
26/08/2025
“बनारसी उत्पादों की वैश्विक उड़ान: इंडिया पोस्ट से 120 देशों तक पहुँचेगा कारोबार, निर्यातकों को मिलेगा बड़ा फायदा”
वाराणसी डाक परिक्षेत्र के बहस-ए-बनारस सभागार कक्ष में मंगलवार को व्यवसायिक ग्राहकों, व्यापारिक संस्थानों, बैंकों, स्वयं सहायता समूहों और स्थानीय व्यापारियों के साथ एक संवाद बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य भारतीय डाक सेवाओं की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालना और विशेष रूप से निर्यातकों के लिए उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी देना रहा।
निर्यातकों के लिए नई संभावनाएँ
बैठक में पीएमजी कर्नल विनोद कुमार ने बताया कि इंडिया पोस्ट का 120 देशों से अनुबंध है, जिससे बनारस और पूर्वांचल के निर्यातकों को अपने उत्पाद विश्व बाज़ार तक पहुँचाने में बड़ी सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि *डाक निर्यात केंद्र (Postal Export Center)* के माध्यम से व्यापारी आसानी से अपने उत्पाद भेज सकते हैं।
स्टार्टअप और युवाओं को बढ़ावा
कर्नल विनोद ने कहा कि स्टार्टअप इकाइयों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि युवाओं को अधिक रोजगार के अवसर प्राप्त हों। बैठक में आर्गेनिक वरदान की संस्थापक स्वर्णा ने बताया कि उनकी संस्था शुद्ध और आर्गेनिक उत्पाद (जैसे आर्गेनिक सत्तू और अन्य व्यंजन) विदेशी बाजार तक पहुँचाने के लिए भारतीय डाक की सेवाओं का उपयोग करेगी।
आईटीपीएस और स्पीडपोस्ट सेवाएँ
* आईटीपीएस सेवा: 1 किलो ग्राम का आर्टिकल लगभग ₹1500 में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान और इंग्लैंड तक भेजा जा सकता है।
* इंटरनेशनल स्पीडपोस्ट : 35 किलो ग्राम तक के आर्टिकल 100 से अधिक देशों में भेजे जा सकते हैं।
कस्टम क्लीयरेंस और डिस्काउंट की सुविधा
* अतुल (सहायक निदेशक, वाराणसी परिक्षेत्र) ने बताया कि डाक निर्यात केंद्र के माध्यम से कस्टम विभाग की क्लीयरेंस प्रक्रिया बेहद आसान हो गई है।
* रुचि (इंचार्ज, इंटरनेशनल बिज़नेस सेंटर वाराणसी कैंट) ने कहा कि एएमएस सेवा के अंतर्गत निर्यात की मात्रा के आधार पर 16% तक डिस्काउंट*भी उपलब्ध कराया जाता है।
* आर्टिकल के नुकसान की स्थिति में ग्राहकों को मुआवज़ा भी दिया जाता है।
ग्राहक संवाद और सुधार
बैठक में देरी, ट्रैकिंग की कठिनाई और कस्टम क्लियरेंस जैसी समस्याओं पर चर्चा की गई। ग्राहकों से फीडबैक लेकर सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए रणनीतियाँ तैयार की गईं।
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य व्यवसायिक ग्राहकों और डाक विभाग के बीच सहयोग को मजबूत करना, सेवाओं में पारदर्शिता बढ़ाना और डाक निर्यात सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाना रहा।