कर दिया। मानसिक रूप से अस्वस्थ भारतीय नागरिक सूरजपाल की चार साल बाद पाकिस्तान की लाहौर जेल से घर वापसी ने जहां एक परिवार को पुनर्जीवित कर दिया, वहीं भारत-पाक के आपसी संबंधों पर भी गंभीर सवाल खड़े किए।

🌐 सीमा के पार भटका मासूम इंसान और सियासी लकीरें

45 वर्षीय सूरजपाल 2020 में मानसिक असंतुलन के चलते घर से निकल गए थे। कानपुर में इलाज करा रहे सूरजपाल पहले भी कई बार घर छोड़कर जा चुके थे, लेकिन नवंबर 2020 के बाद वह लापता हो गए। परिवार ने हर संभावित ठिकाने पर तलाश की, पर कोई सुराग नहीं मिला।

तीन साल बाद पाकिस्तान दूतावास से भारत को सूचना मिली कि सूरजपाल *लाहौर की जेल में बंद हैं, क्योंकि वह बिना पासपोर्ट और वीजा के सीमा पार कर गए थे। यह सूचना जितनी चौंकाने वाली थी, उतनी ही दर्दनाक भी।

🕊️ रिश्तों की तल्खी में पिसती इंसानियत

भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते दशकों से तनावपूर्ण हैं। चाहे कूटनीतिक बयानबाज़ी हो या सीमा पर गोलीबारी—दोनों देशों के बीच विश्वास की खाई गहरी होती जा रही है। इसी तल्खी का शिकार हुआ एक मासूम भारतीय नागरिक, जो बीमारी और भटकाव की हालत में सीमाएं पार कर गया।

मानवता की दुहाई देने वाले इन दोनों देशों के बीच ऐसे हजारों मामले हैं, जिनमें लोग गलती से सीमा पार चले जाते हैं और फिर सालों तक जेलों में सड़ते रहते हैं। सूरजपाल की रिहाई एक मिसाल ज़रूर है, लेकिन ये भी सवाल उठाती है कि क्यों ऐसी प्रक्रियाएं इतनी धीमी हैं और इंसानी जिंदगी को इतना कमतर क्यों आंका जाता है?

🏛️ कूटनीतिक पहल और प्रशासन की भूमिका

इस मामले में भारतीय दूतावास, विदेश मंत्रालय और जिला प्रशासन की तत्परता काबिले तारीफ रही। पाकिस्तान दूतावास द्वारा भारतीय उच्चायोग को सूचना देने के बाद सभी ज़रूरी दस्तावेज़ और प्रमाण जुटाए गए। पुलिस और राजस्व विभाग की जांच से पुष्टि हुई कि सूरजपाल मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं और कई बार घर से गायब हो जाते थे।

इस जानकारी के आधार पर लंबी कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई और अंततः सूरजपाल की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की गई।

👨‍👩‍👦 इमोशनल रीयूनियन—गले मिलकर रो पड़े मां-बेटा

बुधवार को जैसे ही सूरजपाल उन्नाव के लोक नगर क्रॉसिंग पर दिखे, वहां मौजूद चचेरे भाइयों ने उन्हें पहचान लिया और घर लेकर आए। घर पहुंचते ही पत्नी सुरजा देवी और बेटे पिंटू ने उन्हें गले लगा लिया। पूरे मोहल्ले में भावनाओं का ज्वार उमड़ पड़ा।

पत्नी सुरजा देवी का संघर्ष भी कम नहीं रहा। वह वाघा बॉर्डर तक गई थीं अपने पति की तलाश में। उन्होंने कहा—

“मैंने कभी उम्मीद नहीं छोड़ी थी। मुझे भरोसा था कि मेरा पति एक दिन जरूर लौटेगा। ये मेरा विश्वास और मेरी दुआओं की जीत है।”

🔍 मानसिक बीमारी और संवेदनहीन सिस्टम

सूरजपाल आज भी पूरी तरह ठीक नहीं हैं। वह बात करते-करते विषय बदल देते हैं, पूरी यात्रा याद नहीं कर पाते। यह साफ है कि वे खुद नहीं जानते कि कैसे और कब पाकिस्तान पहुंचे। मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति को चार साल तक जेल में रखना मानवीय संवेदनाओं की अनदेखी है।

🧭 क्या सबक मिलेगा इस कहानी से?

भारत और पाकिस्तान को इस घटना से सीख लेनी चाहिए। मानसिक रोगियों, बच्चों और गलती से सीमा पार कर चुके लोगों के लिए *एक अलग मानवीय समझौता या त्वरित प्रक्रिया होनी चाहिए*। राजनीतिक तनाव का खामियाजा आम नागरिक क्यों भुगतें?

