15/09/2024
Story
एक छोटे से शहर में, एक सुंदर और सादगी से भरे घर में, राज और नेहा अपने छोटे से बच्चे आरव के साथ हंसी-खुशी रहते थे। उनका घर उतना बड़ा नहीं था, लेकिन प्यार और आपसी समझ से भरा हुआ था।
राज एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था और नेहा एक स्कूल टीचर थी। दोनों की सुबह का समय बहुत ही व्यस्त होता था। सुबह उठते ही नेहा चाय बनाती, और फिर दोनों मिलकर आरव को तैयार करने में लग जाते। आरव अभी बहुत छोटा था, लेकिन उसकी मुस्कान पूरे घर को रोशन कर देती थी।
सुबह का समय नेहा के लिए हमेशा थोड़ा कठिन होता, लेकिन राज हमेशा मदद के लिए तैयार रहता। वह अक्सर नेहा की मदद करते हुए कहते, "तुम्हारी मेहनत से ही हमारा घर इतना खुशहाल है।" नेहा यह सुनकर हमेशा मुस्कुराती, क्योंकि दोनों एक-दूसरे के काम की इज्जत करते थे।
संडे के दिन, ये छोटा सा परिवार साथ में ज्यादा समय बिताने की कोशिश करता। वे कभी-कभी पास के पार्क में जाते, जहां आरव खुशी से खेलता, और दोनों उसे देखकर हंसते। शाम को, वे छत पर बैठकर चाय पीते और अपने जीवन की छोटी-छोटी खुशियों पर चर्चा करते।
राज और नेहा के बीच हमेशा एक गहरा विश्वास और सम्मान था। अगर कभी कोई परेशानी आती, तो वे दोनों मिलकर उसे हल करते। नेहा कहती, "हमारा रिश्ता उसी दिन से मजबूत हुआ जब हमने एक-दूसरे को समझना शुरू किया।"
रात के समय, जब आरव सो जाता, तब राज और नेहा अपने दिन के बारे में बातें करते। दोनों के बीच की बातचीत में हमेशा हंसी और प्यार होता। वे दोनों जानते थे कि एक सफल शादी केवल प्यार से नहीं, बल्कि एक-दूसरे के प्रति सम्मान, समझ और समर्थन से चलती है।
इस तरह, उनका छोटा सा परिवार हर दिन खुशहाल और संतुष्ट रहता था। जीवन में उतार-चढ़ाव तो आते ही रहते थे, लेकिन राज और नेहा ने हर चुनौती का सामना एक साथ किया। उनके लिए, उनकी दुनिया उनके इस छोटे से घर में ही सिमटी हुई थी, जहां प्यार, विश्वास, और समझ का साम्राज्य था।