20/10/2025
कहते हैं, जहाँ किशोर दा हैं, वहाँ मस्ती अपने आप चली आती है!
और इसका सबसे ज़िंदा सबूत है —
1974 की सुपरहिट फिल्म आप की कसम का जोशीला गीत “जय जय शिव शंकर” 🎶
राजेश खन्ना और मुमताज़ की जोड़ी पर फिल्माया यह रंग-बिरंगा गाना रिकॉर्डिंग के वक्त ही इतिहास बन गया था।
दरअसल, इस गाने पर उस जमाने में पूरे पचास हज़ार रुपये खर्च हो गए थे —
जो 1970 के दशक में किसी छोटे फिल्म के बजट के बराबर रकम थी! 💸
प्रोड्यूसर J. Om Prakash परेशान थे —
> “इतना खर्च कर दिया, अब गाना क्या सोना उगलेगा?”
अब किशोर कुमार को कौन समझाए!
उन्होंने स्टूडियो का माहौल देखा — सब टेंशन में, सबके चेहरे पर शिकन...
बस फिर क्या था!
रिकॉर्डिंग के दौरान, जोश में आकर किशोर दा ने एक लाइन तुरंत जोड़ दी —
🎶
“बजाओ रे बजाओ, ईमानदारी से बजाओ…
पूरे पचास हज़ार खर्च किए हैं!”
🎶
पूरा ऑर्केस्ट्रा, आर. डी. बर्मन, मुमताज़, सब ठहाके मारकर हँस पड़े! 😂
आर. डी. बर्मन बोले —
> “यार किशोर, यही तो तेरी असली पहचान है…
इसे गाने में ही रहने दे!”
और यही लाइन गाने का ट्रेडमार्क ट्विस्ट बन गई।
आज भी जब यह गीत बजता है,
लोग थिरकते हुए मुस्कुराते हैं —
क्योंकि उन्हें याद आता है वो “ईमानदारी से बजाओ” वाला मस्तीभरा पल।
कहते हैं,
> “जहाँ राजेश खन्ना का करिश्मा,
मुमताज़ की मुस्कान और किशोर दा की शरारत मिल जाए,
वहाँ गाना नहीं, जादू बनता है!” 🎉🪔🎵