🔚 निष्कर्ष

सूरजपाल की घर वापसी भले ही एक ‘हैप्पी एंडिंग’ जैसी लगे, लेकिन इसके पीछे छिपे चार सालों के अंधेरे ने एक परिवार को तोड़ा, उन्हें सामाजिक और मानसिक रूप से झकझोर दिया। यह घटना हमें याद दिलाती है कि देशों की सीमाएं इंसानियत से बड़ी नहीं होनी चाहिए।

-

ई-रिक्शा चोरों का नया अड्डा बना , राजमार्ग और नवाबगंज लिंक मार्ग – पुलिस गश्त के बावजूद जारी है वारदातें!उन्नाव – जिले क...
27/08/2025

ई-रिक्शा चोरों का नया अड्डा बना , राजमार्ग और नवाबगंज लिंक मार्ग – पुलिस गश्त के बावजूद जारी है वारदातें!

उन्नाव – जिले के अजगैन कोतवाली क्षेत्र के नवाबगंज राजमार्ग और उससे जुड़ी लिंक रोड अब चोरों के लिए ‘सेफ जोन’ बनती जा रही है। बीते 18 अगस्त के बाद आज बुधवार, 27 अगस्त को फिर एक ई-रिक्शा संदिग्ध हालत में लावारिस खड़ा मिला। चौंकाने वाली बात ये कि हालात बिल्कुल पुराने मामले जैसे ही थे – बैटरियां, चारों टायर, कंट्रोलर और अन्य कीमती सामान गायब, सिर्फ रिक्शा की खाली बॉडी सड़क किनारे छोड़ दी गई।

ये रिक्शा कानपुर से लखनऊ की ओर जा रहा था, जो टोल प्लाजा से महज एक किलोमीटर पहले छोड़ा गया। आशंका है कि चोर किसी अन्य स्थान से इसे चुराकर यहां लाए और आराम से कीमती पार्ट्स खोल ले गए।

ठीक ऐसा ही मामला 18 अगस्त के आस-पास सामने आया था, जब इसी लिंक मार्ग के पास एक मैदान में लावारिस हालत में ई-रिक्शा मिला था। बाद में जांच में पता चला कि वह रिक्शा लखनऊ से चोरी किया गया था। मौके पर पहुंचे मालिक ने चोरी के दिन की सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को सौंपी थी, जिसमें दो चोर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे थे।

इन लगातार हो रही घटनाओं ने पुलिस की सक्रियता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस क्षेत्र को सबसे अधिक सुरक्षा वाला माना जा रहा है, वहां इस तरह की वारदातें होना चिंता का विषय है।

जनता पूछ रही है –

* क्या चोरों ने इस लिंक रोड को ‘डंपिंग ग्राउंड’ बना लिया है?
* क्या पुलिस की ‘सक्रियता’ सिर्फ कागज़ों तक सीमित है?
* आखिर कब तक जनता अपने मेहनत की कमाई यूं ही लुटती रहेगी?

इन सवालों के जवाब तो पुलिस जांच के बाद ही मिलेंगे, मगर फिलहाल इतना तय है कि ई-रिक्शा चोरों का नेटवर्क इस इलाके में मजबूत होता जा रहा है – और वो भी पुलिस की नाक के नीचे!

23/08/2025

*उन्नाव : थाने में महिला की पिटाई का आरोप, पुलिस ने बताया निराधार*

अजगैन (उन्नाव)। अजगैन कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की महिला ने दिल्ली पुलिस पर थाने के अंदर मारपीट करने का गंभीर आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि दिल्ली पुलिस के दो सिपाहियों ने उसे थाने के कमरे में बंद कर लात-घूंसों से पीटा, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि उसे घर से जबरन सरकारी गाड़ी में बैठाकर थाने लाया गया और पूछताछ के दौरान कोई महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थी। महिला ने इसे मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन बताया।

📌 वहीं, पुलिस का पक्ष:
उन्नाव पुलिस का कहना है कि थाना मंगोलपुरी, दिल्ली में पंजीकृत एक अभियोग के संदर्भ में महिला सुषमा को पूछताछ हेतु अजगैन थाने लाया गया था। पूछताछ के बाद महिला को सकुशल थाने से रुक़्सत किया गया। पुलिस ने साफ कहा कि महिला द्वारा लगाए गए मारपीट संबंधी आरोप *पूर्णतः असत्य और निराधार* हैं।

🔎 वर्तमान स्थिति:

* महिला अस्पताल में भर्ती है और इलाज जारी है।
* मामले में पुलिस का कहना है कि आरोप पेशबंदी में लगाए गए हैं।
* स्थानीय स्तर पर महिला के समर्थन में लोगों ने सवाल उठाए हैं और जांच की मांग की है।

👉 अब देखने वाली बात यह होगी कि जांच के बाद सच्चाई किसके पक्ष में सामने आती है— पीड़िता की चीख या पुलिस का दावा।

17/08/2025

🔥🚨 उन्नाव में डंपर ट्रक में लगी आग, पुलिस और जनता बनी तमाशबीन! 🚨🔥

उन्नाव। अजगैन कोतवाली क्षेत्र के नवाबगंज नहर के पास रविवार शाम करीब *8 बजे खड़े डंपर ट्रक में बैट्री से शॉर्टसर्किट के चलते आग लग गई*। देखते ही देखते धुआं उठने लगा और मौके पर अफरा-तफरी मच गई।

👉 आश्चर्य की बात यह रही कि *सूचना पर पहुंचे पुलिस के 4-5 जवान हाथ पर हाथ धरे खड़े रहे*।
👉 *डंपर चालक और क्लीनर* ने हिम्मत दिखाई और गाड़ी में मौजूद अग्निशमन गैस सिलेंडर से आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन नाकाफी साबित हुआ।
👉 *स्थानीय नागरिक भी सिर्फ तमाशा देखते रहे*, किसी ने पानी लाने या मदद करने की जहमत नहीं उठाई।

⚡ घटना और खतरनाक इसलिए थी क्योंकि *ट्रक के ऊपर से 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी*। हालात बिगड़ने की आशंका से बिजली विभाग ने आनन-फानन में एक प्राइवेट कर्मचारी को मौके पर भेजा।

✍️ समाचार लिखे जाने तक *डंपर से धुआं लगातार उठ रहा था* और पुलिस व पब्लिक दोनों ‘दर्शक’ बने खड़े थे।

17/08/2025
17/08/2025

👉 उन्नाव: दलित परिवार पर दबंगों का कहर, बुज़ुर्ग की मौत – बहू ICU में, सियासत गरमाई 🔥

उन्नाव के सफीपुर क्षेत्र में हुई दिल दहला देने वाली घटना ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया है। दबंगों ने एक दलित परिवार को निशाना बनाते हुए बुज़ुर्ग ससुर और बहू पर बर्बर हमला किया। इलाज के दौरान बुज़ुर्ग ने दम तोड़ दिया, जबकि बहू अभी भी जिंदगी और मौत से जूझ रही है।

कांग्रेस ने योगी सरकार पर करारा हमला बोलते हुए एक्स पर लिखा –
👉 “योगीराज में दलितों पर अत्याचार चरम पर पहुँच चुका है। सामंती गुंडों का आतंक, दलित समाज का खून, पसीना और आबरू – सब कुछ इनकी रोज़मर्रा का हिस्सा बन चुका है। मुख्यमंत्री जी, दलितों पर जुल्म कब तक चलता रहेगा?”

वीडियो में रोते-बिलखते परिजनों के दृश्य वायरल हो रहे हैं, जिसने दलित समाज की पीड़ा को और उभार दिया है। कांग्रेस ने इसे *“इंसानियत पर कलंक”* बताते हुए सीधे मुख्यमंत्री को कटघरे में खड़ा किया है।

*👉 पुलिस का जवाब:*
पुलिस ने सफाई देते हुए बताया कि 13 अगस्त को हुई इस घटना में *SC/ST एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज* किया गया है। इलाज के दौरान बुज़ुर्ग की मौत पर धारा बढ़ाई गई और *सभी 05 आरोपी गिरफ्तार* कर लिए गए हैं। पुलिस का दावा है कि मामले में *सख्त कार्रवाई* की जा रही है।

17/08/2025

👉 उन्नाव: दलित परिवार पर दबंगों का कहर, बुज़ुर्ग की मौत – बहू ICU में, सियासत गरमाई 🔥

उन्नाव के सफीपुर क्षेत्र में हुई दिल दहला देने वाली घटना ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया है। दबंगों ने एक दलित परिवार को निशाना बनाते हुए बुज़ुर्ग ससुर और बहू पर बर्बर हमला किया। इलाज के दौरान बुज़ुर्ग ने दम तोड़ दिया, जबकि बहू अभी भी जिंदगी और मौत से जूझ रही है।

कांग्रेस ने योगी सरकार पर करारा हमला बोलते हुए एक्स पर लिखा –
👉 “योगीराज में दलितों पर अत्याचार चरम पर पहुँच चुका है। सामंती गुंडों का आतंक, दलित समाज का खून, पसीना और आबरू – सब कुछ इनकी रोज़मर्रा का हिस्सा बन चुका है। मुख्यमंत्री जी, दलितों पर जुल्म कब तक चलता रहेगा?”

वीडियो में रोते-बिलखते परिजनों के दृश्य वायरल हो रहे हैं, जिसने दलित समाज की पीड़ा को और उभार दिया है। कांग्रेस ने इसे *“इंसानियत पर कलंक”* बताते हुए सीधे मुख्यमंत्री को कटघरे में खड़ा किया है।

*👉 पुलिस का जवाब:*
पुलिस ने सफाई देते हुए बताया कि 13 अगस्त को हुई इस घटना में *SC/ST एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज* किया गया है। इलाज के दौरान बुज़ुर्ग की मौत पर धारा बढ़ाई गई और *सभी 05 आरोपी गिरफ्तार* कर लिए गए हैं। पुलिस का दावा है कि मामले में *सख्त कार्रवाई* की जा रही है।

लेकिन सवाल अब भी वही है –
🔴 क्या सिर्फ गिरफ्तारी से दलित समाज को न्याय मिलेगा?
🔴 कब तक यूपी में दलित परिवार सत्ता और सामंती गुंडों के बीच पिसते रहेंगे?
🔴 क्या यह कानून-व्यवस्था की नाकामी नहीं है?

👉 विपक्ष सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा, वहीं सत्तापक्ष चुप्पी साधे है।
👉 उन्नाव की ये वारदात अब सिर्फ हत्या नहीं, बल्कि योगीराज के कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवाल बन चुकी है।

*नवाबगंज में ओवरब्रिज निर्माण से दर्जनों परिवार बेघर होने के कगार पर, रोज़गार पर भी संकट*उन्नाव। कानपुर-लखनऊ राष्ट्रीय र...
13/08/2025

*नवाबगंज में ओवरब्रिज निर्माण से दर्जनों परिवार बेघर होने के कगार पर, रोज़गार पर भी संकट*

उन्नाव। कानपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर दिसंबर 2025 से शुरू होने वाले नवाबगंज, आशाखेड़ा और दही तिराहा के तीन ओवरब्रिज में से नवाबगंज पुल को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने प्राथमिकता दी है। यह पुल नहर पुलिया से लेकर बाजार तक करीब एक किलोमीटर के दायरे में बनेगा, जिसमें न केवल दर्जनों मकान और पुश्तैनी दुकानें, बल्कि सैकड़ों गरीब ठेले-फुटपाथ व्यवसायियों का रोज़गार भी खतरे में है।

पिछले तीन दिनों में ही सौ से अधिक लोगों को नोटिस मिल चुका है। किसी का घर 5 फीट तो किसी का 20 फीट तक अधिग्रहण की जद में है। वहीं पुल निर्माण क्षेत्र के लगभग 200 फुटपाथी दुकानदारों — जिनमें कपड़े, फल-सब्ज़ी और चाय-नाश्ते के ठेले लगाने वाले शामिल हैं — के सामने रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। नोटिस में 15 दिन में अतिक्रमण हटाने का आदेश है, साथ ही 7 दिन के भीतर लखनऊ स्थित गोमतीनगर कार्यालय में अपील करने का अवसर भी दिया गया है।

स्थानीय लोग कहते हैं, “ये सिर्फ दीवारें और छतें नहीं, बल्कि पीढ़ियों की मेहनत, यादें और जीवनभर की पूंजी का सहारा है। अब अचानक सब कुछ उजड़ने के कगार पर है, और हम नहीं जानते कि अगला ठिकाना कहां होगा।”

सूत्रों के अनुसार, पुल की शुरुआत पंजाब नेशनल बैंक के पास से होकर शहीद चंद्रशेखर पंछी विहार के आगे तक हो सकती है। हालांकि, अंतिम बिंदु अभी स्पष्ट नहीं है। इस दायरे में कृषि रक्षा इकाई, बीज भंडार, सरकारी अस्पताल, विकास खंड कार्यालय और ग्राम पंचायत जालिम खेड़ा को जोड़ने वाला एक संपर्क मार्ग भी प्रभावित होगा।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लोगों की मांग है कि नगर पंचायत अध्यक्ष दिलीप लश्करी, विधायक बृजेश रावत और सांसद साक्षी महाराज सामने आकर गरीबों और प्रभावित परिवारों के पुनर्वास व स्थाई समाधान की पहल करें।

यह ओवरब्रिज यातायात सुगम बनाने और जाम से निजात दिलाने में अहम होगा, लेकिन इसके साथ ही विकास की इस रफ्तार में दर्जनों परिवारों का आशियाना और सैकड़ों गरीबों का रोज़गार उजड़ने का खतरा भी मंडरा रहा है। अब नज़रें प्रशासन पर हैं कि क्या वह इन बेघर और बेरोज़गार होने वाले लोगों को न्यायपूर्ण मुआवज़ा और सुरक्षित ठिकाना दिला पाएगा।

नवाबगंज में ओवरब्रिज निर्माण के लिए दर्जनों परिवारों को अल्टीमेटम, 15 दिन में घर छोड़ने का नोटिस; कई पीढ़ियों का बसेरा अ...
11/08/2025

नवाबगंज में ओवरब्रिज निर्माण के लिए दर्जनों परिवारों को अल्टीमेटम, 15 दिन में घर छोड़ने का नोटिस; कई पीढ़ियों का बसेरा अब खतरे में

उन्नाव। कानपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर दिसंबर 2025 से शुरू होने वाले नवाबगंज, आशाखेड़ा और दही तिराहा के तीन ओवरब्रिज में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने नवाबगंज पुल को प्राथमिकता देते हुए निर्माण क्षेत्र में आने वाले दर्जनों स्थायी भवनों के मालिकों को नोटिस जारी किया है। यह पुल नहर पुलिया से लेकर बाजार तक करीब एक किलोमीटर क्षेत्र में बनेगा, जिसमें कई लोगों के आवास और पुश्तैनी दुकानें आ रही हैं।

दो सप्ताह पहले NHAI ने इस दायरे में आने वाले भवनों पर लाल निशान लगा दिए थे। किसी का घर पांच फीट तो किसी का बीस फीट तक इस योजना की जद में है। अब इन मकान मालिकों को कहा गया है कि 15 दिन में अपना स्थायी या अस्थायी निर्माण स्वयं हटा लें, वरना प्राधिकरण खुद कार्रवाई करेगा। साथ ही, 7 दिन के भीतर लखनऊ के गोमतीनगर स्थित कार्यालय में अपील करने का अवसर भी दिया गया है।

स्थानीय लोग बताते हैं कि यह सिर्फ इमारतें नहीं, बल्कि *कई पीढ़ियों की मेहनत, यादें और जीवनभर की कमाई का ठिकाना* है। कई परिवारों ने अपने बच्चों की परवरिश इन्हीं घरों में की, तो कई के लिए यह दुकानें उनकी रोज़ी-रोटी का जरिया हैं। नोटिस मिलने के बाद से लोगों में बेचैनी है — कहीं जाने की जगह नहीं, और समय बहुत कम।

जीएस इंटरनेशनल के मैनेजर आर.के. सिंह ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के निर्देश दे दिए गए हैं और समय सीमा पूरी होने के बाद प्राधिकरण खुद कार्रवाई करेगा। इस बीच, कई परिवार अब मुआवज़ा और पुनर्वास की उम्मीद में प्रशासन की ओर देख रहे हैं।

यह ओवरब्रिज यातायात को सुगम बनाने और जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए जरूरी है, लेकिन इसके साथ ही दर्जनों परिवारों का आशियाना उजड़ने का खतरा भी खड़ा हो गया है। अब सवाल यह है कि विकास की इस रफ्तार में इन बेघर होने वाले परिवारों का भविष्य कैसा होगा और क्या उन्हें न्यायपूर्ण मुआवज़ा व सुरक्षित ठिकाना मिल पाएगा।

10/08/2025

🚨 लखनऊ-कानपुर हाईवे पर मिला अज्ञात युवक, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती 🚨

उन्नाव। अजगैन कोतवाली क्षेत्र के लखनऊ-कानपुर राजमार्ग पर मिश्रीगंज गांव के पास शनिवार को एक अज्ञात युवक मरणासन्न अवस्था* में पड़ा मिला।

📢 स्थानीय अलर्ट – राहगीरों ने युवक को देख तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने एंबुलेंस की मदद से घायल को नवाबगंज सीएचसी पहुंचाया।

🏥 चिकित्सकीय अपडेट – प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने हालत गंभीर होने पर युवक को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।

🕵️‍♂️जांच जारी – युवक की अब तक पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस उसकी शिनाख्त करने के साथ-साथ घटना के कारणों की भी पड़ताल कर रही है।

Address

Unnao
209801

Opening Hours

Monday 9am - 5pm
Tuesday 9am - 5pm
Wednesday 9am - 5pm
Thursday 9am - 5pm
Friday 9am - 5pm
Saturday 9am - 5pm
Sunday 9am - 5pm

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Xpose Live 24 News posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Xpose Live 24 News:

Share